PM Modi in US: अमेरिका में कौन कर रहा पीएम मोदी की सुरक्षा, क्या है सीक्रेट सर्विस की एक जैसी गाड़ियों का राज?
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विस्तार
अमेरिका की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा कौन कर रहा है। भारत में प्रधानमंत्री की सुरक्षा करने वाले 'एसपीजी' दस्ते के कुछ चुनींदा अधिकारी ही अमेरिका गए हैं। पीएम मोदी के काफिले में एक जैसी 11 गाड़ियां चल रही हैं। चूंकि इस बार पीएम मोदी अमेरिका में स्टेट गेस्ट की हैसियत से जा रहे हैं, इसलिए उनके सुरक्षा घेरे की जिम्मेदारी विशेष दस्ते को सौंपी गई है। प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा, अमेरिकी राष्ट्रपति 'जो बाइडन' के सुरक्षा दस्ते को दी गई है। यानी सीक्रेट सर्विस पीएम मोदी की सुरक्षा में लगी है। पीएम मोदी के काफिले में सीक्रेट सर्विस की एक जैसी '11' बख्तरबंद गाड़ियां चल रही हैं। उसमें यह मालूम नहीं होता कि मोदी कौन सी कार में सवार हैं।
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विदेश में एसपीजी का बहुत कम स्टाफ रहता है
प्रधानमंत्री मोदी, जब दिल्ली से बाहर देश के ही किसी हिस्से में जाते हैं, तो उनके साथ एसपीजी दस्ता रहता है। इसमें लगभग तीन दर्जन जवान होते हैं। जिस जगह पर पीएम को पहुंचना होता है, वहां पहले से ही एसपीजी मौजूद रहती है। सूत्रों के मुताबिक, विदेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के साथ एसपीजी का बहुत कम स्टाफ रहता है। मुश्किल से एक या दो टीम ही पीएम के साथ जाती है। कई देश ज्यादा सुरक्षा कर्मियों की टीम को अपने यहां आने की इजाजत नहीं देते। वजह, वे खुद प्रधानमंत्री की हिफाजत करते हैं। ऐसे में एसपीजी के कुछ अफसर या जवान ही पीएम के साथ विदेश जाते हैं।
पीएम को बख्तरबंद गाड़ी मुहैया कराती है सीक्रेट सर्विस
प्रधानमंत्री के पास जो गाड़ियां हैं, उन्हें भी विदेश में नहीं ले जाया जाता। हालांकि नेपाल, बांग्लादेश या भूटान आदि देशों में पीएम की गाड़ी भी पहुंचाई जाती है। अमेरिका में ऐसा नहीं है। वहां पर 'सीक्रेट सर्विस' ही प्रधानमंत्री को बख्तरबंद गाड़ी मुहैया कराती है। जो गार्ड, अमेरिका के राष्ट्रपति की सुरक्षा करते हैं, वे ही प्रधानमंत्री मोदी के साथ रहेंगे। इसे यूं भी कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री की हर तरह की सुरक्षा के लिए मेजबान देश ही जिम्मेदार रहता है। यदि प्रधानमंत्री किसी एक जगह पर जाते हैं और उसके बाद वे वापस लौटते हैं, तो उनके साथ एसपीजी की एक छोटी टीम ही जाती है। उसमें दस पंद्रह लोग रहते हैं। अगर किसी देश में प्रधानमंत्री के कई कार्यक्रम हैं तो वहां संभव है कि दो टीम भेजी जाती हैं। एक तकनीकी टीम भी रहती है। इस टीम के सदस्य हमेशा प्रधानमंत्री के साथ जाते हैं।
सुरक्षा के लिहाज से तय होता है हवाई क्षेत्र
इस बार पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए सीक्रेट सर्विस ने अचूक घेरा तैयार किया है। एयरपोर्ट पर कितने व्यक्ति पीएम का स्वागत करेंगे, रास्ते में अगर पीएम को किसी से मिलना है, तो वहां कितने लोग होंगे और किसी समारोह में प्रधानमंत्री का शेड्यूल क्या रहेगा, ये सब सीक्रेट सर्विस ही तय करती है। इस बार हर जगह पर पीएम से मिलने वाले लोगों में कुछ कटौती की गई है। पीएम जहां भी ठहरेंगे, वहां डायरेक्ट इलेक्ट्रिीसिटी सप्लाई नहीं रहती। दूसरे उपकरण भी सीक्रेट सर्विस की निगरानी में रहते हैं। यूएन में योग कार्यक्रम के दौरान दस किलोमीटर के दायरे में सीक्रेट एजेंट्स मौजूद रहेंगे।
यूएस सीक्रेट सर्विस की डिविजन के-9 स्क्वॉयड के डॉग को दो बार आयोजन स्थल पर ले जाया जाता है। पीएम मोदी का विमान जब उड़ान भरता है, तो सीक्रेट सर्विस ही उसका हवाई क्षेत्र तय करती है। पीएम जिस कमरे में रहेंगे, वह सीक्रेट सर्विस के दायरे में होता है। कमरे की हर दीवार और दरवाजों पर बुलेटप्रूफ कवर लगा रहता है।