Medically Reviewed by Dr. Parvesh Malik
ज्यादा काम करने या अधिक समय तक काम करने पर थकान होना स्वभाविक है। खासकर दफ्तरों और फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोगों के साथ ऐसा अक्सर होता है। विशेषज्ञ भी कहते हैं कि आजकल लोगों की जीवनशैली पूरी तरह से बदल गई है, लोग काम की वजह से खुद के लिए समय ही नहीं निकाल पा रहे हैं और यह व्यस्तता ही थकान का मुख्य कारण बन रही है। इस थकान से बचने के लिए लोगों को अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत है। पूरी नींद लेने, व्यायाम-योग आदि करने से थकान की समस्या को दूर किया जा सकता है। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो बिना किसी वजह के हर वक्त थकान ही महसूस करते हैं। ऐसे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि हो सकता है ये थकान किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो। आइए जानते हैं कि हमेशा थकान बने रहने की समस्या किन बीमारियों का संकेत हो सकता है?
Health Tips: हर वक्त थकान महसूस करने वाले सावधान, हो सकता है इन गंभीर बीमारियों का संकेत
एनीमिया
- हमेशा थकान होने का एक बड़ा कारण एनीमिया हो सकता है। दरअसल, आम बोलचाल की भाषा में शरीर में खून की कमी को एनीमिया कहते हैं। गर्भवती महिलाओं में यह समस्या अक्सर देखने को मिलती है। थकान के अलावा इसके अन्य लक्षणों में नींद ठीक से न आना, सिर दर्द, सीने में दर्द और दिल जोर-जोर से धड़कना आदि शामिल हैं।
थायरॉइड की बीमारी
- थकान का एक बड़ा कारण है थायरॉइड की बीमारी। दरअसल, जब थायरॉइड हार्मोंस का संतुलन बिगड़ जाता है तो बहुत ज्यादा और हर वक्त थकान महसूस होने लगती है। यह समस्या भी गर्भवती महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है, इसलिए थकान को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डायबिटीज
- अधिक थकान होना डायबिटीज का भी लक्षण हो सकता है। दरअसल, डायबिटीज एक गंभीर और आजीवन रहने वाली बीमारी है, जिसमें खानपान पर बहुत ध्यान देना पड़ता है। थकान के अलावा अधिक प्यास और पेशाब लगना, अधिक भूख लगना और वजन में कमी, डायबिटीज के अन्य लक्षण हो सकते हैं।
स्लीप एप्निया
- यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें नींद के दौरान सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। कभी-कभी तो कुछ देर के लिए सांस रुक भी जाती है। अगर आप बहुत ज्यादा देर तक सोने के बावजूद थकान और कमजोरी महसूस करते हैं तो आपको स्लीप एप्निया की समस्या हो सकती है। इसे लेकर बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, क्योंकि स्लीप एप्निया की वजह से दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा भी होता है।
नोट: डॉ. परवेश मलिक एक फिजिशियन हैं और वर्तमान में पानीपत के उजाला सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल में कार्यरत हैं। डॉ. मलिक ने हरियाणा के महर्षि मार्कंडेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च मुल्लाना, से अपना एबीबीएस पूरा किया है। इन्होंने जनरल मेडिसिन में एमडी भी किया। पानीपत के उजाला सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल में काम करने से पहले डॉ. परवेश ने एम.एम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च महर्षि मार्कंडेश्वर यूनिवर्सिटी में जूनियर रेजिडेंट के तौर पर काम किया है।
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