ऑपरेशन सिंदूर: अब इस पार छिपकर बैठे आतंकियों की खैर नहीं; आतंकी नेटवर्क की टूट जाएगी कमर; बोले एसपी वैद
सेना की पाकिस्तान में की गई कार्रवाई से कई आतंकी मारे गए, लेकिन जम्मू-कश्मीर में 50-60 आतंकियों के छिपे होने की संभावना बनी हुई है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस कार्रवाई से आतंकी नेटवर्क कमजोर होगा।
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सेना ने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया है। इसमें कई आतंकी मारे गए हैं। इसके बावजूद जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के 50 से 60 आतंकी मौजूद हैं। रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि छिपकर बैठे इन आतंकियाें की खैर नहीं। पाकिस्तान में हमले से स्पष्ट किया गया है कि आतंकवाद का साथ देने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
.एसपी वैद का बयान; जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क की कमर टूटेगी
पूर्व डीजीपी एसपी वैद का कहना है कि इस कार्रवाई से जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी नेटवर्क की कमर टूट जाएगी। जो लोग पाकिस्तान की शह पर इन आतंकियों का साथ दे रहे थे, उन्हें भी समझ आ जाएगा कि आतंकवाद का समर्थन करने पर क्या अंजाम होगा। मेरा मानना है कि इस कार्रवाई के बाद सुरक्षा एजेंसियों का अगला टारगेट कठुआ, राजोरी, पुंछ, डोडा, कश्मीर के जंगल में छुपे आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। वैद ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पूरी सटीकता के साथ काम किया है।
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आईएसआई और पाक सेना को चेतावनी
हमें अपने समाज के सभी वर्गों और पाकिस्तान के समर्थकों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।पूर्व कर्नल सुशील पठानिया का कहना है कि ये कार्रवाई पाकिस्तान में छिपे बैठे हाफिज सईद, मसूद अजहर को सीधा संदेश है। दोनों को लगता था कि पाकिस्तान में छुपकर बैठे हैं, तो सुरक्षित हैं।
यहीं नहीं, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और वहां की सेना को भी समझ आ गया होगा कि वे अब आतंकवाद को पनाह नहीं दे सकते। यदि देंगे तो अंजाम इससे भी बड़ा होगा। ये हमला सिर्फ एक ट्रेलर है। पिक्चर अभी बाकी है। पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देने का प्रयास किया गया है कि वह कश्मीर का राग अलापना छोड़ दे और आतंकवाद का समर्थन बंद करे।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर शिकंजा
पूर्व कर्नल वी के साही कहते हैं कि पाकिस्तान में आतंकियों पर इस कार्रवाई का असर जम्मू-कश्मीर में पड़ेगा। प्रदेश में सक्रिय आतंकी नेटवर्क ध्वस्त होगा। आतंकवाद का समर्थन करने वालों के हौसले पस्त होंगे। जो आतंकी छिपे हैं, इनके खिलाफ सेना पहले से ऑपरेशन चला रही है।
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