Ladakh Protest Live: केंद्र सरकार ने कहा- लद्दाख की स्थिति नियंत्रण में, 40 पुलिसकर्मियों सहित 80 लोग घायल
छठी अनुसूची के तहत विशेष दर्जा और लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हो रहे बंद और बड़े प्रदर्शन के दौरान लेह में हालात तनावपूर्ण हो गए। प्रदर्शन के दौरान कुछ युवाओं के उग्र हो जाने के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय में आग लगा दी। भूख हड़ताल पर बैठे जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने एक वीडियो जारी कर लेह में हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और शांति बनाए रखने का आह्वान किया। यहां पढ़ें पल-पल के अपडेट्स-
लाइव अपडेट
केंद्र सरकार ने कहा- लद्दाख की स्थिति नियंत्रण में,
गृह मंत्रालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि सोनम वांगचुक ने अपने भड़काऊ बयानों के माध्यम से भीड़ को उकसाया था। संयोगवश, इस हिंसक घटनाक्रम के बीच, उन्होंने अपना उपवास तोड़ दिया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोई गंभीर प्रयास किए बिना एम्बुलेंस से अपने गांव चले गए।
अधिकारियों ने बताया कि लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर आंदोलन बुधवार को हिंसा, आगजनी और सड़क पर झड़पों में बदल गया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 22 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 59 लोग घायल हो गए।
लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने बताया कि लद्दाख के हिंसा प्रभावित लेह जिले में जानमाल की हानि रोकने के लिए कर्फ्यू लगाया गया।
लेह में धारा 144 लागू
प्रदर्शकारियों को पुलिस ने लाठी लेकर दौड़ाया। इसके दौरान हिंसा पर काबू पाने के लिए जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बोले-जनता के साथ नाइंसाफी
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और एनसी के विधायक तनवीर सादिक ने लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में सरकार की विफलताओं की आलोचना करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूर्ण राज्य की मांग(स्टेटहुड) बहाल नहीं किया गया, सिर्फ इसलिए कि बीजेपी चुनाव नहीं जीत पाई। यह जनता के साथ नाइंसाफी है।
भूख हड़ताल पर बैठे दो लोगों की तबीयत बिगड़ी
लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस के प्रतिनिधियों के साथ गृह मंत्रालय की अगली बैठक 6 अक्तूबर को प्रस्तावित है। लेकिन, लेह एपेक्स बॉडीऔर कारगिल की युवा शाखा ने मांग की थी कि वार्ता की तारीख को और आगे लाया जाए। वहीं, भूख हड़ताल पर बैठे दो वरिष्ठ नागरिकों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। ये सभी लोग 10 सितंबर से भूख हड़ताल पर थे और अब तक 35 दिन का अनशन कर चुके हैं।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे
लेह में युवाओं का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इस दौरान को पुलिस को उनको काबू करने के लिए बड़ा एक्शन लेना पड़ा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं। साथ ही लाठी चार्ज का किया।
VIDEO | Leh, Ladakh: Police fired teargas shells and resorted to baton charge after a group of youths allegedly turned violent and pelted stones amid a massive protest and shutdown.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 24, 2025
The protest was held in support of the demand to advance the proposed talks with the Centre on… pic.twitter.com/ebFGf8AeBO
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, लेह में बधुवार को हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई है। इस हिंसक प्रदर्शन में करीब 30 लोग घायल हुए हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने चार दिवसीय लद्दाख महोत्सव के अंतिम दिन का कार्यक्रम रद्द कर दिया। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि स्थिति के चलते समापन समारोह को रद्द करना पड़ा है। हम स्थानीय कलाकारों, सांस्कृतिक समूहों, पर्यटकों और आम जनता से क्षमा चाहते हैं।