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पंजाब को कई गम दे गया 2025: हादसों ने अपनों को छीना, गैंगस्टरों का खौफ बढ़ा; निशाने पर रहे कबड्डी खिलाड़ी
मोहित धुपड़, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Tue, 30 Dec 2025 12:01 PM IST
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सार
गैंगस्टरों का खौफ साल भार लोगों को सताता रहा। गैंगवार में जहां एक गैंगस्टर की मां तक भेंट चढ़ गई, वहीं कबड्डी खिलाड़ी सबसे ज्यादा निशाने पर रहे। कुछेक गैंगस्टरों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया तो कई गिरफ्तार हुए।
चंडीगढ़ में पैरी हत्याकांड
- फोटो : फाइल
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विस्तार
साल भले ही गुजर रहा है मगर कुछ बड़े हादसे ऐसे हैं, जो उन लोगों को ताउम्र याद रहेंगे जिन्होंने इस दौरान अपनों को खो दिया। वे कोहरा, लापरवाही और अन्य कारणों से हुई सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो गए और पीछे छोड़ गए जिंदगी भर का गम और दर्द। हालांकि सरकार का दावा है कि इस साल रोड सेफ्टी संबंधी प्रयासों के चलते ऐसे हादसों में अपेक्षाकृत कमी हुई है मगर फिर भी सड़कें लाल होती ही रहीं।
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दूसरी ओर, गैंगस्टरों का खौफ साल भार लोगों को सताता रहा। गैंगवार में जहां एक गैंगस्टर की मां तक भेंट चढ़ गई, वहीं कबड्डी खिलाड़ी सबसे ज्यादा निशाने पर रहे। कुछेक गैंगस्टरों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया तो कई गिरफ्तार हुए। खैर, सूबे से खौफ खत्म कर गैंगस्टरवाद पर शिकंजा कसने के लिए पंजाब पुलिस की कसरत जारी है, क्योंकि सालभर इस मुद्दे पर सरकार को विरोधियों की घेराबंदी झेलनी पड़ी।
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कोहरा लील गया नौ जिंदगियां
घने कोहरे के चलते फिरोजपुर जिले के गोलू का मौर गांव के पास 31 जनवरी की सुबह एक पिकअप वैन और ट्रक के बीच हुए सड़क हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। एक महिंद्रा पिकअप वैन, जिसमें वेटर का काम करने वाले 20 लोग सवार थे, जलालाबाद के एक मैरिज पैलेस में काम करके लौट रहे थे। फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर के निर्देश पर स्थानीय तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे। अपनों को खाने वाले परिजन फूट-फूटकर रोते रहे।
खाई में गिरे तीर्थयात्री
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में 15 अगस्त को एक दुखद सड़क दुर्घटना में पंजाब के 4 तीर्थयात्रियों की जान चली गई और 23 अन्य घायल हो गए। इनमें 15 बच्चे थे। सभी पीड़ित मोगा जिले के बागी के गांव के निवासी थे और चामुंडा देवी मंदिर से लौट रहे थे। चामुंडा-धर्मशाला सड़क पर जद्रंगल के पास उनकी पिकअप गाड़ी एक गहरी खाई में गिर गई।
जेसीबी से निकाले थे शव
होशियारपुर में 7 जुलाई को यात्रियों से भरी एक बस सामने से आ रही कार से टकरा गई। इसके बाद बस बेकाबू होकर बीच सड़क पर ही पलट गई। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 15 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बस में कुल 39 यात्री सवार थे। मरने वालों में मां और बेटी भी शामिल थे। यह हादसा दसूहा-हाजीपुर रोड पर अड्डा सगरां के पास हुआ था। बस से घायलों और मृतकों को निकालने के लिए जेसीबी का सहारा लेना पड़ा था
खामोश हुए तीन दोस्त
राजपुरा-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर घग्गर सराय के नजदीक 28 मई की शाम सड़क हादसे में तीन दोस्तों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों की पहचान खुशविंदर सिंह, प्रियांश दोनों निवासी अंबाला के रूप में हुई है। घायल मनन कपूर अभी तक सदमे में है। चारों युवक राजपुरा स्थित चितकारा यूनिवर्सिटी आए थे। घग्गर सराय के पास उनकी कार और ट्रक की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए थे।
पढ़ने गए लौटे नहीं
