{"_id":"690409c530be9af2110716e0","slug":"1340-students-from-sixteen-schools-and-four-gurukuls-performed-recitations-at-the-kalidas-samaroh-ujjain-news-c-1-1-noi1228-3574791-2025-10-31","type":"story","status":"publish","title_hn":"Ujjain News: 67वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का भव्य शुभारंभ, 1340 विद्यार्थियों और बटुकों ने किया वागर्चन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
    Ujjain News: 67वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का भव्य शुभारंभ, 1340 विद्यार्थियों और बटुकों ने किया वागर्चन
 
            	    न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन             
                              Published by: उज्जैन ब्यूरो       
                        
       Updated Fri, 31 Oct 2025 11:21 AM IST
        
       
            सार 
            
            
        
                                    
                मंच पर देवी सम्पर्णम नृत्य नाटिका के माध्यम से महाकवि कालिदास के जीवन का प्रस्तुतीकरण हुआ। इसी अवसर पर कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में संस्कृत भारती मालवा प्रांत द्वारा विज्ञान, कृषि और ज्योतिष पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया गया।
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                        समारोह के दौरान वागर्चन विधि कराते सदस्य।
                                    - फोटो : अमर उजाला 
                    
    
        
    
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विस्तार
                                                 
                आज उज्जैन में 67वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का पूर्वरंग के रूप में भव्य शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर शहर के सोलह विद्यालयों के 1040 विद्यार्थयों, 70 शिक्षकों एवं चार गुरुकुल के 300 बटुकों  कुल 1340 विद्यार्थियों, बटुकों की उपस्थिति में मां गढकालिका मंदिर पर वागर्चनविधि सम्पन्न हुई। वागर्चन में मुख्य अतिथि महामण्डलेश्वर शान्तिस्वरूपानन्द महाराज, अधिष्ठाता चारधाम मंदिर, उज्जैन, विशिष्ट अतिथि पारस गेहलोत, महानगर कार्यवाहक, राष्ट्रीय स्वयं सेवा संघ, उज्जैन तथा अध्यक्ष आनन्द शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, उज्जैन, प्रो. एच. एल अन्निजवाल, अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा विभाग, उज्जैन, कालिदास समारोह की केंद्रीय समिति सदस्य श्रीपाद जोशी, राजेश सिंह कुशवाह,  सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज, महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. शिवशंकर मिश्र, पद्मश्री डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित, डॉ. संतोष पण्ड्या, डॉ. सर्वेश्वर शर्मा, डॉ. महेन्द्र पण्ड्या, संजय शर्मा, विनोद काबरा, डॉ. रमण सोलंकी, संत सुन्दरदास सेवा संस्थान के संरक्षक मोहन खंडेलवाल मुकुल, अशोक खंडेलवाल, दीपक बडेरा, डॉ. एकता व्यास, डॉ. मंजू यादव, मनोहर भालेराव, रजत बडेरा उपस्थित थे।
                                
                
                
                 
                    
                                                                                                        
                                                
                        
                        
 
                        
                                                                                      
                   
    
                                                                        
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                                                
                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                 
                                
                
                
                                
                
                                                                
                                                
                                                                                         
             
                                                    
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
मंदिर परिसर में गुरुकुल के विद्यार्थियों द्वारा श्यामलादण्डकम का पाठ किया गया मंदिर परिसर में निर्मित भव्य मंच पर नृत्याराधना मंदिर संस्थान द्वारा डॉ. खुशबू पांचाल के निर्देशन में देवी सम्पर्णम नृत्य नाटिका के साथ महाकवि कालिदास की जीवन गाथा को प्रस्तुत किया गया। वागर्चनविधि को महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान के वैदिक आचार्यगणों के निर्देशन में सम्पन्न कराया गया।
                                
                
                
                                
                
                                                                                     
            
                            
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                 
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                                                                
                                
                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
संस्कृत प्रदर्शनी का हुआ शुभारम्भ
कालिदास अकादमी के डॉ. संदीप नागर ने बताया कि कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में दैनिक जीवनोपयोगी विज्ञान, कृषि, ज्योतिष इत्यादि विषयों को केन्द्र में रखकर संस्कृत भारती मालवा प्रान्त द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी के उद्घाटन के मुख्य अतिथि संस्कार भारती के सहकोषाध्यक्ष श्रीपाद जोशी, अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा, डॉ. एच.एल. अन्निजवाल की अध्यक्षता, सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य एवं कालिदास समारोह केन्द्रीय समिति के सदस्य राजेश सिंह कुशवाह, आईक्यूएस प्रभारी सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय डॉ. डी.डी. बेदिया, संग्रहालय प्रभारी सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय डॉ. रमण सोलंकी की विशिष्ट सन्निधि में शुभारम्भ हुआ। अतिथियों का शाब्दिक स्वागत अकादमी के निदेशक डॉ. गोविन्द गन्धे ने किया।
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                
                                
                
                                                                
                               
                                                        
         
 
                                
                
                
                                
                
                                                                
                                                
                                                                                     
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            मंदिर परिसर में गुरुकुल के विद्यार्थियों द्वारा श्यामलादण्डकम का पाठ किया गया मंदिर परिसर में निर्मित भव्य मंच पर नृत्याराधना मंदिर संस्थान द्वारा डॉ. खुशबू पांचाल के निर्देशन में देवी सम्पर्णम नृत्य नाटिका के साथ महाकवि कालिदास की जीवन गाथा को प्रस्तुत किया गया। वागर्चनविधि को महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान के वैदिक आचार्यगणों के निर्देशन में सम्पन्न कराया गया।
 
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                संस्कृत प्रदर्शनी का हुआ शुभारम्भ
कालिदास अकादमी के डॉ. संदीप नागर ने बताया कि कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में दैनिक जीवनोपयोगी विज्ञान, कृषि, ज्योतिष इत्यादि विषयों को केन्द्र में रखकर संस्कृत भारती मालवा प्रान्त द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी के उद्घाटन के मुख्य अतिथि संस्कार भारती के सहकोषाध्यक्ष श्रीपाद जोशी, अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा, डॉ. एच.एल. अन्निजवाल की अध्यक्षता, सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य एवं कालिदास समारोह केन्द्रीय समिति के सदस्य राजेश सिंह कुशवाह, आईक्यूएस प्रभारी सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय डॉ. डी.डी. बेदिया, संग्रहालय प्रभारी सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय डॉ. रमण सोलंकी की विशिष्ट सन्निधि में शुभारम्भ हुआ। अतिथियों का शाब्दिक स्वागत अकादमी के निदेशक डॉ. गोविन्द गन्धे ने किया।