Punjab: बस ड्राइवर ने 13 साल की बच्ची को मार डाला; लोगों ने आरोपी को पीट-पीटकर अधमरा किया, ASI सस्पेंड
पंजाब के जालंधर में बस ड्राइवर ने 13 साल की बच्ची की हत्या कर दी। आरोप है कि आरोपी ने बच्ची के साथ दुष्कर्म भी किया है और उसके बाद हत्या कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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पंजाब के जालंधर में दिल दहला देने वाली घटना हुई है। 13 वर्षीय नाबालिग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की घटना से लोगों में उबाल है। परिजनों ने आरोप लगाया कि बेटी की सहेली के पिता ने पहले दुष्कर्म किया फिर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसकी लाश को बाथरूम में छुपा दिया। नाबालिग शनिवार शाम को सहेली के घर गई थी। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटी तो परिवार ने ढूंढना शुरू किया। सीसीटीवी खंगाले गए, जिसमें वह पड़ोसी के घर जाते हुए दिखी। लोगों ने पुलिस बुलाकर इसकी शिकायत की। एएसआई मंगतराम ने पड़ोसी के घर जाकर जांच कर कहा कि अंदर कुछ नहीं है लेकिन बाद में लोग अंदर घुसे और बच्ची की लाश बरामद कर ली।इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा और लोगों ने रात 1 बजे तक प्रदर्शन किया। भीड़ ने आरोपी की जमकर पिटाई की। पुलिस की कस्टडी में होने के बावजूद भी उसे पीटते रहे। उसके घर पर पथराव भी किया। पेट्रोल डालकर घर और आरोपी को जलाने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।
इस मामले में एसीपी गगनदीप सिंह घुम्मन ने कहा कि घर की जांच करने के बाद कुछ न होने की बात कहने वाले एएसआई मंगतराम को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी रिंपी सिंह उर्फ हैप्पी के खिलाफ हत्या और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी पेशे से बस ड्राइवर है। नाबालिग का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। आरोपी ने जिस वक्त ये वारदात की, उसकी पत्नी अपनी बेटी के साथ मायके लुधियाना गई थी।
घर से शाम 4 बजे निकली थी, सीसीटीवी से हुआ खुलासा
13 साल की बच्ची शनिवार शाम करीब 4 बजे अपनी सहेली के घर जाने के लिए निकली। परिवार वालों ने बताया कि वह रोज की तरह बाहर गई थी। करीब 4:30 बजे के बाद जब बच्ची वापस नहीं लौटी तो परिवार ने उसे आसपास ढूंढना शुरू किया। गली के लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। गली की एक महिला उपासना के मुताबिक, 6 से 6:30 बजे के बीच शोर हुआ और मोहल्ले को पता चला कि बच्ची गायब है। 4:02 बजे की सीसीटीवी फुटेज में बच्ची काले कपड़ों में गली से गुजरती दिखती है। उससे कुछ सेकेंड पहले एक महिला दो बच्चों के साथ गली से गुजरती है। बच्ची तेज कदमों से आगे बढ़ती है। गली में खड़ी एक कार का सहारा लेकर वह अपने जूते ठीक करती है और 4:05 बजे के करीब सहेली के घर के सामने वाले पड़ोसी 48 वर्षीय रिंपी उर्फ हैप्पी के घर अंदर जाती दिखती है। इसके बाद वह बाहर नहीं निकलती। इस पर लोगों ने पुलिस को बुलाया। पुलिस 6:30 बजे के बाद मौके पर पहुंची।
आरोपी की पत्नी बोली- घर बंद है, मैं लुधियाना में हूं
