रात में ताज के दीदार के लिए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था मामला, जानें फिर क्या हुआ
- यूपी सरकार के तत्कालीन पर्यटन मंत्री अशोक यादव ने रात को ताज देखने की अनुमति दिलाने में निभाई थी अहम भूमिका
- विदेशी पर्यटक रात को ही चाहते हैं ताजमहल का दीदार करना
- विदेशी पर्यटकों से भारत को होती है विदेशी मुदा की आय, बढ़ता है रोजगार
विस्तार
लेकिन कुछ ही लोगों को मालूम होगा कि ताज को रात में भी देखने का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। सुप्रीम कोर्ट से विशेष अनुमति मिलने के बाद अब भी केवल सीमित दिनों के सीमित समय में ही रात के समय ताजमहल को देखा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश सरकार में तत्कालीन पर्यटन मंत्री अशोक यादव ने रात के समय ताज को देखने की इजाजत मिलने में अहम भूमिका निभाई थी।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की वर्ष 2000 की भारत यात्रा के दौरान उन्हें ताजमहल दिखाने में विशेष भूमिका निभाने वाले अशोक यादव ने अमर उजाला को बताया कि ताजमहल को रात के समय पर्यटकों के लिए खोले जाने को लेकर कई बार विवाद हो चुका है।
ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण से जुड़े संगठन इसे ताज के लिए नुकसानदेह बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुके हैं। वहीं ताज प्रेमी रात के समय इसकी अद्भुत खूबसूरती निहारने के लिए रात के समय इसे देखने की इजाजत मांगते रहे हैं।
ऐसे में उनके सामने दुविधा की घड़ी थी कि वे इन दोनों के बीच का रास्ता कैसे निकालें जिससे ताजमहल को भी नुकसान न हो और पर्यटकों को ताजमहल को देखने में भी असुविधा न आए।
अशोक यादव के मुताबिक इस विषय पर उठा विवाद सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुंच गया। उन्होंने यूपी सरकार की तरफ से तमाम वरिष्ठ वकीलों के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट को इस बात के लिए आश्वस्त किया कि रात के समय सीमित संख्या में पर्यटकों के ताजमहल तक जाने से इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों के आने से ताजमहल के जरिए भारत के राजस्व को भारी लाभ भी पहुंचेगा। काफी मशक्कत के बाद सुप्रीम कोर्ट उनकी दलील से सहमत हुआ और रात के समय ताजमहल देखने की अनुमति मिल गई।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री राम प्रकाश गुप्ता की सरकार में विशेष भूमिका निभाने वाले मंत्री अशोक यादव के मुताबिक विशेषकर विदेशी पर्यटक ताज को रात के समय ही देखना पसंद करते हैं। चांद की चांदनी में वे इसकी फोटो लेते हैं, जिसे विदेशी पत्र-पत्रिकाओं में विशेष जगह मिलती है।
इससे विदेशियों में ताजमहल के लिए आकर्षण पैदा होता है और भारत को विदेशी पर्यटक मिलते हैं। इससे भारत को टूरिज्म के जरिए भारी लाभ मिलता है और आगरा के स्थानीय नागरिकों को भी इसका लाभ मिलता है।
आज क्या है स्थिति
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हर माह की पूर्णिमा के दो दिन पहले और दो दिन बाद तक रात को मिलाकर कुल पांच दिनों में रात तक ताज को देखने की अनुमति मिल गई। इसके लिए रात 08:30 बजे से रात 12:30 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
आधे-आधे घंटे के स्लॉट में पर्यटकों को अंदर जाने की अनुमति दी जाती है। रमजान के महीने में पर्यटकों को ताजमहल के दीदार की इजाजत नहीं होती।