बठिंडा में 21 जुलाई को कार-ट्रक की टक्कर में चार विद्यार्थियों की मौत हो गई। सभी आईटीआई में पढ़ते थे। हादसा बठिंडा-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भुच्चो टोल प्लाजा के पास हुआ था। तीनों बठिंडा जिले के गांव मंडी कला के रहने वाले थे जबकि छात्रा बरनाला जिले के गांव मेहता की निवासी थी। दुर्घटना उस समय हुई जब छात्र बठिंडा से रामपुरा फूल की ओर जा रहे थे।
सिंगर सिद्धू हादसे का शिकार
पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू 22 नवंबर को सड़क हादसे का शिकार हो गए। वे 37 की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। यह हादसा तब हुआ जब उनकी गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई। वह मानसा से अपने गांव खियाला जा रहे थे। इस हादसे में हरमन की कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और माैके पर ही सिद्धू ने दम तोड़ दिया था।
नाले में गिरी बस
फरीदकोट में 18 फरवरी को ट्रक के साथ टक्कर के बाद एक प्राइवेट बस रेलिंग तोड़ कर नाले में गिर गई। हादसे में एक महिला समेत 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 40 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायल यात्रियों को बमुश्किल बाहर निकालकर अस्पताल भर्ती करा रहे हैं।
गैंगवार से दहशत
जग्गू भगवानपुरिया की मां की हत्यागुरदासपुर में 26 जून को गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां हरजीत कौर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह एक व्यक्ति के साथ कार में जा रही थीं। इसी दौरान बाइक सवार तीन लोग वहां पहुंचे और कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। वारदात में करणवीर सिंह की भी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस वारदात की जिम्मेदारी बंबीहा गैंग ने ली।
पैरी की हत्या से बढ़ा टकराव
चंडीगढ़ में 01 दिसंबर को गैंगस्टर लॉरेंस-गोल्डी के बीच टकराव के चलते गैंगस्टर पैरी की हत्या कर दी गई। पैरी गैंगस्टर लॉरेंस के लिए काम करता था। शाम को टिंबर मार्केट में सरेराह उस पर गोलियां बरसाई गई, जिससे मौके पर दहशत फैल गई। इस घटना के बाद लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के बीच टकराव और बढ़ गया है।
सेल्फी के बहाने राणा को मारा
मोहाली में 15 दिसंबर को टूर्नामेंट के दौरान कबड्डी प्लेयर व प्रमोटर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया को सरेआम गोलियां मार दी गई। हमलावर राणा के साथ सेल्फी लेने के लिए पहुंचे थे और फिर वारदात को अंजाम देकर वहां मौजूद हथियारबंद पुलिस जवानों की मौजूदगी में भाग गए। यह दावा किया गया कि राणा के गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया से लिंक के शक के चलते बंबीहा गैंग ने यह हत्या करवाई। राणा की 6 दिसंबर को ही देहरादून की युवती से शादी हुई थी।
एसएसपी कार्यालय के पास कत्ल
मानसा शहर में 31 अक्तूबर को कबड्डी खिलाड़ी तेजपाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात एसएसपी कार्यालय से कुछ ही दूरी पर हुई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। तेजपाल अपने दो साथियों के साथ मौजूद था तभी अज्ञात युवकों ने पहले मारपीट की और फिर गोली चला दी। मानसा पुलिस ने एक आरोपी गुरसहाब सिंह का एनकाउंटर किया, जबकि दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कबड्डी खिलाड़ियों का मर्डर
लुधियाना के मानकी गांव में 04 नवंबर को गुरिंदर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि एक अन्य शख्स धर्मवीर सिंह घायल हैं। इससे पहले 31 अक्तूबर को जगराओं में भी एक कबड्डी खिलाड़ी तेजपाल सिंह को भी गोली का शिकार बनाया गया था। दोनों हत्याओं में पुलिस की जांच अभी तक जारी है।
घर के सामने फेंका शव
कपूरथला में 23 सितंबर को कबड्डी खिलाड़ी हरदीप सिंह की हत्या कर उसके क्षत-विक्षत शव को उसके घर के बाहर फेंक दिया गया। ढिलवां तहसील का निवासी था उसका दीपा व हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी के साथ विवाद हुआ था। विवाद के सिलसिले में दोनों के खिलाफ मामले दर्ज थे। दोनों के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज है।