{"_id":"672216d07a3590d4a207bc17","slug":"datia-farmers-upset-on-diwali-festival-fierce-dispute-between-farmers-and-traders-2024-10-30","type":"story","status":"publish","title_hn":"Datia: दीपावली के त्योहार पर किसान परेशान, किसानों और व्यापारियों के बीच जमकर विवाद","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Datia: दीपावली के त्योहार पर किसान परेशान, किसानों और व्यापारियों के बीच जमकर विवाद
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दतिया
Published by: दिनेश शर्मा
Updated Wed, 30 Oct 2024 04:51 PM IST
सार
बुधवार सुबह धान की बोली 2600 से 2700 रुपये प्रति क्विंटल तक लगी थी, जिससे किसानों को थोड़ी राहत मिली थी लेकिन कुछ समय बाद ही मंडी में बाहर के कुछ व्यापारियों के आने के बाद बोली को घटाकर मात्र 2000 रुपये कर दिया गया। धान की बोली में अचानक आई इस गिरावट से किसान भड़क उठे और मंडी में हंगामा करने लगे।
विज्ञापन
दतिया में कम भाव को लेकर किसान भड़क गए।
- फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन
विस्तार
दीपावली के त्योहार में जहां हर ओर खुशियों का माहौल है, वहीं मध्य प्रदेश के दतिया जिले के इंदरगढ़ कृषि मंडी में किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। धान के कम दामों को लेकर आज किसानों और व्यापारियों के बीच जमकर विवाद हुआ।
दरअसल बुधवार सुबह धान की बोली 2600 से 2700 रुपये प्रति क्विंटल तक लगी थी, जिससे किसानों को थोड़ी राहत मिली थी लेकिन कुछ समय बाद ही मंडी में बाहर के कुछ व्यापारियों के आने के बाद बोली को घटाकर मात्र 2000 रुपये कर दिया गया। धान की बोली में अचानक आई इस गिरावट से किसान भड़क उठे और मंडी में हंगामा करने लगे। मंडी प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
हालात को देखते हुए अधिकतर किसान बिना फसल बेचे ही मंडी से वापस लौट गए। दीपावली के मौके पर किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है और वे बेहतर दाम की उम्मीद में संघर्षरत हैं। कृषि मंडी इंदरगढ़ सचिव अनिल शर्मा ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और किसानों की बात सुनी। किसानों का कहना कि लोकल का कोई व्यापारी नहीं था, सभी बाहर के थे। वे मनमर्जी का भाव लगाकर चले गए। इस भाव पर तो लागत भी नहीं निकल रही।
Trending Videos
दरअसल बुधवार सुबह धान की बोली 2600 से 2700 रुपये प्रति क्विंटल तक लगी थी, जिससे किसानों को थोड़ी राहत मिली थी लेकिन कुछ समय बाद ही मंडी में बाहर के कुछ व्यापारियों के आने के बाद बोली को घटाकर मात्र 2000 रुपये कर दिया गया। धान की बोली में अचानक आई इस गिरावट से किसान भड़क उठे और मंडी में हंगामा करने लगे। मंडी प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
विज्ञापन
विज्ञापन
हालात को देखते हुए अधिकतर किसान बिना फसल बेचे ही मंडी से वापस लौट गए। दीपावली के मौके पर किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है और वे बेहतर दाम की उम्मीद में संघर्षरत हैं। कृषि मंडी इंदरगढ़ सचिव अनिल शर्मा ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और किसानों की बात सुनी। किसानों का कहना कि लोकल का कोई व्यापारी नहीं था, सभी बाहर के थे। वे मनमर्जी का भाव लगाकर चले गए। इस भाव पर तो लागत भी नहीं निकल रही।

कमेंट
कमेंट X