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Kanwar Yatra: सपा नेता ने कांवड़ यात्रियों को 'आतंकवादी' बताया, भाजपा ने उठाए सवाल
डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला
Published by: शिव शुक्ला
Updated Thu, 03 Jul 2025 12:25 PM IST
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सार
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के मार्ग पर मांस-शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन के द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर चलने वाली खाने-पीने की दुकानों के सामने दुकानदारों का नाम, दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों का नाम और दुकान का लाइसेंस लिखना अनिवार्य कर दिया गया है।

शहजाद पूनावाला
- फोटो : ANI

विस्तार
समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और एआईएमआईएम नेताओं ने कांवड़ यात्रा पर विवादित टिप्पणी कर राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है।भाजपा ने कहा है कि विपक्ष के सभी दल एक-एक कर कांवड़ यात्रा पर आपत्तिजनक बयानबाजी कर हिंदुओं की भावनाओं का अपमान कर रहे हैं और ऐसा करके वे एक वर्ग को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी ने कहा है कि यदि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं में हिम्मत है तो वे दूसरे धर्मों पर इसी तरह की टिप्पणी करके दिखाएं।
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भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने गुरुवार को कहा कि पहले समाजवादी पार्टी के सांसद ने कांवड़ यात्रियों को आतंकवादी बताया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के ही नेता रविदास मेहरोत्रा ने भाजपा को आतंकवादी करार दे दिया। औवैसी और दिग्विजय सिंह लगातार कांवड़ यात्रियों के विरुद्ध बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा करके विपक्ष यही संदेश देना चाहता है कि उसे हिंदुओं की जनभावनाओं से कोई सरोकार नहीं है।
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नाम बदलकर धोखा क्यों- विहिप
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा है कि कांवड़ यात्रियों की धार्मिक भावनाओं का अपमान करने का अधिकार किसी को नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि नाम बदलकर धोखा देना किसी कीमत पर स्वीकार नहीं है। जिसे भी व्यवसाय करना है वह अपने असली नाम और असली पहचान से करे। नाम बदलना यह दिखाता है कि ऐसे लोग दूसरे लोगों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना चाहते हैं।
प्रशासन ने किए इंतजाम
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के मार्ग पर मांस-शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन के द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर चलने वाली खाने-पीने की दुकानों के सामने दुकानदारों का नाम, दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों का नाम और दुकान का लाइसेंस लिखना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा कांवड़ यात्रियों के लिए अलग लेन बनाकर उन्हें किसी दुर्घटना की चपेट में आने से रोकने की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली सरकार ने कांवड़ यात्रियों के लिए दस लाख रूपये तक की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। कांवड़ शिविरों में बिजली-पानी की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि सरकार कांवड़ यात्रियों की भावनाओं का पूरा खयाल रखेगी और उन्हें कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
सावन और कांवड़ यात्रा कब से कब तक
इस वर्ष सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगा। सावन महीने की शुरुआत के साथ ही भगवान शिव की पूजा के लिए की जाने वाली कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाएगी। इस बार कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू होकर सावन की शिवरात्रि 23 जुलाई तक चलेगी। लेकिन इसी के साथ कुछ नेताओं की आपत्तिजनक बयानबाजी के कारण कांवड़ यात्रा के पहले ही विवाद शुरू हो गया है।