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पाकिस्तानी एफ-16 पायलटों ने भारतीय लड़ाकू विमानों पर 50 किलोमीटर की दूरी से 4-5 एमराम मिसाइल दागी थी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: sapna singla
Updated Wed, 06 Mar 2019 11:10 AM IST
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एफ 16 लड़ाकू विमान और एमराम मिसाइल का टुकड़ा
- फोटो : ANI
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भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तान के एफ-16 विमान को लेकर नया खुलासा हुआ है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के पायलटों ने एसयू-30 और मिग-21 बाइसन समेत अन्य भारतीय विमानों पर 40-50 किलोमीटर की दूरी से चार से पांच अमेरिकी एमराम मिसाइल दागे थे। एमराम अमेरिका में निर्मित मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली एक उन्नत मिसाइल है।
सूत्रों ने मंगलवार को एएनआई को बताया कि 27 फरवरी को भारत पर हमला करने के दौरान एफ-16 विमानों का इस्तेमाल नहीं करने के पाकिस्तानी दावों से और पर्दा उठाने के लिए, भारतीय सेना जमीन पर संभावित क्षेत्रों में गहन खोजबीन अभियान चला रही है, जहां एमराम मिसाइल का मलबा गिरा मिल सकता है।
सूत्रों ने कहा, एफ-16 ने 27 फरवरी को सुखोई सहित भारतीय विमानों पर करीब 40-50 किलोमीटर की दूरी से चार से पांच एमराम मिसाइल दागे, लेकिन वे सभी निशाने से चूक गए। एक बार हमें एमराम मिसाइलों के और अधिक टुकड़े मिल जाएं तो फिर पाकिस्तानी और बेनकाब हो जाएंगे।
भारतीय वायु सेना के पायलटों और पाकिस्तानियों के बीच 27 फरवरी को हुए संघर्ष में भारतीय मिग-21 पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने एफ-16 को मार गिराया था। वे एकमात्र पायलट थे जिन्होंने इस संघर्ष के दौरान भारत की ओर से पाकिस्तानी विमानों पर हमला किया था।
यह पूरा अभियान जम्मू और कश्मीर के राजौरी जिले के आसमान पर तब हुआ जब पाकिस्तान ने नौशेरा सेक्टर में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी वायु सेना (पीएएफ) का इरादा एक ब्रिगेड मुख्यालय, एक बटालियन मुख्यालय और एक तेल भंडार में धमाका करना था।
भारत पहले ही 28 फरवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय विमानों पर दागी गई एक एमराम मिसाइल के कुछ हिस्सों को दिखा चुका है और इस संबंध में अधिक सबूत पाकिस्तान के लिए मुश्किलें पैदा करेंगे।
भारत ने नई दिल्ली में अमरीकी दूतावात के अमेरिकी रक्षा अताचे को सबूत भी दिखाया है और उन्हें इस संबंध में भारत की चिंताओं के बारे में सूचित किया है।
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सूत्रों ने मंगलवार को एएनआई को बताया कि 27 फरवरी को भारत पर हमला करने के दौरान एफ-16 विमानों का इस्तेमाल नहीं करने के पाकिस्तानी दावों से और पर्दा उठाने के लिए, भारतीय सेना जमीन पर संभावित क्षेत्रों में गहन खोजबीन अभियान चला रही है, जहां एमराम मिसाइल का मलबा गिरा मिल सकता है।
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सूत्रों ने कहा, एफ-16 ने 27 फरवरी को सुखोई सहित भारतीय विमानों पर करीब 40-50 किलोमीटर की दूरी से चार से पांच एमराम मिसाइल दागे, लेकिन वे सभी निशाने से चूक गए। एक बार हमें एमराम मिसाइलों के और अधिक टुकड़े मिल जाएं तो फिर पाकिस्तानी और बेनकाब हो जाएंगे।
भारतीय वायु सेना के पायलटों और पाकिस्तानियों के बीच 27 फरवरी को हुए संघर्ष में भारतीय मिग-21 पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने एफ-16 को मार गिराया था। वे एकमात्र पायलट थे जिन्होंने इस संघर्ष के दौरान भारत की ओर से पाकिस्तानी विमानों पर हमला किया था।
यह पूरा अभियान जम्मू और कश्मीर के राजौरी जिले के आसमान पर तब हुआ जब पाकिस्तान ने नौशेरा सेक्टर में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी वायु सेना (पीएएफ) का इरादा एक ब्रिगेड मुख्यालय, एक बटालियन मुख्यालय और एक तेल भंडार में धमाका करना था।
भारत पहले ही 28 फरवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय विमानों पर दागी गई एक एमराम मिसाइल के कुछ हिस्सों को दिखा चुका है और इस संबंध में अधिक सबूत पाकिस्तान के लिए मुश्किलें पैदा करेंगे।
भारत ने नई दिल्ली में अमरीकी दूतावात के अमेरिकी रक्षा अताचे को सबूत भी दिखाया है और उन्हें इस संबंध में भारत की चिंताओं के बारे में सूचित किया है।