J&K: कश्मीर के 370 आतंकियों और अपराधियों का विदेश में नेटवर्क, दुबई में ली पनाह, 150 से अधिक गिरफ्तार
कश्मीर के 370 से अधिक आतंकी और उनके मददगार पाकिस्तान, दुबई समेत विभिन्न देशों में छिपकर हवाला और नारको आतंकवाद के जरिए आतंकी गतिविधियां चला रहे हैं।
विस्तार
कश्मीर संभाग के आठ जिलों के 370 से अधिक आतंकी, उनके मददगार और कुख्यात अपराधी पाकिस्तान, दुबई, संयुक्त अरब अमीरात समेत कई देशों में पनाह लिए हुए हैं। पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड आशिक नेंगरू भी इस समय पाकिस्तान में है। घर के ये भेदिये विदेशी धरती से नारको आतंकवाद, आतंकी वारदात और बड़े अपराधों को अंजाम देने का नेटवर्क चला रहे हैं। ये सभी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। ज्यादातर के खिलाफ मामले दर्ज होने के बाद भी उनको वापस नहीं लाया जा सका है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा 209 आतंकी और उनके मददगार बारामुला के हैं, जो विदेशी धरती से आतंकी गतिविधियां चला रहे हैं। इनके खिलाफ निकास और आंतरिक आवागमन (नियंत्रण) अध्यादेश-2005, आर्म्स एक्ट और गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम के तहत मामले दर्ज हैं। बारामुला में इनके खिलाफ 6 एफआईआर दर्ज हैं।
बांदीपुरा जिले के 42 आतंकी विदेश में हैं, जिनके खिलाफ 18 एफआईआर दर्ज हैं। इसी तरह कुलगाम जिले के 28 आतंकी विदेशी धरती से देश के खिलाफ गतिविधियां चला रहे हैं। हैरानी की बात है कि इनके खिलाफ कोई मामला भी दर्ज नहीं है। अनंतनाग जिले के 97 आतंकी और उनके मददगार विदेश में छिपे बैठे हैं। इनके खिलाफ 83 मामले दर्ज हैं।
पुलवामा : पांच आतंकियों व उनके मददगारों पर 24 केस दर्ज हैं
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार पुलवामा जिले के 4 आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ 14 एफआईआर दर्ज हैं। वहीं, शोपियां जिले का आतंकी अदनान शफी भी विदेश में है। अदनान के खिलाफ 10 एफआईआर दर्ज हैं। शोपियां जैनपुरा में अदनान कई हत्याओं में शामिल रहा है। इसकी संपत्ति भी कुछ समय पहले कुर्क की गई है।
गांदरबल : पाकिस्तान में बैठे 6 आतंकियों की संपत्ति कुर्कगांदरबल जिले के 6 आतंकी बशीर अहमद, मेहराजुद्दीन शाह, फयाज अहमद शाह, सैफुद्दीन शाह और दो अन्य आतंकी 1990 में पाकिस्तान भाग गए थे। इन आतंकियों की संपत्तियां कुर्क की गई हैं।
जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर है नेंगरू, ड्रोन से भेजता है हथियार
पुलवामा जिले के राजपोरा का रहने वाला आशिक नेंगरू 2019 में सीआरपीएफ काफिले पर हुए बहुचर्चित पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड है। नेंगरू 2018 तक कश्मीर में था। उस दौरान वह सीमा पार से हथियार लाकर कश्मीर में आतंकियों को मुहैया कराता था।-सितंबर 2018 में जम्मू के झज्जर कोटली में आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में शामिल आतंकियों को आशिक नेंगरू कश्मीर ले जा रहा था। आतंकी मारे गए, लेकिन वह चकमा देकर भाग गया। पता चला है कि वह जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर है। पाकिस्तान में रहकर जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां चला रहा है। ड्रोन से हथियार भी भेजने का काम करता है।
टंगमार्ग थाने पर हमला कर पाकिस्तान भाग गया गुलाम हसन
बारामुला के बदरकोट का रहने वाला गुलाम हसन रेशी इस समय पीओके और पाकिस्तान दोनों जगहों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को ऑपरेट कर रहा है। टंगमार्ग पुलिस स्टेशन पर हमले का आरोपी रेशी वर्ष 2008 में पाकिस्तान भाग गया था। इसी तरह 1992 में मोहम्मद एजाज और नसीर अहमद, 1994 में करीम दीन, मोहम्मद, 1997 में हफीज और 1999 में मीर अहमद भी पाकिस्तान भाग गए। इनको अदालत अपराधी घोषित कर चुकी है, लेकिन पुलिस इनको वापस नहीं ला सकी है।
दुबई, यूएई समेत अन्य देशों में छिपकर बैठे
जानकारी के अनुसार विदेशों में बैठे आतंकी हवाला और नारको आतंकवाद के जरिये आतंकी संगठनों के लिए पैसा जुटा रहे हैं। बीते 4 वर्षों में पूर्व मंत्री बाबू सिंह समेत 150 आतंकी, आतंकियों के मददगार और नारको तस्कर गिरफ्तार हुए। ये सभी पाकिस्तान, दुबई, यूएई समेत अन्य देशों में छिपे बैठे जम्मू-कश्मीर के आतंकियों के संपर्क में थे। अब इनके संपर्क वाले आतंकी विदेशी धरती से नेटवर्क चला रहे हैं।
हवाला के पैसे से देश विरोधी गतिविधियां चला रहा था पूर्व मंत्री बाबू सिंहअप्रैल 2022 में पूर्व मंत्री बाबू सिंह हवाला मामले में गिरफ्तार हुआ था। हवाला के पैसे से वह देश विरोधी गतिविधियां चला रहा था। पाकिस्तान में छिपे भद्रवाह के रहने वाले हिजबुल के आतंकी मोहम्मद हुसैन खतीब के संपर्क में था। वह दुबई भी जाता था।
2002 से 2005 तक कांग्रेस-पीडीपी सरकार में मंत्री रहा बाबू सिंह हिजबुल मुजाहिदीन आतंकियों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर, पीओके और बाल्टिस्तान को मिलाकर अलग मुल्क बनाना चाहता था। नेचर मैनकाइंड फ्रेंडली ग्लोबल पार्टी बनाकर इसके लिए पाकिस्तान और दुबई से पैसा जुटाता था।
खौफ गैंग का सरगना भी विदेश में
जम्मू के खौफ गैंग का सरगना विक्की सलाथिया उर्फ विक्की खौफ भी इस समय विदेश में है। वह, वहीं से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है। हाल ही में जम्मू में हुए सुमित गटारू हत्याकांड की जिम्मेदारी इसी गैंग ने ली है।