Pahalgam Attack: जयशंकर ने EU के विदेश मामलों के प्रभारी से बात की; बर्लिन में भारतीय प्रवासियों का प्रदर्शन
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले की वैश्विक स्तर पर लगातार निंदा की जा रही है। साथ ही देश के साथ ही विदेशों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बर्लिन में भी भारतीय प्रवासियों ने आतंकी हमले के विरोध में प्रदर्शन किया। इससे पहले भी लंदन से लेकर वारसॉ और फ्रांस में आतंकी हमले को लेकर विरोध प्रदर्शन किए गए हैं।


विस्तार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था। आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। सिंधु जल संधि के निलंबन से लेकर पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने तक, भारत ने पाकिस्तान पर कई पाबंदियां लगा दी हैं। भारत पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने के लिए लगातार तमाम देशों के नेताओं से बातचीत कर रहा है। इसी क्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोपीय संघ (ईयू) के अपने समकक्ष काजा कल्लस से बात की और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोपीय संघ (ईयू) के अपने समकक्ष काजा कल्लस से बात की और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की। फोन पर बातचीत के बाद, जयशंकर ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की यूरोपीय संघ द्वारा की गई कड़ी निंदा का स्वागत किया। जयशंकर ने एक्स पर कहा, आज शाम काजा कल्लस से बात करके अच्छा लगा। पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की। कल्लस ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से भी बात की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव चिंताजनक हैं। मैं दोनों पक्षों से संयम बरतने और स्थिति को बेहतर बनाने के लिए बातचीत करने का आग्रह करता हूं। तनाव बढ़ने से किसी को कोई फायदा नहीं होता।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आंतकी हमले के विरोध में शुक्रवार को बर्लिन में भी बड़ा प्रदर्शन हुआ। 350 से 400 भारतीय प्रवासियों और भारत के मित्रों ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने शहर के ब्रैंडेनबर्ग गेट, बर्लिन डोम और हम्बोल्ट फोरम से मार्च किया। इससे पहले, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के प्रति एकजुटता और समर्थन दिखाने के लिए यूके में भारतीय समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर एकत्र हुए। यह प्रदर्शन खालिस्तानी और पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के जवाब में किया गया था। इसी तरह, 28 अप्रैल को वारसॉ में हिंदू मंदिर और गुरुद्वारा सिंह सभा ने भी हमले में मारे गए लोगों के लिए विशेष प्रार्थना की। हिंदू मंदिर ने पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए 'गरुड़ पुराण पाठ' का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में वारसॉ में तमिल एसोसिएशन, तेलुगु एसोसिएशन, सिंधी एसोसिएशन और पंजाबी एसोसिएशन सहित विभिन्न भारतीय प्रवासी संघों के प्रमुखों और सदस्यों ने भाग लिया। इसके अलावा, फ्रांस में भी भारतीय प्रवासियों ने एफिल टावर के सामने एकत्र होकर आतंकवादियों को पनाह देने के लिए पाकिस्तान की निंदा की।
स्विट्जरलैंड के विदेश मंत्री इग्नाजियो कैसिस ने भी पहलगाम में हुए हमले की निंदा की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा, 'पहलगाम में हुए दुखद हमले के बाद मैंने भारतीय समकक्ष डॉ. एस जयशंकर से बात की। मैंने इस हमले की निंदा की, और पीड़ित परिवारों के प्रति दुख जताया। मैंने क्षेत्रीय तनाव से बचने के लिए संयम बरतने का आह्वान किया। हम बातचीत का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।'
Swiss Foreign Minister Ignazio Cassis tweets, "In a conversation with my Indian colleague Dr S Jaishankar following the tragic attack in Pahalgam, I reiterated Switzerland’s condemnation, expressed condolences to the victims’ families, and called for restraint to avoid regional… pic.twitter.com/iEFbclSO1B
— ANI (@ANI) May 2, 2025
नॉर्वे के राष्ट्रीय दिवस पर शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित दूतावास में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान भारत में नॉर्वे की राजदूत मे-एलिन स्टेनर ने कहा कि पिछले सप्ताह पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने हम सभी को झकझोर दिया है। हम पीड़ितों, उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और निर्दोष लोगों पर हमलों को कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता। नॉर्वे हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है।
#WATCH | Delhi: "...Here in Delhi, particularly tonight, the terror attack in Pahalgam last week shocked us all. Our heartfelt thoughts go to the victims, their families and the people of India. There can never be any justification for terror and attacks on innoncent lives.… pic.twitter.com/WG0pP8Xgvm
— ANI (@ANI) May 2, 2025