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Gwalior News: जिले में पश्चिम बंगाल, असम और बिहार के 94 संदेही राडार पर, बंग्लादेशी होने का संदेह; जांच जारी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, ग्वालियर
Published by: हिमांशु प्रियदर्शी
Updated Tue, 29 Jul 2025 06:27 PM IST
सार
Gwalior News: प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक ग्वालियर में जिन 94 संदिग्धों को सूचीबद्ध किया गया है, उनमें ज्यादातर मुस्लिम समुदाय से हैं, जो कुछ वर्षों पहले ग्वालियर में आकर बस गए थे। उन्होंने स्थानीय स्तर पर रहने के लिए किराए के मकान या अस्थायी बस्तियों का सहारा लिया है।
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ग्वालियर में संदेहियों को चिन्हित कर रही पुलिस
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
देशभर में ऑपरेशन सिंदूर के तहत अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और कार्रवाई का अभियान तेज हो चुका है। इसी सिलसिले में मध्यप्रदेश के छह जिलों ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, कटनी और शाजापुर में अब तक 386 संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है। अकेले ग्वालियर जिले में 94 संदेही चिन्हित किए गए हैं, जिन पर बांग्लादेशी नागरिक होने का संदेह है।
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बंगाल, बिहार और असम से जुड़ी पहचान, दस्तावेजों की हो रही जांच
इन सभी संदेही व्यक्तियों ने अपना मूल निवास स्थान पश्चिम बंगाल, बिहार और असम बताया है। उन्होंने पुलिस को पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि दस्तावेज भी प्रस्तुत किए हैं। लेकिन उनकी प्रमाणिकता संदेह के घेरे में है।
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सीएसपी रोबिन जैन ने जानकारी दी कि इन दस्तावेजों की सत्यता जांचने के लिए छह विशेष टीमें गठित की गई हैं, जिन्हें इन तीन राज्यों के कुल 27 जिलों में भेजा गया है। वहां संबंधित जिला प्रशासन और पुलिस के माध्यम से यह टीमें दस्तावेजों की पुष्टि करेंगी।
संदेही प्रवासियों में अधिकांश मुस्लिम समुदाय से
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक ग्वालियर में जिन 94 संदिग्धों को सूचीबद्ध किया गया है, उनमें ज्यादातर मुस्लिम समुदाय से हैं, जो कुछ वर्षों पहले ग्वालियर में आकर बस गए थे। उन्होंने स्थानीय स्तर पर रहने के लिए किराए के मकान या अस्थायी बस्तियों का सहारा लिया है। पुलिस को शक है कि ये लोग अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर यहां स्थायी नागरिकता के कागजात जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ग्वालियर में चिन्हित किए गए 94 संदिग्धों ने पश्चिम बंगाल के जिन जिलों से संबंध बताया है, वे इस प्रकार हैं- बांकुड़ा से 1 व्यक्ति, पूर्व मिदनापुर से 1 व्यक्ति, पश्चिम मिदनापुर से 30 व्यक्ति और हुगली से 62 व्यक्ति।
गंभीरता से हो रही जांच, रिपोर्ट के बाद कार्रवाई तय
पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि यह जांच केवल संदेह के आधार पर की जा रही है, अभी किसी को अवैध नहीं घोषित किया गया है। हालांकि दस्तावेजों की पुष्टि के बाद यदि कोई घुसपैठ की पुष्टि होती है, तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया कदम
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर चल रहा यह अभियान राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है। बांग्लादेशी घुसपैठ के जरिए आतंकी गतिविधियों, नकली दस्तावेज बनवाने और नागरिक सुविधाओं के दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए यह सर्वे और सत्यापन कराया जा रहा है।