कंगना रनौत पहुंचीं बठिंडा कोर्ट: किसान आंदोलन के दौरान महिला को लेकर की थी टिप्पणी, बोलीं- हर मां का सम्मान
कंगना रनौत के खिलाफ बठिंडा की एक महिला ने मानहानि का केस दर्ज कराया था। इस मामले में आज कंगना को अदालत में फिजिकली पेश होने का आदेश दिया गया था।
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हिमाचल के मंडी से भाजपा सांसद एवं अभिनेत्री कंगना रनौत मानहानि केस में पेशी के लिए बठिंडा कोर्ट पहुंचीं। इस दौरान कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। कंगना का काफिला दिल्ली से बठिंडा के लिए बाया रोड आया था। दोपहर करीब ढाई बजे कंगना रनौत कोर्ट में पेश हुईं। कोर्ट में पेश होने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि जैसा दिखाया गया है, वैसा मैं अपने सपने में भी नहीं सोच सकती। मां चाहे हिमाचल की हो या पंजाब की हो, मेरे लिए सम्मानजनक हैं।
कंगना ने कहा कि अगर केस को देखें तो इसका मेरे से कोई लेना देना नहीं था। ये एक मीम था जिसे री-ट्वीट किया गया था। मैंने माता महिंदर कौर के पति से भी इस बारे में बात की थी। देश में कई आंदोलन चल रहे थे। मैंने उस बारे में एक जनरल ट्वीट किया था। जो मिस अंडरस्टैंडिंग हुई है, उसके लिए खेद है।
कंगना की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की अर्जी हुई थी खारिज
कंगना के वकील ने अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की मांग करते हुए एक अर्जी दाखिल की थी। लेकिन दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद बठिंडा अदालत ने कंगना की अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद 27 अक्तूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था।
शिकायतकर्ता महिंदर कौर की ओर से पेश हुए एडवोकेट रघुबीर सिंह बेनीवाल ने कहा, ‘हमने कंगना रनौत की अर्जी का विरोध किया, क्योंकि कानून के अनुसार किसी आरोपी को केस की शुरुआती सुनवाई में उपस्थित होने से छूट नहीं दी जा सकती। हमने अदालत से अनुरोध किया कि वह उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करे, और अनुपस्थित रहने पर गिरफ्तारी वारंट जारी करे।’
शिकायतकर्ता ने लगाया कंगना पर ये आरोप
महिंदर कौर (73 वर्ष) ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश की मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने ट्विटर (अब एक्स अकाउंट) पर उनके बारे में झूठे बयान दिए। कंगना ने उन्हें गलत तरीके से शाहीन बाग की बिलकिस बानो बताकर छवि को ठेस पहुंचाई।