{"_id":"689880b1b15ee2b70903ca32","slug":"bhopal-allegation-of-death-of-a-youth-due-to-wrong-injection-in-a-private-hospital-uproar-outside-the-hospit-2025-08-10","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhopal: निजी अस्पताल में गलत इंजेक्शन से युवक की मौत का आरोप,अस्पताल के बाहर हंगामा,डॉक्टर अस्पताल छोड़कर भागे","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhopal: निजी अस्पताल में गलत इंजेक्शन से युवक की मौत का आरोप,अस्पताल के बाहर हंगामा,डॉक्टर अस्पताल छोड़कर भागे
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Sun, 10 Aug 2025 08:43 PM IST
सार
भोपाल के हमीदिया रोड स्थित स्मार्ट केयर हॉस्पिटल में एक युवक की मौत के बाद हंगामा मच गया। परिजनों ने अस्पताल पर गलत इंजेक्शन लगाने का गंभीर आरोप लगाया है। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने हमीदिया रोड जाम कर दिया। इधर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर भी रफू चक्कर हो गए।
विज्ञापन
अस्पताल के बाहर प्रदर्शन
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
भोपाल के हमीदिया रोड स्थित स्मार्ट केयर हॉस्पिटल में एक युवक की मौत के बाद हंगामा मच गया। परिजनों ने अस्पताल पर गलत इंजेक्शन लगाने का गंभीर आरोप लगाया है। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने हमीदिया रोड जाम कर दिया, इसके बाद अस्पताल में मौजूद डॉक्टर भी रफू चक्कर हो गए। हंगामा बढ़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डायरेक्टर भी सामने नहीं आ रहे हैं और सभी डॉक्टर अस्पताल छोड़कर भाग गए हैं। इसके साथ ही दूसरे मरीजों का भी आरोप है कि अस्पताल में ठीक से इलाज नहीं होता। आयुष्मान योजना के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है।
बिना डॉक्टर की देखरेख के इंजेक्शन लगाए
युवक राहुल साहू के पिता प्रकाश साहू ने बताया कि दो दिन पहले बेटे को एक्सीडेंट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर बिना डॉक्टर की देखरेख के इंजेक्शन लगाए जा रहे थे। अचानक अस्पताल ने बताया कि उसको हार्ट अटैक हुआ है। उन्होंने बताया कि युवक को डिस्चार्ज करने की मांग की थी, लेकिन अस्पताल ने आयुष्मान कार्ड से इलाज की प्रक्रिया का हवाला देकर मना कर दिया था।आज सुबह अस्पताल ने हार्ट अटैक से मौत की जानकारी दी। उन्होने बताया कि कल रात में उसे ठीक छोड़ कर गया था सुबह मौत की खबर आ गई।
यह भी पढ़ें-भोपाल के सरकारी स्कूल में चौथी के बच्चे से पैर दबवाते दिखीं शिक्षिका, वीडियो वायरल, होगी कार्रवाई
दो साल पहले हुई शादी, एक साल की बेटी है
जीजा मुकेश साहू ने बताया कि राहुल बीएचईएल में 15 हजार रुपए प्रतिमाह की नौकरी करता था। गुरुवार रात हमीदिया अस्पताल में भर्ती अपने मामा से मिलने जाते समय भारत टॉकीज के पास ओवरटेक करते हुए सामने से आ रही बाइक से उसकी टक्कर हो गई, जिससे पैर में चोट आई। शुक्रवार को कई अस्पतालों में भटकने के बाद उसे सिटी केयर में भर्ती किया गया था। राहुल की शादी ढाई साल पहले हुई थी और उसकी एक साल की बेटी है।
बिना सुविधाओं के मान्यता
