{"_id":"5a01d3f44f1c1bd7538bbde0","slug":"whatever-terrorist-comes-to-india-will-be-killed-army-chief-general-bipin-rawat","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"सेना प्रमुख बोले-भारत में जो भी आतंकी आएगा मारा जाएगा, चीन को भी दी कड़ी चेतावनी","category":{"title":"India News","title_hn":"भारत","slug":"india-news"}}
सेना प्रमुख बोले-भारत में जो भी आतंकी आएगा मारा जाएगा, चीन को भी दी कड़ी चेतावनी
ब्यूरो / अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Tue, 07 Nov 2017 09:12 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने पाकिस्तान को एक बार फिर चेताते हुए कहा है कि भारत की जमीन पर जो भी आतंकवादी आएगा मारा जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में कोई भी आतंकवादी महफूज नहीं रह सकता।
Trending Videos
सेना प्रमुख ने यह बात कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख हाफिज सईद के भतीजे के मारे जाने के बाद कही। रावत ने कहा कि मारे गए आतंकी के पास से वह हथियार मिले हैं जो अफगानिस्तान में नाटो फोर्स इस्तेमाल करते हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
इससे साफ है कि कश्मीर में आतंकवाद को सीमा पार से समर्थन मिल रहा है। जनरल रावत ने परोक्ष रुप से पाकिस्तान को अपने नापाक हरकतों से बाज आने की सलाह दी। गौरतलब है कि मसूद का भतीजा तल्हा राशिद सोमवार रात दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में तीन अन्य आतंकियों के साथ मारा गया था।
जनरल रावत ने मंगलवार को कहा कि घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी है। सेना ऐसी किसी हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगी जिससे नागरिकों को जानमाल का नुकसान पहुंचता है।
आतंकियों को किसी भी दुस्साहस की कीमत अपनी जान से चुकानी पड़ेगी। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह मसूद का रिश्तेदार है या नहीं। जनरल ने सवाल खड़ा किया कि आखिर आतंकियों के पास नाटो फोर्स के हथियार कहां से पहुंच रहे हैं। इससे साफ है कि सीमा पार का बड़ा नेटवर्क घाटी में आतंकवादियों की मदद कर रहा है।
चीनी की आपत्ति पर सेना प्रमुख का दो-टूक जवाब
रक्षा मंत्री के अरुणाचल दौरे पर आपत्ति जताने वाले चीन को सेना प्रमुख जनरल रावत ने दो-टूक जवाब दिया है। आपत्ति को सिरे से खारिज करते हुए जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि रक्षा मंत्री देश के उस क्षेत्र के दौरे पर गईं जहां सैनिकों की तैनाती है। यह भी जोड़ा कि ऐसे दौरों से सैनिकों का मनोबल बढ़ता है।
सेना प्रमुख ने कहा कि रक्षा मंत्री ने विभिन्न मुद्दों को समझने के लिए सैनिकों से मुलाकात की। गौरतलब है कि चीन ने सोमवार को कहा था कि सीतारमण का ‘विवादित क्षेत्र का दौरा’ क्षेत्र में शांति के अनुकूल नहीं है।
जनरल रावत ने एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘रक्षामंत्री ने उस क्षेत्र का दौरा किया है जहां भारतीय सैनिक तैनात हैं। आखिरकार यह रक्षा मंत्रालय ही है जो हमें सहयोग प्रदान करता है।’ रक्षामंत्री सीतारमण ने रविवार को चीन सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले में अग्रिम चौकी का दौरा किया था।
उन्होंने वहां कि रक्षा तैयारियों का जायजा भी लिया। चीन का बेतुका दावा है कि अरुणाचल दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है। वह इस क्षेत्र में शीर्ष भारतीय अधिकारियों के आधिकारिक दौरों पर आपत्ति जताता रहता है।
सेना प्रमुख ने कहा कि रक्षा मंत्री ने विभिन्न मुद्दों को समझने के लिए सैनिकों से मुलाकात की। गौरतलब है कि चीन ने सोमवार को कहा था कि सीतारमण का ‘विवादित क्षेत्र का दौरा’ क्षेत्र में शांति के अनुकूल नहीं है।
जनरल रावत ने एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘रक्षामंत्री ने उस क्षेत्र का दौरा किया है जहां भारतीय सैनिक तैनात हैं। आखिरकार यह रक्षा मंत्रालय ही है जो हमें सहयोग प्रदान करता है।’ रक्षामंत्री सीतारमण ने रविवार को चीन सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले में अग्रिम चौकी का दौरा किया था।
उन्होंने वहां कि रक्षा तैयारियों का जायजा भी लिया। चीन का बेतुका दावा है कि अरुणाचल दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है। वह इस क्षेत्र में शीर्ष भारतीय अधिकारियों के आधिकारिक दौरों पर आपत्ति जताता रहता है।