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मनसुख मंडाविया: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बोले- कैंसर की 90 में से 42 दवाएं सबसे सस्ती दरों पर देता है भारत
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली।
Published by: निर्मल कांत
Updated Thu, 28 Sep 2023 03:30 AM IST
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सार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि समय के साथ बीमारियों का पैटर्न बदल जाता है। इस क्षेत्र के प्रति समग्र दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य कभी भी राजनीतिक विषय नहीं हो सकता।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया
- फोटो : ट्विटर/मनसुख मंडाविया

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विस्तार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को कहा कि भारत सबसे सस्ती दरों पर कैंसर की 90 दवाओं में से 42 दवाएं देता है। वह नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर संबोधित कर रहे थे।
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'भारत जेनेरिक दवाओं में दुनिया की फार्मेसी'
इस दौरान उन्होंने कहा, 'हम कैंसर अस्पतालों और तृतीयक देखभाल सुविधाओं की संख्या बढ़ा रहे हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रति हमारा समग्र दृष्टिकोण है। हमने एमबीबीएस और स्नातकोत्तर मेडिकल सीटों और कॉलेजों की संख्या बढ़ाई है और चिकित्सा शिक्षा संसाधन तैयार किए हैं। आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन इस दिशा में काम कर रहा है। हमने मंगलवार को फार्मा पॉलिसी लॉन्च की। हम जेनेरिक दवाओं में दुनिया की फार्मेसी हैं।'
इस दौरान उन्होंने कहा, 'हम कैंसर अस्पतालों और तृतीयक देखभाल सुविधाओं की संख्या बढ़ा रहे हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रति हमारा समग्र दृष्टिकोण है। हमने एमबीबीएस और स्नातकोत्तर मेडिकल सीटों और कॉलेजों की संख्या बढ़ाई है और चिकित्सा शिक्षा संसाधन तैयार किए हैं। आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन इस दिशा में काम कर रहा है। हमने मंगलवार को फार्मा पॉलिसी लॉन्च की। हम जेनेरिक दवाओं में दुनिया की फार्मेसी हैं।'
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'स्वास्थ्य राजनीति का विषय नहीं हो सकता'
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य न ही कभी भी राजनीतिक विषय हो सकता है और न ही व्यावसायिक। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए सेवा है। मंडाविया ने कहा, समय के साथ बीमारियों का पैटर्न बदल जाता है। इस क्षेत्र के प्रति समग्र दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य कभी भी राजनीतिक विषय नहीं हो सकता। हमने 2014 से स्वास्थ्य को विकास के साथ मिला दिया।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य न ही कभी भी राजनीतिक विषय हो सकता है और न ही व्यावसायिक। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए सेवा है। मंडाविया ने कहा, समय के साथ बीमारियों का पैटर्न बदल जाता है। इस क्षेत्र के प्रति समग्र दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य कभी भी राजनीतिक विषय नहीं हो सकता। हमने 2014 से स्वास्थ्य को विकास के साथ मिला दिया।
'सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ'
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, हमने सिर्फ डिस्पेंसरी खोलने के बजाय स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए सुलभ बनाने पर फोकस किया है। उन्होंने कहा कि देश अपने सभी नागरिकों का है और इसकी भलाई की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है। यह साझा जिम्मेदारी और सामूहिक प्रयास ही था जिसने कोविड-19 से पैदा हुई चुनौतियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में राष्ट्र को सक्षम बनाया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, हमने सिर्फ डिस्पेंसरी खोलने के बजाय स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए सुलभ बनाने पर फोकस किया है। उन्होंने कहा कि देश अपने सभी नागरिकों का है और इसकी भलाई की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है। यह साझा जिम्मेदारी और सामूहिक प्रयास ही था जिसने कोविड-19 से पैदा हुई चुनौतियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में राष्ट्र को सक्षम बनाया।
