मैं रोज़ उसे देखूँ, यही मेरी आदत बन गई,
और वो समझे भी नहीं मेरी हालत बन गई।
उसकी एक मुस्कान मुझे साँसें दे जाती है,
मेरी पूरी दुनिया बस उसकी आहट बन गई।
मैं उसके पास होकर भी बहुत दूर रहता हूँ,
ये दूरी...और पढ़ें
तेरी आँखों में बस्ती थी एक सारी कायनात,
मैंने उसमें अपनी मृत्यु से पहले की सारी जिंदगी देख ली थी।
फिर तूने पलकें झुका दीं—
और मेरी सारी कायनात
एक पल में अनाथ हो गई।
तेरे हाथों की लकीरें
मैंने अपनी तकद...और पढ़ें
कल तक तो दरमियाँ थीं क़ुर्बतें आज दूरी सी रह गई
रिश्ते को निभाने की जैसे कोई मजबूरी सी रह गई
जान थे कल तक जो एक-दूजे की, आज हैं अजनबी
मुकम्मल होने से पहले ही दास्ताँ अधूरी सी रह गई
ख़ामोशी इख़्तियार ...और पढ़ें
तेरी तस्वीर बनानी थी
उसे लेकिन मैं बना न सका
मैं ख्वाबों से कभी ख्यालों से
तेरी तस्वीर सजा न सका
मैं रंग उसमें कभी फूलों के
कहां से लाऊं जो चमकेंगे
या तारों से सजा लाऊं मैं
वो जो रातों को भी चम...और पढ़ें
मुझे अब कोई दर्द भी नहीं,
इस बात का अब कोई मलाल भी नहीं।
इम्तिहां ये थी कि वो बेवफ़ा थी,
मुश्किल ये कि वो मेरी
पहली और आख़िरी मोहब्बत थी।
नाज़ था जिन गलियों से गुज़रने पर,
अब उस आदत को बदल देन...और पढ़ें
बिस्तर, सारी रात चुभने लगे, कोई बात तो होगी,
कल, कहीं न कहीं तुमसे एक मुलाक़ात तो होगी।
यूं ही नहीं उठता धुंआ, ओस भीगी हरी घासों से,
थोड़ा इधर थोड़ा उधर, कलेजों में प्यास तो होगी।
मिज़ाज़-ए-मौसम का क्या, बे...और पढ़ें
प्यार दो तरफा हो, जरूरी तो नहीं,
हर मोहब्बत को मिले वफ़ा, जरूरी तो नहीं।
कभी तन्हाई भी सुकून दे जाती है,
हर भीड़ में मिले रौशनी , जरूरी तो नहीं।
वो बस याद रखे हमें हर पल की तरह,
उसके दिल में बसे हम ह...और पढ़ें
ज़िंदगी के रंज-ओ-ग़म हमको भुलाना चाहिए,
दिल को खोलकर हमेशा मुस्कुराना चाहिए।
गर तुम्हारे दिल में किसी के वास्ते उल्फ़त है,
तुमको बेबाकी से ये उसको जताना चाहिए।
वस्ल-ओ-तरब कितना दिलनशीं-ओ-हसीं है,
आईन...और पढ़ें
बड़ी ही एहतियात से सीखे थे रिश्तों के मायने
ज़रा सा झूठ भी कबूल न रिश्तों के सामने।
बड़ी बेअदब दुनिया में हम रिश्ते निभाते रहे
बारूद के ढ़ेर में बैठकर फ़र्ज़ हम निभाते रहे।
चालाकियों की हवाओं में खुशी के फू...और पढ़ें
कुछ यूँ बदल गया है मोहब्बत का करना ढंग,
अब दिल नहीं—दरों पर चलते हैं हर रंग–संग।
पैसा चमके तो इश्क़ भी “वाह” कह देता है,
गरीबी देखे तो वही इश्क़ “खता” कह देता है।
आजकल महबूब भी एटीएम-सा चाहिए लोगों को...और पढ़ें