साउथ सिनेमा में आइकन स्टार के रूप में मशहूर रहे अभिनेता अल्लू अर्जुन अपनी सुपरहिट फिल्म ‘पुष्पा’ की सीक्वल ‘पुष्पा 2’ का ट्रेलर लॉन्च करने 17 नवंबर को पटना जा रहे हैं। ये खबर वैसे तो बीती रात से ही सुर्खियों में रही लेकिन सोमवार को मुंबई फिल्म जगत इस बात की खूब चर्चा करता दिखा कि आखिर मुंबई, दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी जैसे बड़े शहर छोड़ अल्लू अर्जुन पटना क्यों जा रहे हैं, जबकि पटना और आसपास के शहरों से हिंदी फिल्मों का कारोबार प्रतिशत दहाई अंकों में भी नहीं पहुंचता है। अल्लू दरअसल अपने उन प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करने जा रहे हैं, जिन्होंने सेट मैक्स और गोल्डमाइंस जैसे चैनलों पर उनकी डब फिल्मों को नंबर वन बनाया है।
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‘अमर उजाला’ से फिल्म ‘पुष्पा’ की सफलता के बाद हैदराबाद में बातें करते हुए अल्लू अर्जुन ने माना था कि फिल्म ‘पुष्पा’ को तेलुगु के साथ साथ ही हिंदी में रिलीज करने के पीछे उन आंकड़ों का सबसे बड़ा हाथ रहा जिन पर उनकी कई साल से नजर थी। ये आंकड़े उनकी उन डब फिल्मों के हैं जो सेट मैक्स चैनलों पर सबसे ज्यादा टीआरपी हासिल करने में कामयाब रहीं। और, इसके अलावा यूट्यूब पर भी उनकी हिंदी में डब फिल्में भी उत्तर प्रदेश और बिहार में खूब देखी जाती हैं। अल्लू अर्जुन ने इन सैटेलाइट और यूट्यूब चैनलों के दर्शकों के क्षेत्रवार आंकड़े जुटाए हैं और अब इन क्षेत्रों के दर्शकों का शुक्रिया अदा करने के लिए निकल रहे हैं।
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हिंदी फिल्मों के देश में वितरण के लिए साल 1930 में पहली बार फिल्म सर्किट अस्तित्व में आए। शुरू में वितरण के सिर्फ छह सर्किट बॉम्बे सर्किट, ईस्टर्न सर्किट, दिल्ली यूपी सर्किट, सीपी सीआई राजस्थान सर्किट, पंजाब सर्किट और साउथ सर्किट ही थे। फिर कालांतर में फिल्म वितरकों ने इन छह सर्किटों को आगे विभाजित कर 11 सर्किटों में बांट दिया।
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अब जो मुख्य सर्किट देश में फिल्म वितरण के काम आते हैं, उनके नाम और उनमें शामिल भौगोलिक क्षेत्र इस प्रकार हैं:
| क्रमांक | मुख्य सर्किट | सर्किट में शामिल क्षेत्र |
| 1 | बॉम्बे सर्किट | मुंबई, गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र व कर्नाटक के कुछ हिस्से |
| 2 | दिल्ली सर्किट | दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड |
| 3 | निजाम सर्किट | तेलंगाना, महाराष्ट्र व कर्नाटक के कुछ हिस्से |
| 4 | आंध्र सर्किट | आंध्र प्रदेश |
| 5 | ई्स्ट पंजाब सर्किट | पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर |
| 6 | ईस्टर्न सर्किट | बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, अंडमान निकोबार, उत्तर पूर्व के बाकी राज्य, भूटान, नेपाल |
| 7 | सीपी बरार सर्किट | महाराष्ट्र (विदर्भ), मध्य प्रदेश (दक्षिण-पश्चिम), छत्तीसगढ़ |
| 8 | सेंट्रल इंडिया सर्किट | मध्य प्रदेश के बाकी बचे हिस्से |
| 9 | राजस्थान सर्किट | राजस्थान |
| 10 | मैसूर सर्किट | बंगलुरु और कर्नाटक के कुछ हिस्से |
| 11 | तमिलनाडु सर्किट | तमिलनाडु और केरल |
ये तो हो गए फिल्म वितरण के देश में बने सर्किट, लेकिन क्या आपको पता है कि हिंदी फिल्में इन सर्किट में से सबसे ज्यादा कमाई किन सर्किट में करती हैं। हिंदी फिल्मों के कुल कारोबार का औसतन जो प्रतिशत अलग अलग सर्किट से आता है, वह इस प्रकार है:
| सर्किट | हिंदी फिल्मों की कुल कमाई का औसत प्रतिशत |
| बॉम्बे सर्किट | 30 |
| दिल्ली-यूपी सर्किट | 22 |
| ईस्टर्न सर्किट | 15 |
| ईस्ट पंजाब सर्किट | 11 |
| मैसूर सर्किट | 05 |
| सी पी सर्किट | 05 |
| राजस्थान सर्किट | 04 |
| सी आई सर्किट | 04 |
| निजाम, आंध्र सर्किट | 03 |
| तमिलनाडु | 01 |