सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   PM Narendra Modi Mann Ki Baat Festival Season Chhath Diwali Operation Sindoor Business Activity Economy news

Mann Ki Baat: मन की बात में पीएम मोदी ने दी छठ की शुभकामनाएं, बोले- यह महापर्व गहरी एकता का प्रतिबिंब

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र Updated Sun, 26 Oct 2025 11:24 AM IST
विज्ञापन
PM Narendra Modi Mann Ki Baat Festival Season Chhath Diwali Operation Sindoor Business Activity Economy news
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में साझा किए विचार - फोटो : अमर उजाला ग्राफिक्स
विज्ञापन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान देशवासियों को त्योहारों की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने छठ का जिक्र करते हुए कहा कि छठ का महापर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज के बीच की गहरी एकता का प्रतिबिंब है। छठ के घाटों पर समाज का हर वर्ग एक साथ खड़ा होता है। ये दृश्य भारत की सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण है। 
Trending Videos


अंबिकापुर-बंगलूरू में बदलाव की पहलों का किया जिक्र
पीएम मोदी ने इस दौरान छत्तीसगढ़ और कर्नाटक का जिक्र किया। पीएम ने छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर की प्लास्टिक कचरा साफ करने की पहल गारबेज कैफे के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "ये ऐसे कैफे हैं, जहां प्लास्टिक का कचरा लेकर जाने पर भरपेट खाना खिलाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति एक किलो प्लास्टिक लेकर जाए तो उसे दोपहर या रात का खाना मिलता है और कोई आधा किलो प्लास्टिक ले जाए तो नाश्ता मिल जाता है। ये कैफे अंबिकापुर नगरपालिका चलाता है।"
विज्ञापन
विज्ञापन

इसी तरह पीएम ने बंगलूरू की एक खास पहल का जिक्र करते हुए कहा, "बंगलूरू को झीलों का शहर कहा जाता है और इंजीनियर कपिल शर्मा जी ने यहां झीलों को नया जीवन देने का अभियान शुरू किया है। कपिल की टीम ने बंगलूरू और आसपास के इलाकों में 40 कुओं और झीलों को फिर से जिंदा कर दिया है। खास बात तो यह है कि उन्होंने अपने मिशन में कॉरपोरेट्स और स्थानीय लोगों को भी जोड़ा है।"

मैनग्रोव के जरिए पर्यावरण संरक्षण का दिया मंत्र

पीएम मोदी ने जंगली जीवन की महत्ता बताते हुए आगे कहा, "गुजरात के वन विभाग ने मैनग्रोव (Mangrove) के महत्व को समझते हुए खास मुहिम चलाई हुई है। पांच साल पहले वन विभाग की टीमों ने अहमदाबाद के नजदीक धोलेरा में मैनग्रोव लगाने का काम शुरू किया था, और आज धोलेरा तट पर साढ़े तीन हजार हेक्टेयर में मैनग्रोव फैल चुके हैं। इनका असर आज पूरे क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। वहां के ईको सिस्टम में डॉल्फिनों की संख्या बढ़ गई है। केकड़े और दूसरे जलीय जीव भी पहले से ज्यादा हो गए हैं। यही नहीं, अब यहां प्रवासी पक्षी भी काफी संख्या में आ रहे हैं। इससे वहां के पर्यावरण पर अच्छा प्रभाव तो पड़ा ही है, धोलेरा के मछली पालकों को भी फायदा हो रहा है।

सरदार पटेल की जयंती पर रन फॉर यूनिटी में शामिल होने की अपील की

सरदार पटेल आधुनिक काल में राष्ट्र की सबसे महान विभूतियों में से एक रहे हैं। उनके विराट व्यक्तित्व में अनेक गुण एक साथ समाहित थे। गांधी जी से प्रेरित होकर सरदार पटेल ने खुद को स्वतंत्रता आंदोलन में पूरी तरह समर्पित कर दिया। ‘खेड़ा सत्याग्रह' से लेकर 'बोरसद सत्याग्रह' तक अनेक आंदोलनों में उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है। अहमदाबाद नगरपालिका के
प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल भी ऐतिहासिक रहा था। उन्होंने स्वच्छता और सुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उप-प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के रूप में उनके योगदान के लिए हम सभी सदैव उनके ऋणी रहेंगे। 

पीएम मोदी ने कहा, "सरदार पटेल ने भारत के नौकरशाही के ढांचे की एक मजबूत नींव भी रखी। देश की एकता और अखंडता के लिए उन्होंने अद्वितीय प्रयास किए।  मेरा आप सबसे आग्रह है, 31 अक्तूबर को सरदार साहब की जयंती पर देशभर में होने वाली रन फॉर यूनिटी में आप भी जरूर शामिल हों।

कोरापुट कॉफी का भी जिक्र किया

पीएम ने इसके बाद कोरापुट कॉफी को लेकर बात की। उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया है कि कोरापुट कॉफी का स्वाद गजब होता है, और इतना ही नहीं, स्वाद तो स्वाद, कॉफी की खेती भी लोगों को फायदा पहुंचा रही है। कोरापुट में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपने जुनून की वजह से कॉफी की खेती कर रहे हैं।"

मोदी ने आगे कहा, "दुनिया-भर में भारत की कॉफी बहुत लोकप्रिय हो रही है। चाहे कर्नाटका में चिकमंगलुरु, कुर्ग और हासन हो। तमिलनाडु में पुलनी, शेवरॉय, नीलगिरी और अन्नामलाई के इलाके हों, कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा पर बिलिगिरि क्षेत्र हो या फिर केरला में वायनाड, त्रावणकोर और मालाबार के इलाके। भारत की कॉफी की डायवर्सिटी देखते ही बनती है। हमारा पूर्वोत्तर भी कॉफी की उपज में आगे बढ़ रहा है।"

प्रधानमंत्री ने भारतीय कुत्तों की नस्लों, उनके प्रशिक्षण और सुरक्षा बलों में उनकी भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने बीएसएफ और सीआरपीएफ द्वारा देशी कुत्तों को प्रशिक्षित करने और उनके नामों में भारतीयता बनाए रखने की प्रशंसा की। 

इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150वें वर्ष और इसके महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम’ मातृभूमि के प्रति हमारे कर्तव्यों और देशभक्ति की भावना जगाता है। उन्होंने देशवासियों से इस अवसर को यादगार बनाने के लिए सुझाव भेजने का अनुरोध किया।

साथ ही, उन्होंने संस्कृत भाषा और युवा पीढ़ी द्वारा संस्कृत में किए जा रहे रोचक कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भाषा किसी सभ्यता के मूल्यों और परंपराओं का वाहक होती है और युवा इसे पुनर्जीवित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने आदिवासी नायकों, कोमराम भीम और भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को याद करते हुए युवा पीढ़ी से उनसे सीख लेने और उनके जीवन और कार्यों को जानने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मन की बात’ के माध्यम से देशवासियों को अपने आस-पास के प्रेरक व्यक्तियों और समूहों के बारे में बताने का मौका मिलता है। उन्होंने सभी से ऐसे संदेश भेजने का अनुरोध किया और अगले महीने फिर नए विषयों के साथ ‘मन की बात’ में मिलने का वादा किया।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed