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कश्मीर के अनंतनाग में प्लांट किए गए थे 13 किलो के दो IED, बड़ी आतंकी साजिश नाकाम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, श्रीनगर
Published by: Pranjal Dixit
Updated Mon, 25 Nov 2019 09:45 PM IST
सार
- हाईवे पर एक सप्ताह में तीसरी बार आईईडी बरामद
- आईईडी विस्फोट और एसपीओ भर्ती पर हमले की आतंकी साजिश नाकाम
- केरन सेक्टर में पेट्रोलिंग कर रहा जवान शहीद
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आईईडी की जांच करता बम निरोधक दस्ता
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
सुरक्षा बलों ने सोमवार को आतंकियों की दो साजिशों को नाकाम कर दिया। एक घटना में दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले के गासिमगुंड डलवाच इलाके में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे से 800 मीटर दूर छिपाकर रखे गए दो शक्तिशाली आईईडी बरामद किए गए। दूसरी घटना में उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में लश्कर-ए-ताइबा के पांच ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) गिरफ्तार किए गए। एक ओजीडब्ल्यू को एसपीओ भर्ती रैली को निशाना बनाने के लिए ग्रेनेड के साथ पहुंचा था।
अनंतनाग पुलिस ने सोमवार को हाईवे के नजदीक एक पाइप तथा कुकर में छिपाकर रखी गई संदिग्ध वस्तु देखी। उसमें से कुछ तार निकले हुए थे। इसके बाद रास्ते पर आवागमन रोक दिया गया। बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। जांच पड़ताल के बाद दस्ते ने इसे निष्क्रिय किया। आतंकियों द्वारा इस आईईडी को किसी स्थान पर हमले के लिए रखा जाना था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों आईईडी 13 किलो की थी। आईईडी इतनी शक्तिशाली थी कि विस्फोट होने पर पुलवामा दोहराया जा सकता था। काफी जान माल का नुकसान होता। पुलवामा में फरवरी महीने में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
घटना के बाद पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई। सैन्य प्रतिष्ठानों तथा अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। हाईवे पर भी जगह-जगह नाके लगाकर चेकिंग की गई।
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अनंतनाग पुलिस ने सोमवार को हाईवे के नजदीक एक पाइप तथा कुकर में छिपाकर रखी गई संदिग्ध वस्तु देखी। उसमें से कुछ तार निकले हुए थे। इसके बाद रास्ते पर आवागमन रोक दिया गया। बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। जांच पड़ताल के बाद दस्ते ने इसे निष्क्रिय किया। आतंकियों द्वारा इस आईईडी को किसी स्थान पर हमले के लिए रखा जाना था।
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों आईईडी 13 किलो की थी। आईईडी इतनी शक्तिशाली थी कि विस्फोट होने पर पुलवामा दोहराया जा सकता था। काफी जान माल का नुकसान होता। पुलवामा में फरवरी महीने में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
घटना के बाद पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई। सैन्य प्रतिष्ठानों तथा अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। हाईवे पर भी जगह-जगह नाके लगाकर चेकिंग की गई।
आईईडी
- फोटो : अमर उजाला
हाईवे पर एक सप्ताह में तीसरी बार आईईडी बरामद
आतंकियों की ओर से हाईवे पर 10 दिन में तीसरी बार आईईडी प्लांट की गई। 25 नवंबर को 13 किलो के दो आईईडी मिलने से पहले 21 नवंबर को अनंतनाग के वानपोह इलाके में 25 किलो की आईईडी बरामद की गई थी। इससे पहले 15 नवंबर को भी श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र पांपोर में ईडीआई के बाहर भी आतंकियों द्वारा एक प्रेशर कुकर में पांच किलो की आईईडी प्लांट की गई थी।
