जालंधर में बच्ची की हत्या मामला: आरोपी ड्राइवर ने कबूला गुनाह; बताया उस रात क्या हुआ, परिवार से मिलीं जय इंद्र
पंजाब के जालंधर में 13 साल की बच्ची की हत्या मामले में आरोपी बस ड्राइवर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। आरोपी ने पुलिस के सामने अपना मुंह खोलते हुए उस रात की पूरी घटना को उजागर किया है।
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जालंधर में पारस एस्टेट में 13 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी मामले में मंगलवार को भाजपा की महिला नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की बेटी जय इंद्र कौर, पूर्व विधायक शीतल अंगूरल के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची। वहीं, जालंधर की पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर भी पीड़ित परिवार से मिली और कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने संकेत दिया कि इस मामले में अन्य पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई हो सकती है, जो घटना वाली रात ड्यूटी पर थे।
वहीं हत्या के सनसनीखेज मामले में आरोपी हरमिंदर सिंह रिंपी को सिविल अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। पुलिस ने सोमवार शाम उसकी गिरफ्तारी दिखाई और मंगलवार उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार रिंपी ने पूछताछ में कबूल किया कि उसने बच्ची की गला घोंटकर हत्या की और शव को बाथरूम में छिपाया था। आरोपी ने अपने दोस्त को फोन कर रात में गाड़ी बुलाई थी, यह कहकर कि उसे तड़के सवारी लेकर जाना है, जबकि वह बच्ची का शव ठिकाने लगाने की फिराक में था।
बच्ची के लापता होने से मोहल्ले में हंगामा मचा हुआ था, लेकिन रिंपी ने उसी दौरान पुलिस को यकीन दिला दिया कि बच्ची उसके पर घर नहीं आई। देर रात आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि वह एमजीएन स्कूल की बस चलाता है और पार्ट-टाइम टैक्सी ड्राइवर है। पत्नी और बच्चे घर से बाहर होने की जानकारी बच्ची को नहीं थी, जो रोज की तरह उसके घर चली आई थी। रिंपी ने गेट खोलकर उसे अंदर आने दिया और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
पुलिस के खिलाफ एबीवीपी का रोष प्रदर्शन
13 साल की बच्ची की हत्या को लेकर जहां मामला गरमाया हुआ है, वहीं इस हत्या के आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की मांग को लेकर एबीवीपी भी सड़क पर उतर आई है। जालंधर के पारस एस्टेट में हुई इस हत्या के खिलाफ एबीवीपी की छात्राओं ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्राओं ने मांग कि हैं कि कहा कि घटना के दौरान कार्रवाई में कोताही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। छात्राओं ने एएसआई को डिसमिस करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि आरोपी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए।
छात्राओं ने नागालैंड केस का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर आरोपी को पेड़ पर लटकाकर मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद दोबारा वहां पर ऐसी घटना नहीं हुई। पुलिस के खिलाफ छात्राओं ने रोष जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस कह रही है, आरोपी को सजा दी जाएगी, लेकिन हम कह रहे हैं कि जल्दी व कड़ी सजा दी जाए, ताकि दोबारा ऐसी दरिंदगी किसी बच्ची के साथ न हो।