दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा का विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में प्रदर्शन निराशाजनक रहा। नीरज इस चैंपियनशिप में अपने खिताब का बचाव करने उतरे थे, लेकिन उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके और 84.03 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से आठवें स्थान पर रहे। भारत के एक अन्य एथलीट सचिन यादव भले ही पदक अपने नाम नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने चमक बिखेरी और 86.27 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से चौथे स्थान पर रहे।
वालकोट ने जीता स्वर्ण पदक
त्रिनिदाद एंड टोबेगो के केशोर्न वालकोट ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में 88.16 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से स्वर्ण पदक अपने नाम किया। एंडरसन पीटर्स ने 87.38 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक और अमेरिका के कर्टिस थॉम्पसन ने 86.67 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से कांस्य पदक अपने नाम किया। पेरिस ओलंपिक के चैंपियन पाकिस्तान के अरशद नदीम भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके।
भारत के नीरज चोपड़ा ने पहले प्रयास में 83.65 मीटर का थ्रो किया। नीरज ने अच्छी शुरुआत की और पहले प्रयास में अरशद नदीम से आगे रहे। भारत के एक अन्य भाला फेंक एथलीट सचिन यादव ने शानदार शुरुआत की और 86.27 मीटर का थ्रो किया और वह पहले प्रयास में वह दूसरे स्थान पर रहे। पहले प्रयास में सचिन ने अपने आदर्श नीरज को पीछे छोड़ा। नीरज ने दूसरे प्रयास में 84.03 मीटर का थ्रो किया जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। पहले प्रयास में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सचिन दूसरे प्रयास में फाउल कर बैठे।
चौथे प्रयास में थमा नदीम का सफर
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने दूसरे प्रयास में फाउल के बाद तीसरे प्रयास में 82.75 मीटर का थ्रो किया, जबकि भारत के नीरज ने फाउल किया। भारत के एक अन्य एथलीट सचिन यादव ने तीसरे प्रयास में 85.71 मीटर का थ्रो किया। सचिन ने पहले तीन थ्रो में अच्छा प्रदर्शन किया। शीर्ष 10 एथलीटों ने चौथे प्रयास के लिए क्वालिफाई किया और सबसे पहले पाकिस्तान के अरशद नदीम आए, लेकिन वह उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके और उन्होंने चौथे प्रयास में फाउल किया। पाकिस्तान के पेरिस ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम का सफर चौथे प्रयास में ही समाप्त हो गया। नीरज ने इस प्रयास में 82.86 मीटर का थ्रो किया। भारत के सचिन यादव ने 84.90 मीटर का थ्रो किया।
पांचवें प्रयास में नीरज का सपना टूटा
नीरज का विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रदर्शन निराशाजनक रहा और वह पांचवें प्रयास में फाउल कर बैठे। चौथे प्रयास के बाद नीरज आठवें स्थान पर थे और उन्हें आगे बढ़ने के लिए इस प्रयास में शीर्ष छह में जगह बनाना जरूरी था, लेकिन नीरज फाउल कर बैठे जिस कारण उनका सफर समाप्त हो गया। नीरज ने टोक्यो में ही ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था और वह यहां विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपने स्वर्ण का बचाव करने उतरे थे, लेकिन इसमें सफल नहीं हुए। नीरज के लिए यह प्रदर्शन काफी निराशाजनक है क्योंकि वह अंतिम प्रयास तक भी नहीं पहुंच सके। नीरज अगर यहां अपने स्वर्ण का बचाव करने में सफल होते तो वह ऐसा करने वाले दुनिया के तीसरे एथलीट बन जाते।