आज देश स्वतंत्रता के 75 साल पूरे कर रहा है, इसे आजादी के 'अमृत महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव का मतलब नए विचारों, नए संकल्पों और आत्मनिर्भरता का अमृत है। कोरोना महामारी के साथ, इस समय देश में कई अन्य प्रकार की संक्रामक बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। पूरा स्वास्थ्य तंत्र इस महामारी से निपटने के लिए प्रयास में लगा हुआ है। अमृत महोत्सव के इस खास मौके पर समय है एक खास प्रण लेने का- बेहतर स्वास्थ्य और स्वस्थ समाज बनाने का प्रण, ताकि देश का हर नागरिक स्वस्थ और समृद्ध रह सके।
Health Tips: स्वतंत्रता दिवस पर लीजिए स्वस्थ समाज निर्माण का प्रण, बेहतर सेहत के लिए इन बातों का रखें ध्यान
आहार की पौष्टिकता पर ध्यान देना आवश्यक
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए आहार की पौष्टिकता पर ध्यान देना सबसे आवश्यक है। सभी लोगों को दैनिक आहार में फल, सब्जियां, फलियां, नट्स और साबुत अनाज सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों के संयोजन को शामिल करना चाहिए। वयस्कों को प्रतिदिन 400 ग्राम फल और सब्जियां जरूर खानी चाहिए। स्वस्थ खान-पान से आप कुपोषण और मधुमेह, हृदय रोग, स्ट्रोक और कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं।
नियमित व्यायाम की बनाएं आदत
स्वस्थ आहार के साथ नियमित व्यायाम सेहत के लिए बहुत आवश्यक है। योग-व्यायाम की आदत शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने के साथ मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने में भी मदद करती है। 18-64 वर्ष की आयु वाले लोगों को सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का मध्यम स्तरीय व्यायाम जरूर करना चाहिए। अध्ययनों में पाया गया है कि नियमित रूप से व्यायाम करने वालों में कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के विकसित होने का जोखिम कम होता है।
मानसिक स्वास्थ्य का भी रखें ध्यान
जब बात संपूर्ण स्वास्थ्य की होती है तो इसमें शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य शामिल होते हैं। आमतौर पर हम शारीरिक स्वास्थ्य का तो ध्यान रखते हैं पर मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर दिया जाता है। पर अध्ययनों से पता चलता है कि शरीर और मन एक दूसरे के पूरक हैं, एक में होने वाली समस्या का असर दूसरे की सेहत को प्रभावित कर सकता है, इसलिए तनाव-चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का प्रबंधन बहुत जरूरी है।
शराब-धूम्रपान से बिल्कुल परहेज
शराब-धूम्रपान, शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत के लिए नुकसानदायक माने जाते हैं ऐसे में इस आदत से बिल्कुल दूरी बनाकर रखनी चाहिए। तंबाकू के सेवन से फेफड़ों की बीमारी, हृदय रोग और स्ट्रोक आदि का खतरा हो सकता है। वहीं शराब लिवर की बीमारियों का कारण बनती है, इससे दूरी बनाकर रखनी चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, शराब-धूम्रपान से परहेज करके कई गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुझाव के आधार पर तैयार किया गया है।
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