केरन सेक्टर में पेट्रोलिंग कर रहा जवान शहीद
कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास गश्त के दौरान पैर फि सलने से गिरकर आठ जाट का जवान शहीद हो गया। अधिकारियों ने बताया कि 29 वर्षीय जवान केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास गश्त कर रहा था। इसी दौरान खराब मौसम और हिमपात के कारण उसका पैर फि सल गया और वह खाई में गिर गया। जवान की पहचान राजस्थान के बाडमेर जिले के खेमापुरा गांव निवासी नायक पीड़ा राम के रूप में हुई है।
आतंकियों की ओर से हाईवे पर 10 दिन में तीसरी बार आईईडी प्लांट की गई। 25 नवंबर को 13 किलो के दो आईईडी मिलने से पहले 21 नवंबर को अनंतनाग के वानपोह इलाके में 25 किलो की आईईडी बरामद की गई थी। इससे पहले 15 नवंबर को भी श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र पांपोर में ईडीआई के बाहर भी आतंकियों द्वारा एक प्रेशर कुकर में पांच किलो की आईईडी प्लांट की गई थी।
केरन सेक्टर में पेट्रोलिंग कर रहा जवान शहीद
कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास गश्त के दौरान पैर फि सलने से गिरकर आठ जाट का जवान शहीद हो गया। अधिकारियों ने बताया कि 29 वर्षीय जवान केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास गश्त कर रहा था। इसी दौरान खराब मौसम और हिमपात के कारण उसका पैर फि सल गया और वह खाई में गिर गया। जवान की पहचान राजस्थान के बाडमेर जिले के खेमापुरा गांव निवासी नायक पीड़ा राम के रूप में हुई है।
एसपीओ भर्ती स्थल पर ग्रेनेड के साथ पहुंचा था लश्कर का मॉड्यूल
सुरक्षाबलों ने पांच ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार कर आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। एसपी के मुताबिक मॉड्यूल में शामिल एक ओजीडब्ल्यू उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह इलाके में चल रही एसपीओ भर्ती रैली को निशाना बनाने के लिए ग्रेनेड के साथ तीन लड़कों को लेकर पहुंचा था।
उसकी निशानदेही पर सोपोर व बारामुला में छापा मारकर चार अन्य को गिरफ्तार किया गया। सितंबर से अब तक लश्कर के 13 ओजीडब्ल्यू गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
सूचना के आधार पर सोमवार सुबह करीब ग्यारह बजे सुरक्षा बलों द्वारा बारामुला रेलवे स्टेशन के आसपास ऑपरेशन के दौरान लश्कर के ओजीडब्ल्यू उमर को गिरफ्तार किया गया। ज्वाइंट इंट्रोगेशन सेंटर में पूछताछ में पता चला कि वह लश्कर के मॉड्यूल का हिस्सा है, जिसे सुरक्षा बलों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और रेलवे स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उसने मॉड्यूल में सक्रिय अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी दी। इस पर सोपोर और बारामुला से चार अन्य ओजीडब्ल्यू गिरफ्तार किए गए। इनकी पहचान बासित, सकलेन मुश्ताक, बाबर और जहांगीर के तौर पर हुई है।
उसकी निशानदेही पर सोपोर व बारामुला में छापा मारकर चार अन्य को गिरफ्तार किया गया। सितंबर से अब तक लश्कर के 13 ओजीडब्ल्यू गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
सूचना के आधार पर सोमवार सुबह करीब ग्यारह बजे सुरक्षा बलों द्वारा बारामुला रेलवे स्टेशन के आसपास ऑपरेशन के दौरान लश्कर के ओजीडब्ल्यू उमर को गिरफ्तार किया गया। ज्वाइंट इंट्रोगेशन सेंटर में पूछताछ में पता चला कि वह लश्कर के मॉड्यूल का हिस्सा है, जिसे सुरक्षा बलों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और रेलवे स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उसने मॉड्यूल में सक्रिय अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी दी। इस पर सोपोर और बारामुला से चार अन्य ओजीडब्ल्यू गिरफ्तार किए गए। इनकी पहचान बासित, सकलेन मुश्ताक, बाबर और जहांगीर के तौर पर हुई है।