Weather Alert: ब्रेक के बाद फिर मानसून ने पकड़ी रफ्तार,13 से 20 अगस्त के बीच इन राज्यों में होगी जोरदार बारिश
सुस्त पड़ा मानसून एक बार फिर सक्रिय होने वाला है। इसके चलते कई राज्यों में भारी बरसात देखने को मिल सकती है। 12 से 20 अगस्त के बीच देश के कई इलाकों में जोरदार मानसूनी बारिश देखने को मिलेगी।

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देश के अधिकांश हिस्सों में लगे सुस्त पड़ा मानसून एक बार फिर सक्रिय होने वाला है। इसके चलते कई राज्यों में भारी बरसात देखने को मिल सकती है। मौसम एजेंसियों का अनुमान है कि, लंबे समय से जारी ब्रेक-मानसून की स्थिति के बाद बंगाल की खाड़ी में जल्द ही एक कम दबाव का क्षेत्र बनने वाला है। पिछला मानसून सिस्टम टाइफून विफा का अवशेष था, जो लो-प्रेशर/डिप्रेशन के रूप में देश से गुजरा है। 12 अगस्त को उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा, जो 13 अगस्त को कम दबाव में बदल जाएगा। यह सिस्टम 2-3 दिन तक समुद्र पर स्थिर रहकर ताकतवर होगा और फिर डिप्रेशन में बदलकर जमीन की ओर बढ़ेगा। 12 से 20 अगस्त के बीच देश के कई इलाकों में जोरदार मानसूनी बारिश देखने को मिलेगी।

12 से 15 अगस्त के बीच यह सिस्टम समुद्र पर रहेगा, लेकिन मौसम का असर पूर्वी तट से शुरू होकर धीरे-धीरे अंदरूनी इलाकों तक फैलेगा। सबसे पहले ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश होगी। इसके बाद तेज मानसून की बौछारें मध्य भारत से होते हुए गुजरात तक पहुंचेंगी। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर का कहना है कि,मानसून ट्रफ और समुद्र पर बनने वाले सिस्टम, सीजनल बारिश के मुख्य कारण होते हैं। ब्रेक-मानसून स्थिति की वजह से कुछ समय के लिए बारिश रुकी थी, जो इस मौसम में सामान्य है। अब बंगाल की खाड़ी में नया कम दबाव बनने के साथ ही मानसून की वापसी होगी और देश के बड़े हिस्से में फिर से भारी बारिश शुरू हो जाएगी।
इस नए सिस्टम से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण राजस्थान में भारी से अति भारी बारिश के आसार हैं। जबकि कोंकण क्षेत्र, खासकर मुंबई में अगस्त की पहली जोरदार बारिश का इंतजार खत्म होगा। मुंबई और दक्षिण तटीय गुजरात में इस सीजन की अब तक की सबसे तेज बारिश देखने को मिल सकती है। ब्रेक-मानसून की वजह से अगस्त के पहले 10 दिनों में सामान्य से कम बारिश हुई। 1 से 10 अगस्त 2025 तक सिर्फ 64.7 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य 89.8 मिमी होनी चाहिए थी। यानी लगभग 30 प्रतिशत की कमी। सीजनल बारिश भी पहले के 15 प्रतिशत अधिशेष से घटकर लगभग सामान्य स्तर पर आ गई है।
इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने अगले 8-14 अगस्त के लिए कई राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले 7 दिन जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर भारी, तो कुछ स्थानों पर हल्की बारिश का अलर्ट है। जबकि महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, कोंकण और सौराष्ट्र के कई हिस्सों में 8-14 अगस्त को कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश का अनुमान है। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश की भी संभावना है।
अगले 7 दिन केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना और लक्षद्वीप में कई जगह जमकर बादल बरसेंगे। 8, 9, 10, 11, 12, 13 और 14 अगस्त को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, बिहार और विदर्भ में कुछ इलाकों में रुक-रुककर भारी बारिश होगी, तो कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश होगी। अगले 7 दिन असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा में भी रुक-रुक कर कुछ स्थानों पर मूसलाधार तो कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार अगले 7 दिन जिस राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है, वहाँ तेज़ हवाएं, आंधी और बिजली की भी चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान गरज के साथ बारिश होगी।

