{"_id":"68a1b342786ad178d5067c24","slug":"tamil-nadu-election-pmk-special-meet-picks-ramadoss-as-founder-president-2025-08-17","type":"story","status":"publish","title_hn":"Tamil Nadu: PMK की विशेष बैठक में डॉ. रामदास संस्थापक-अध्यक्ष घोषित, बेटे अंबुमणि के साथ नेतृत्व पर था मतभेद","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Tamil Nadu: PMK की विशेष बैठक में डॉ. रामदास संस्थापक-अध्यक्ष घोषित, बेटे अंबुमणि के साथ नेतृत्व पर था मतभेद
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, विल्लूपुरम
Published by: पवन पांडेय
Updated Sun, 17 Aug 2025 04:17 PM IST
सार
तमिलनाडु के राजनीतिक दल पीएमके में पिता-पुत्र के बीच का टकराव राज्य की सियासत में चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन पार्टी के विशेष महासभा की बैठक के बाद यह साफ हो गया है कि पार्टी का झुकाव अब भी डॉ. रामदास के साथ है और वे ही पार्टी के शीर्ष पद पर बने रहेंगे।
विज्ञापन
डॉ. एस. रामदास, पीएमके के संस्थापक अध्यक्ष
- फोटो : ANI
विज्ञापन
विस्तार
तमिलनाडु की राजनीतिक दल पट्टाली मक्कल कच्ची (पीएमके) में चल रहे सियासी खींचतान के बीच रविवार को एक अहम फैसला लिया गया। पार्टी की विशेष महासभा की बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि पार्टी के संस्थापक डॉ. एस. रामदास आगे भी संस्थापक अध्यक्ष बने रहेंगे।
पिता-पुत्र के बीच मतभेद
पिछले कुछ महीनों से डॉ. रामदास और उनके बेटे डॉ. अंबुमणि रामदास के बीच नेतृत्व को लेकर विवाद गहराता जा रहा था। दोनों नेता पार्टी के अलग-अलग पदाधिकारियों की नियुक्ति और हटाने जैसे फैसले ले रहे थे। इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं में भी बंटवारा दिखाई देने लगा। बताया जा रहा है कि पिता-पुत्र अब आपस में बातचीत तक नहीं कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें - ECI on SIR: क्या बिहार के बाद पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में भी एसआईआर होंगे? CEC ज्ञानेश कुमार ने दिया जवाब
विशेष महासभा की बैठक
इन्हीं हालातों में रविवार को विलुपुरम में डॉ. रामदास की अगुवाई में पार्टी की विशेष महासभा की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे। बैठक के दौरान पूर्व अध्यक्ष और पेननगरम से विधायक जी.के. मणि ने एक प्रस्ताव रखा कि डॉ. रामदास को पार्टी का संस्थापक अध्यक्ष बने रहना चाहिए। यह प्रस्ताव जैसे ही रखा गया, सभा में मौजूद सभी सदस्यों ने जोरदार तालियों और नारों के साथ उसका समर्थन किया।
कार्यकर्ताओं का समर्थन और नारेबाजी
इस बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने मरुथुवर अय्या (यानी डॉक्टर साहब) के नारे लगाते हुए 86 वर्षीय डॉ. एस. रामदास के पक्ष में माहौल बना दिया। उत्साह और समर्थन देखकर डॉ. रामदास अपनी कुर्सी से खड़े हुए और हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया। इसके बाद विधायक जीके मणि ने घोषणा की कि विशेष महासभा ने सर्वसम्मति से यह स्वीकार कर लिया है कि डॉ. एस. रामदास आगे भी पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष बने रहेंगे।
यह भी पढ़ें - ECI: 'कुछ दल SIR पर गलत सूचना फैला रहे, हम दोहरे मतदान और वोट चोरी के निराधार आरोपों से नहीं डरते', सीईसी बोले
2026 में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव संभव
साल 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद तमिलनाडु में अगला विधानसभा चुनाव 2026 में संभावित है। फिलहाल, राज्य में डीएमके शासन में हैं। जिसके मुखिया एमके स्टालिन मुख्यमंत्री पद पर और उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन डिप्टी सीएम के पद पर बने हुए हैं।
Trending Videos
पिता-पुत्र के बीच मतभेद
पिछले कुछ महीनों से डॉ. रामदास और उनके बेटे डॉ. अंबुमणि रामदास के बीच नेतृत्व को लेकर विवाद गहराता जा रहा था। दोनों नेता पार्टी के अलग-अलग पदाधिकारियों की नियुक्ति और हटाने जैसे फैसले ले रहे थे। इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं में भी बंटवारा दिखाई देने लगा। बताया जा रहा है कि पिता-पुत्र अब आपस में बातचीत तक नहीं कर रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
यह भी पढ़ें - ECI on SIR: क्या बिहार के बाद पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में भी एसआईआर होंगे? CEC ज्ञानेश कुमार ने दिया जवाब
विशेष महासभा की बैठक
इन्हीं हालातों में रविवार को विलुपुरम में डॉ. रामदास की अगुवाई में पार्टी की विशेष महासभा की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे। बैठक के दौरान पूर्व अध्यक्ष और पेननगरम से विधायक जी.के. मणि ने एक प्रस्ताव रखा कि डॉ. रामदास को पार्टी का संस्थापक अध्यक्ष बने रहना चाहिए। यह प्रस्ताव जैसे ही रखा गया, सभा में मौजूद सभी सदस्यों ने जोरदार तालियों और नारों के साथ उसका समर्थन किया।
कार्यकर्ताओं का समर्थन और नारेबाजी
इस बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने मरुथुवर अय्या (यानी डॉक्टर साहब) के नारे लगाते हुए 86 वर्षीय डॉ. एस. रामदास के पक्ष में माहौल बना दिया। उत्साह और समर्थन देखकर डॉ. रामदास अपनी कुर्सी से खड़े हुए और हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया। इसके बाद विधायक जीके मणि ने घोषणा की कि विशेष महासभा ने सर्वसम्मति से यह स्वीकार कर लिया है कि डॉ. एस. रामदास आगे भी पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष बने रहेंगे।
यह भी पढ़ें - ECI: 'कुछ दल SIR पर गलत सूचना फैला रहे, हम दोहरे मतदान और वोट चोरी के निराधार आरोपों से नहीं डरते', सीईसी बोले
2026 में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव संभव
साल 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद तमिलनाडु में अगला विधानसभा चुनाव 2026 में संभावित है। फिलहाल, राज्य में डीएमके शासन में हैं। जिसके मुखिया एमके स्टालिन मुख्यमंत्री पद पर और उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन डिप्टी सीएम के पद पर बने हुए हैं।