मंगल देव 22 फरवरी 2021 को मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे और इस राशि में 14 अप्रैल 2021 तक विराजमान रहेंगे। मंगल देव मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं। ये मकर राशि में उच्च के और कर्क राशि में नीच के माने जाते हैं। मंगल के वृषभ राशि में आने से सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। छह राशियों पर मंगल का नकारात्मक असर पड़ सकता है:-
मेष: होगा पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति का सामना
राशि से धन भाव में गोचर कर रहे मंगल पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है। पड़ोसियों से रिश्ते बिगड़ने न दें। अपनी जिद एवं आवेश पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करेंगे तो सफलता की संभावना सर्वाधिक रहेगी। धन की बचत कर पाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
वृष: राह में आएंगी चुनौतियां
राशि में गोचर कर रहे मंगल कार्य व्यापार की दृष्टि से काफी उतार-चढ़ाव का सामना करवाएंगे। स्वास्थ्य और अपने मान सम्मान तथा सामाजिक प्रतिष्ठा के प्रति हर पल चैतन्य रहना होगा। आपकी महत्वाकांक्षा बढ़ जाएगी। अधिकारियों से मनमुटाव बढ़ने ना दें। मेहनती रहेंगे किंतु क्रोध भी अधिक करेंगे इसलिए संयम की परम आवश्यकता है। झगड़े विवाद से दूर रहें तथा कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझाएं।
मिथुन: फैसला लेते समय रहें सावधान
राशि से व्यय भाव में गोचर कर रहे मंगल काफी भागदौड़ और कष्ट कर यात्राओं का सामना करवाएंगे। मित्रों अथवा संबंधियों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। अधिक खर्च के परिणामस्वरूप आर्थिक तंगी से बचें। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा दिया गया धन समय पर मिलने की संभावना कम ही रहेगी। हर कार्य तथा निर्णय बहुत सावधानी पूर्वक करने की आवश्यकता है।
तुला: जीवन में आएंगे कई उतार-चढ़ाव
राशि से अष्टम भाव में गोचर कर रहे मंगल का प्रभाव काफी उतार-चढ़ाव ला सकता है क्योंकि तुला राशि के लिए ये मारक बन जाते हैं। आपके पूर्व के जन्मों के किए गए फल भी मंगल के गोचर वाले प्रभाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। यात्रा सावधानीपूर्वक करें और झगड़े विवाद से दूर ही रहें। कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझायें। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को अपनी तैयारी के प्रति बहुत ध्यान देना होगा।