दिल्ली एनसीआर में फिर शुरू होगा बारिश का दौर, जाने इस पूरे हफ्ते कैसे रहेगा मौसम मिजाज
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में आए दिन मौसम के बदले हुए रंग देखने को मिल रहे है। कभी तेज गर्मी और उमस लोगों को परेशान कर ही है तो कभी तेज बारिश के चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी में बुधवार को हल्की वर्षा होने के आसार हैं। जबकि बृहस्पतिवार को मौसम विभाग ने तेज वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है। इस दौरान तापमान जहां सामान्य से कम ही रहेगा वहीं बीच-बीच में उमस भरी गर्मी भी बनी रहेगी।
पिछले 24 घंटों में दिल्ली और एनसीआर के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। मुख्य वेधशालाओं सफदरजंग में सुबह 8:30 बजे तक 19 मिमी और पालम में 17 मिमी बारिश दर्ज हुई। वहीं, कुछ स्थानों जैसे रिज, पुसा और सलवान स्कूल में 50 मिमी से अधिक मध्यम तीव्र बारिश हुई है। दिल्ली की मुख्य वेधशाला सफदरजंग में अगस्त महीने में औसतन 226.8 मिमी बारिश होती है। इस साल अब तक 164 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है, यानी महीने के मध्य से पहले ही आधा आंकड़ा पार हो गया है। इस हफ्ते के दूसरे हिस्से में बारिश की गतिविधि बढ़ने की संभावना है और हफ्ते के अंत तक 200 मिमी का आंकड़ा छूने की उम्मीद है।
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर का अनुमान है कि, दिल्ली में 13 अगस्त को भी बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। 14 से 16 अगस्त के बीच मानसून ट्रफ दिल्ली से होकर गुजरेगी, जिससे बारिश की तीव्रता और दायरा दोनों बढ़ेंगे। 17 से 21 अगस्त के बीच ट्रफ दिल्ली के दक्षिण में खिसक जाएगा, जिससे बारिश कम और बिखरी-बिखरी रह जाएगी। इस पूरे समय में दिल्ली में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्यिस से ऊपर नहीं जाएगा।
इस समय मानसून ट्रफ निचले स्तरों पर दिल्ली के उत्तर में स्थित है। इसका पश्चिमी छोर बठिंडा, पटियाला, देहरादून से होकर गुजर रहा है, जबकि बाकी हिस्सा अरुणाचल प्रदेश तक हिमालय की तराई से सटा है। आगे के दिनों में ट्रफ की स्थिति में बदलाव आ सकता है, लेकिन यह राष्ट्रीय राजधानी के नजदीक बनी रहेगी। तराई का मतलब होता है, पहाड़ों के ठीक नीचे फैला मैदानी इलाका जो अक्सर निचला और नम (गिला) होता है।
वहीं, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। इसके असर से कल उसी क्षेत्र में निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। यह सिस्टम अगले दिनों में पूर्वी हवाओं को मजबूत करेगा, जिससे पूरे इंडो-गंगा मैदान में नमी बढ़ेगी। इससे दिल्ली और उत्तरी मैदानी इलाकों में भी मानसून ट्रफ सक्रिय होकर बारिश बढ़ा सकता है।
दूसरी तरफ मौसम की मेहरबानी से दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार साफ ही चल रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक सोमवार को दिल्ली का एक्यूआई 106 दर्ज किया गया। इसे मध्यम श्रेणी में रखा जाता है। एनसीआर के शहरों का एक्यूआई भी कहीं संतोषजनक तो कहीं मध्यम श्रेणी में ही बना हुआ है। हाल फिलहाल इसमें वृद्धि होने की संभावना भी नहीं लग रही।