मुकेश साहू ने आरोप लगाया कि अस्पताल में फायर सेफ्टी या इमरजेंसी एक्जिट नहीं है। एक ही बिल्डिंग में तीन-तीन अस्पताल चल रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें मान्यता कैसे दी? आयुष्मान योजना शुरू होने के बाद से ऐसे अस्पतालों में सिर्फ नाम के इलाज के बजाय योजनागत धन की लूट चल रही है।
यह भी पढ़ें-हमीदिया में महिलाओं के जटिल गर्भाशय और बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ आसान, एनएचएम से मिली लेप्रोस्कोपी मशीन
एक मरीज खुद अस्पताल छोड़ लौटा घर
हंगामा देख एक मरीज बीच इलाज में ही अस्पताल से खुद घर लौट गया। उसके पैर में फ्रैक्चर बांधा था। उसने कहा कि आयुष्मान से मेरा इलाज चल रहा था। दो दिन से अस्पताल में लेटा हूं, बस प्लास्टर बांधा गया है। इसके अलावा अब तक और कोई इलाज नहीं किया गया। राहुल की मौत की खबर सुनने के बाद हम यहां कैसे रुक सकते हैं। इसलिए हम खुद से ही घर जा रहे हैं। यहां रोड से लेकर आईसीयू तक में मृतक राहुल के परिजन मौजूद हैं। अस्पताल का पूरा स्टाफ गायब है।
विज्ञापन
विज्ञापन
बिना डॉक्टर की देखरेख के इंजेक्शन लगाए
युवक राहुल साहू के पिता प्रकाश साहू ने बताया कि दो दिन पहले बेटे को एक्सीडेंट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर बिना डॉक्टर की देखरेख के इंजेक्शन लगाए जा रहे थे। अचानक अस्पताल ने बताया कि उसको हार्ट अटैक हुआ है। उन्होंने बताया कि युवक को डिस्चार्ज करने की मांग की थी, लेकिन अस्पताल ने आयुष्मान कार्ड से इलाज की प्रक्रिया का हवाला देकर मना कर दिया था।आज सुबह अस्पताल ने हार्ट अटैक से मौत की जानकारी दी। उन्होने बताया कि कल रात में उसे ठीक छोड़ कर गया था सुबह मौत की खबर आ गई।
यह भी पढ़ें-भोपाल के सरकारी स्कूल में चौथी के बच्चे से पैर दबवाते दिखीं शिक्षिका, वीडियो वायरल, होगी कार्रवाई
दो साल पहले हुई शादी, एक साल की बेटी है
जीजा मुकेश साहू ने बताया कि राहुल बीएचईएल में 15 हजार रुपए प्रतिमाह की नौकरी करता था। गुरुवार रात हमीदिया अस्पताल में भर्ती अपने मामा से मिलने जाते समय भारत टॉकीज के पास ओवरटेक करते हुए सामने से आ रही बाइक से उसकी टक्कर हो गई, जिससे पैर में चोट आई। शुक्रवार को कई अस्पतालों में भटकने के बाद उसे सिटी केयर में भर्ती किया गया था। राहुल की शादी ढाई साल पहले हुई थी और उसकी एक साल की बेटी है।
बिना सुविधाओं के मान्यता
मुकेश साहू ने आरोप लगाया कि अस्पताल में फायर सेफ्टी या इमरजेंसी एक्जिट नहीं है। एक ही बिल्डिंग में तीन-तीन अस्पताल चल रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें मान्यता कैसे दी? आयुष्मान योजना शुरू होने के बाद से ऐसे अस्पतालों में सिर्फ नाम के इलाज के बजाय योजनागत धन की लूट चल रही है।
यह भी पढ़ें-हमीदिया में महिलाओं के जटिल गर्भाशय और बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ आसान, एनएचएम से मिली लेप्रोस्कोपी मशीन
एक मरीज खुद अस्पताल छोड़ लौटा घर
हंगामा देख एक मरीज बीच इलाज में ही अस्पताल से खुद घर लौट गया। उसके पैर में फ्रैक्चर बांधा था। उसने कहा कि आयुष्मान से मेरा इलाज चल रहा था। दो दिन से अस्पताल में लेटा हूं, बस प्लास्टर बांधा गया है। इसके अलावा अब तक और कोई इलाज नहीं किया गया। राहुल की मौत की खबर सुनने के बाद हम यहां कैसे रुक सकते हैं। इसलिए हम खुद से ही घर जा रहे हैं। यहां रोड से लेकर आईसीयू तक में मृतक राहुल के परिजन मौजूद हैं। अस्पताल का पूरा स्टाफ गायब है।