'सार्वजनिक भागीदारी स्वास्थ्य मॉडल का अभिन्न अंग'
उन्होंने कहा कि 'संजीवनी' पहल का प्राथमिक लक्ष्य जागरूकता को बढ़ावा देना, मूक कैंसर महामारी के बारे में चर्चा को बढ़ावा देना और बीमारी से जुड़े आम भय को दूर करना है। संजीवनी पहल, चर्चा और विचार-विमर्श का नेतृत्व करेगी। हमें इस पर एक नोट भेजें, ताकि हम लोगों से आने वाले सुझावों को ट्रैक कर सकें। (नरेंद्र) मोदी सरकार हितधारकों के परामर्श में भरोसा करती है। सार्वजनिक भागीदारी भारत के स्वास्थ्य मॉडल का अभिन्न अंग है। अपने विचारों को हमारे साथ साझा करें, ताकि हम बीमारियों से लड़ सकें।
उन्होंने कहा कि 'संजीवनी' पहल का प्राथमिक लक्ष्य जागरूकता को बढ़ावा देना, मूक कैंसर महामारी के बारे में चर्चा को बढ़ावा देना और बीमारी से जुड़े आम भय को दूर करना है। संजीवनी पहल, चर्चा और विचार-विमर्श का नेतृत्व करेगी। हमें इस पर एक नोट भेजें, ताकि हम लोगों से आने वाले सुझावों को ट्रैक कर सकें। (नरेंद्र) मोदी सरकार हितधारकों के परामर्श में भरोसा करती है। सार्वजनिक भागीदारी भारत के स्वास्थ्य मॉडल का अभिन्न अंग है। अपने विचारों को हमारे साथ साझा करें, ताकि हम बीमारियों से लड़ सकें।
डेंगू की रोकथाम के लिए नियमों का सख्ती से पालन हो : मांडविया
देश में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र ने राज्यों को दिशा निर्देशों का सही तरह से पालन करने की सलाह दी है। बुधवार को उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि डेंगू की रोकथाम, नियंत्रण के लिए केंद्र की ओर से दिशा निर्देशों को जारी किया गया। कुछ राज्यों से डेंगू के मामले बढ़ने की सूचना मिली है। हालांकि राज्यों को इसके नियंत्रण के लिए दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।
बैठक में अधिकारियों ने मंडाविया को देश भर में डेंगू की स्थिति के बारे में जानकारी दी। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को डेंगू के लिए पूरी तरह से तैयार रहने और रोकथाम उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि केंद्र ने स्क्रीनिंग किट के लिए राज्यों की सहायता की है। फॉगिंग और आईईसी गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता भी की गई है।
देश में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र ने राज्यों को दिशा निर्देशों का सही तरह से पालन करने की सलाह दी है। बुधवार को उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि डेंगू की रोकथाम, नियंत्रण के लिए केंद्र की ओर से दिशा निर्देशों को जारी किया गया। कुछ राज्यों से डेंगू के मामले बढ़ने की सूचना मिली है। हालांकि राज्यों को इसके नियंत्रण के लिए दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।
बैठक में अधिकारियों ने मंडाविया को देश भर में डेंगू की स्थिति के बारे में जानकारी दी। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को डेंगू के लिए पूरी तरह से तैयार रहने और रोकथाम उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि केंद्र ने स्क्रीनिंग किट के लिए राज्यों की सहायता की है। फॉगिंग और आईईसी गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता भी की गई है।
नौसेना अगले हफ्ते पेश करेगी नया स्वदेशीकरण रोडमैप
