देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमितों के 2.34 लाख मामलोंं ने दुनिया में खौफ का माहौल बना दिया है। ऐसे में विद्यार्थी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक के बाद एक देश के 14 बोर्ड्स ने दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द या स्थगित करने का फैसला लिया है। इसमें से राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत 9 राज्यों ने कुछ समय के लिए स्थगित और सीबीएसई सहित 5 बोर्ड ने परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। अगर आप दसवीं कक्षा के विद्यार्थी हैं तो आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि आपके राज्य में बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किया है या रद्द और अगर रद्द किया है तो अंतिम परिणाम कैसे तैयार किया जाएगा? इन सभी सवालों के जवाब के लिए अगली स्लाइड पर जाइए…
10वीं बोर्ड परीक्षा: इन 9 राज्यों में स्थगित हुई परीक्षाएं, 5 बोर्ड ने लिया रद्द करने का फैसला


इन 9 राज्यों ने लिया परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला

राजस्थान: राज्य सरकार ने कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है। राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के अनुसार 15 दिनों के बाद कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के बाद परीक्षाओं की तिथि निर्धारित की जाएगी।
उत्तर प्रदेश: प्रदेश में कोरोना की स्थिति को देखते हुए दसवीं की परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं को 20 मई तक टाला गया है।
महाराष्ट्र: राज्य शिक्षा बोर्ड ने अप्रैल के अंतिम सप्ताह में आयोजित होने वाली 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है। शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ बताती हैं कि अभी दसवीं की परीक्षाएं जून में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जल्द ही डेटशीट भी जारी कर दी जाएगी।
इन 9 राज्यों ने लिया परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला

छत्तीसगढ़: माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर द्वारा राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण तथा कई जिलों में लॉकडाउन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कक्षा 10वीं की दिनांक 15 अप्रैल 2021 से प्रारंभ होने वाली बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दिया गया है। हालांकि सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य शिक्षा मंडल अब दसवीं बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की तैयारी कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश: राज्य के शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने जानकारी दी है कि प्रदेश में आयोजित होने वाली कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को 17 मई तक स्थगित करने का फैसला लिया गया है।
सीआईएससीई: आईसीएसई यानी कक्षा दसवीं के छात्रों को दो विकल्प दिए गए हैं। पहला, विद्यार्थी कक्षा बारहवीं के साथ बोर्ड परीक्षा दे सकते हैं। दूसरा, विद्यार्थी इस सत्र में बोर्ड परीक्षा न देने का निर्णय ले सकते हैं। सीआईएससीई द्वारा जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक बारहवीं बोर्ड परीक्षा का निर्णय जून माह के पहले सप्ताह में किया जाएगा।
इन 9 राज्यों ने लिया परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला

झारखंड: कक्षा दसवीं के प्रैक्टिकल एग्जाम को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कक्षा दसवीं के संबंध में बड़ा फैसला ले सकते हैं।
ओडिशा: कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को जून 2021 तक टालने का आदेश दिया है।
मध्य प्रदेश: माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं की बोर्ड परीक्षाएं एक माह के लिए स्थगित कर दी गई हैं। यह परीक्षाएं अब माह जून 2021 से शुरू होकर अंतिम सप्ताह तक चलेंगी।

इन पांच बोर्ड ने दसवीं बोर्ड परीक्षाओं को किया रद्द
सीबीएसई: शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी है कि कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। अब इंटरनल असेसमेंट के जरिए अंतिम परिणाम तैयार किया जाएगा।
तमिलनाडु: इस राज्य में दसवीं के विद्यार्थी बिना परीक्षा पास होंगे। मुख्यमंत्री एडी पलानीस्वामी ने दसवीं की परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है। अब आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंतिम परिणाम तैयार किया जाएगा। जिसमें 80 फीसदी नंबर तिमाही और अर्धवार्षिक परीक्षाओं और 20 फीसदी नंबर उपस्थिति के आधार पर दिए जाएंगे।
जम्मू और कश्मीर: केंद्र शासित प्रदेश में दसवीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कर दिया है।
हरियाणा: सरकार ने भी प्रदेश में 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई है। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि 10वीं बोर्ड के विद्यार्थियों का परिणाम आंतरिक मूल्यांकन पद्धति के आधार पर तैयारी किया जाएगा।
पंजाब: राज्य ने दसवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है। 10वीं कक्षाओं का अंतिम परिणाम प्री-बोर्ड परीक्षाओं या स्कूलों के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किए जा सकते हैं।