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Can Mayawati spoil the game of india alliance? whats her next plan for loksabha electon 2024
सत्ता का संग्राम

INDIA गठबंधन का गेम बिगाड़ सकती हैं मायावती?, 2024 के लिए एक तीर से साध दिए तीन निशाने!

20 January 2024

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15 जनवरी को बसपा प्रमुख मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर स्पष्ट कर दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी अकेले चुनावी ताल ठोंकेगी.  मायावती ने लोकसभा चुनावों से पहले अकेले ही सियासी मैदान में उतरने का आखिरकार अधिकारिक एलान कर दिया. मायावती के इस एलान के बाद समाजवादी पार्टी से लेकर भाजपा के रणनीतिकार अपने-अपने नजरिए से सियासी आंकलन कर रहे हैं. हालांकि मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से पार्टी को लोकसभा में सीटों का कितना फायदा होगा यह तो परिणाम बताएंगे. मायावती के अकेले चुनाव लड़ने का फैसला सही या गलत या फिर मायावती अकेले चुनाव लड़कर क्या बीजेपी की मदद कर रही हैं? जानिए इन सभी सवालों के जवाब....

INDIA गठबंधन का गेम बिगाड़ सकती हैं मायावती?, 2024 के लिए एक तीर से साध दिए तीन निशाने!

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15 जनवरी को बसपा प्रमुख मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर स्पष्ट कर दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी अकेले चुनावी ताल ठोंकेगी. 
मायावती ने लोकसभा चुनावों से पहले अकेले ही सियासी मैदान में उतरने का आखिरकार अधिकारिक एलान कर दिया. मायावती के इस एलान के बाद समाजवादी पार्टी से लेकर भाजपा के रणनीतिकार अपने-अपने नजरिए से सियासी आंकलन कर रहे हैं. हालांकि मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से पार्टी को लोकसभा में सीटों का कितना फायदा होगा यह तो परिणाम बताएंगे. मायावती के अकेले चुनाव लड़ने का फैसला सही या गलत या फिर मायावती अकेले चुनाव लड़कर क्या बीजेपी की मदद कर रही हैं? जानिए इन सभी सवालों के जवाब....

लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के सीट बंटवारे की चर्चा हर ओर है, लेकिन महाराष्ट्र में विपक्षी के साथ सत्ता पक्ष के सीट बंटवारे पर भी सबकी नजर रहेगी। राज्य में अब तक चार दलों के दो गठबंधन की बीच होता रहा मुकाबला इस बार छह दलों के मुकाबले में बदल चुका है। शिवसेना और एसीपी में टूट के बाद कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव लड़ सकती है? भाजपा कितनी सीटे शिंदे और अजित पवार को दे सकती है? किसकी दावेदारी कितनी मजबूत है? जानिए इन सभी सवालों के जवाब....

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तस्वीर साफ होने लगी है। छह महीने के अंदर लगातार दूसरी बार भाजपा को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल प्रदेश के बाद अब भाजपा के हाथ से कर्नाटक की सत्ता भी चली गई। वहीं, देशभर में राजनीतिक संकट से जूझ रही कांग्रेस को बड़ी जीत मिली। 
 

कर्नाटक विधानसभा की सभी 224 सीटों के नतीजे आज आ रहे हैं। शुरुआती 70 मिनट में कांग्रेस-भाजपा दोनों ने एक-एक बार बहुमत का आंकड़ा छू लिया। दोनों के बीच कांटे की टक्कर है। नतीजों के साथये भी पता लगेगा कि 2,615 उम्मीदवारों में किन 224 उम्मीदवारों की किस्मत चमकेगी। इन सभी के बीच कुछ चेहरे ऐसे भी होंगे जिनकी जीत-हार पर सभी की नजर होगी। 
 

यूपी नगर पालिका में 199 में से 78 सीटों के रुझान आ गए हैं। यहां बीजेपी 30 सीटों के साथ सबसे आगे चल रही है। सपा को 27 और अन्य को 12 सीटों पर बढ़त है। यूपी में नगर निगम स्थानीय शासन की सबसे बड़ी बाडी होती है। इसके बाद नगर पालिका परिषद होती है फिर नगर पंचायत होती। नगर पंचायत स्थानीय शासन की सबसे छोटी बाडी होती है।
 

कर्नाटक में आज विधानसभा चुनावों के नतीजे का दिन है। इससे पहले 224 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए मतदान 10 मई को हुआ था। इस चुनाव में कई ऐसी सीटें रही हैं जहां एक ही परिवार के लोग अलग-अलग पार्टियों से मैदान में उतरे। सोरब सीट में पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा के दो बेटे भाजपा और कांग्रेस से मैदान में थे।
 

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