भारतीय नौसेना स्वदेशीकरण के एक अपडेटेड रोडमैप का अगले हफ्ते अनावरण करेगी। इसमें विभिन्न महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्मों में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए उसकी विशिष्ट पहलों की रूपरेखा तैयार की जाएगी। रोडमैप 4 और 5 अक्तूबर को होने वाले वार्षिक ‘स्वावलंबन’ सेमिनार के दूसरे संस्करण में जारी किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। नौसेना उप प्रमुख एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अधिकारियों ने बताया कि सेमिनार में पहले दिन पूर्ण सत्र के अलावा, नवाचार और विमानन को समर्पित सत्र होंगे।
भारतीय नौसेना स्वदेशीकरण के एक अपडेटेड रोडमैप का अगले हफ्ते अनावरण करेगी। इसमें विभिन्न महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्मों में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए उसकी विशिष्ट पहलों की रूपरेखा तैयार की जाएगी। रोडमैप 4 और 5 अक्तूबर को होने वाले वार्षिक ‘स्वावलंबन’ सेमिनार के दूसरे संस्करण में जारी किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। नौसेना उप प्रमुख एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अधिकारियों ने बताया कि सेमिनार में पहले दिन पूर्ण सत्र के अलावा, नवाचार और विमानन को समर्पित सत्र होंगे।
आग की चेतावनी के बाद विमान की आपात लैंडिंग
केरल के कोझिकोड में कारीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से दुबई जाने वाले एअर इंडिया एक्सप्रेस के विमान का बुधवार को उड़ान भरने के करीब एक घंटे बाद मार्ग बदलना पड़ा। पायलट ने विमान के ‘कार्गो होल्ड’ में आग की चेतावनी संबंधी लाइट देखने के बाद उड़ान को कन्नूर में उतारा। सूत्रों ने बताया कि विमान आईएक्स 345 में चालक दल के सदस्यों समेत 176 यात्री सवार थे। विमान कन्नूर में सुबह करीब 11 बजे सुरक्षित उतरा और सभी यात्री सकुशल हैं। उन्होंने बताया कि विमान ने सुबह लगभग नौ बजकर 53 मिनट पर उड़ान भरी थी। उधर, एअर इंडिया एक्सप्रेस का कहना है कि चेतावनी लाइट एक गलत अलार्म था।
केरल के कोझिकोड में कारीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से दुबई जाने वाले एअर इंडिया एक्सप्रेस के विमान का बुधवार को उड़ान भरने के करीब एक घंटे बाद मार्ग बदलना पड़ा। पायलट ने विमान के ‘कार्गो होल्ड’ में आग की चेतावनी संबंधी लाइट देखने के बाद उड़ान को कन्नूर में उतारा। सूत्रों ने बताया कि विमान आईएक्स 345 में चालक दल के सदस्यों समेत 176 यात्री सवार थे। विमान कन्नूर में सुबह करीब 11 बजे सुरक्षित उतरा और सभी यात्री सकुशल हैं। उन्होंने बताया कि विमान ने सुबह लगभग नौ बजकर 53 मिनट पर उड़ान भरी थी। उधर, एअर इंडिया एक्सप्रेस का कहना है कि चेतावनी लाइट एक गलत अलार्म था।
विफलताएं अंतरिक्ष क्षेत्र का हिस्सा, इसरो में कोई दंडित नहीं होता: सोमनाथ
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, विफलताएं अंतरिक्ष क्षेत्र का एक बहुत ही स्वाभाविक हिस्सा हैं, लेकिन इसरो में इसके लिए किसी को भी दंडित नहीं किया जाता है। यह वैज्ञानिकों को निर्णय लेने में नए दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (एआईएमए) की 50वीं वर्षगांठ पर सोमनाथ ने कहा कि उन्हें भी कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके लिए कभी उनके वरिष्ठों ने उनकी आलोचना नहीं की। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि विफलताओं के लिए किसी एक व्यक्ति को दंडित न किया जाए क्योंकि कोई भी निर्णय एक व्यक्ति नहीं लेता है। ये निर्णय सामूहिक रूप से लिए जाते हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, विफलताएं अंतरिक्ष क्षेत्र का एक बहुत ही स्वाभाविक हिस्सा हैं, लेकिन इसरो में इसके लिए किसी को भी दंडित नहीं किया जाता है। यह वैज्ञानिकों को निर्णय लेने में नए दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (एआईएमए) की 50वीं वर्षगांठ पर सोमनाथ ने कहा कि उन्हें भी कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके लिए कभी उनके वरिष्ठों ने उनकी आलोचना नहीं की। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि विफलताओं के लिए किसी एक व्यक्ति को दंडित न किया जाए क्योंकि कोई भी निर्णय एक व्यक्ति नहीं लेता है। ये निर्णय सामूहिक रूप से लिए जाते हैं।