एएसआई मंगतराम गली में पहुंचे और आरोपी के घर की जांच की। लोगों के अनुसार एएसआई ने बाहर आकर कहा- अंदर कुछ नहीं है, लड़की घर में नहीं है। इस बयान से लोगों में संदेह बढ़ा और गुस्सा भी। बच्ची की तलाश के दौरान आरोपी की पत्नी को फोन किया गया। पत्नी ने बताया कि वह अपनी बेटी के साथ मायके लुधियाना गई है और घर अंदर से बंद है। पत्नी ने पति पर शक करने से भी इनकार किया। पुलिस ने घर का गेट खुलवाया, लेकिन पहली जांच में बच्ची नहीं मिली।
बाथरूम में शव मिलने से लोग भड़के
रात 8 बजे के करीब, बच्ची नहीं मिली तो मोहल्ले में हंगामा शुरू हो गया। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने सही तरीके से तलाशी नहीं ली। इस बीच कई लोग खुद घर के अंदर घुसे और कमरों, स्टोर और बाथरूम की तलाशी शुरू की। कुछ देर बाद लोगों ने बाथरूम में बच्ची का शव बरामद कर लिया। शव देखते ही बच्ची की मां बेसुध हो गई और पूरे इलाके में मातम फैल गया। लोगों ने आरोप लगाया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की गई।
आरोपी की पिटाई के बाद घर पर पथराव
नाबालिग का शव मिलने के तुरंत बाद गुस्से से भरी भीड़ ने आरोपी रिंपी उर्फ हैप्पी को पकड़ लिया और उसकी ताबड़तोड़ पिटाई कर दी। उसके घर पर पथराव भी किया गया। पुलिस हिरासत में होने के बावजूद लोग उसे पीटते रहे। लोगों का आरोप था कि पुलिस ने लापरवाही की, इसलिए आरोपी को सख्त सजा मिलनी चाहिए। रात 11 बजे के आसपास वरिष्ठ अधिकारी, डीएसपी, एसडीएम और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भीड़ को समझाने की कोशिश की और आरोपी को भीड़ से बचाकर बाहर निकाला। गुस्साई भीड़ पुलिस से भिड़ गई। कई लोग चिल्ला रहे थे। यहीं पर तेल डालकर जला दो, नहीं तो पुलिस छोड़ देगी। कुछ लोग पुलिस की गाड़ी पर चढ़ गए और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
लापरवाही पर एएसआई मंगतराम सस्पेंड
भीड़ की पिटाई में आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और केस दर्ज कर लिया। आरोपी पर कत्ल और पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसीपी गगनदीप सिंह घुम्मन ने बताया कि घर में गलत जांच रिपोर्ट देने वाले एएसआई मंगतराम को सस्पेंड कर दिया गया है। लोग लगातार यही आरोप लगा रहे थे कि अगर पुलिस ने पहली बार घर ठीक से चेक किया होता, तो बच्ची जिंदा मिल जाती।
एडीसीपी बोले- पोस्टमॉर्टम के बाद दुष्कर्म की पुष्टि होगी
एडीसीपी हरिंदर गिल ने बताया कि बच्ची की डेडबॉडी मिल गई है और महिला पुलिस ने जांच में उसके गले पर निशान पाए हैं। परिवार ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है, जिसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद होगी। गिल ने कहा कि मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा और आरोपी को जल्द सजा दिलाने की कोशिश होगी। आरोपी को भीड़ ने पीटा, जिसके चलते उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस रिमांड लेकर सख्त पूछताछ करेगी।
शिकायत पर बिना महिला सिपाही के पहुंचा था एएसआई
पूरे प्रकरण में कई सवाल खड़े हुए। लड़की के गायब होने की शिकायत के बाद जांच करने एएसआई बिना महिला सिपाही के पहुंचा। अंदर चेकिंग की या सेटिंग, क्योंकि मोहल्ला निवासियों की माने तो आरोपी के पास कार है ही नहीं तो फिर घर के अंदर कार कहां से आई। एडीसीपी ने कहा कि जांच कर रहे हैं। एडीसीपी ने कहा कि लड़की आठवीं कक्षा की छात्रा थी और आरोपी बस ड्राइवर है। तीन चार घर छोड़कर ही आरोपी का घर है जहां लड़की अपनी सहेली से मिलने गई थी।