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भट्ठा मालिक बोले- कोयले के बढ़ते दाम रोकने को हस्तक्षेप करे पंजाब सरकार
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मोहाली। जिले में ईंट भट्ठा मालिक एसोसिएशन को पंजाब के नए मुख्यमंत्री से उम्मीद जगी है। इसको लेकर एक ईंट भट्ठा मालिकों का शिष्टमंडल सरकार के नुमाइंदों से मिलकर अपनी समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपेगा और मामले में सरकार से हस्तक्षेप की अपील करते हुए अपनी मांगों को केंद्र सरकार तक पहुंचाएगा। यह जानकारी भट्ठा मालिक एसोसिएशन के प्रधान कुलदीप सिंह मक्कड़ ने अमर उजाला के साथ साझा की।
जानकारी के मुताबिक कोयले के दामों में पिछले 2-3 महीनों से लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोयले के दाम 9 हजार रुपये प्रति टन से बढ़कर 19 हजार रुपये प्रति टन हो गए हैं। इससे भट्ठा मालिकों को ईंटें बनाने की लागत बढ़ने से उनके कारोबार पर असर पड़ रहा है। क्योंकि कोयले के दामों में हुई बढ़ोतरी के बाद से ईंटों की लागत बढ़ने से इनके दाम भी बढ़ाने पड़ेंगे और दाम बढ़ने से बिक्री कम होगी। वहीं, अभी तक बाजार में जो ईंट 5500 रुपये प्रति हजार मिलती थी, उनकी कीमत अब बढ़कर 700 रुपये के उछाल के साथ 6200 रुपये प्रति हजार मिल रही है। दूसरी ओर, ईट के दामों में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए बीते दिनों भट्ठा मालिक एसोसिएशन की बैठक हुई, जिसमें कोयले के दामों में अचानक हुई बढ़ोतरी को लेकर विचार चर्चा हुई और बैठक के दौरान सदस्यों ने सर्वसम्मति से जिले में सभी भट्ठों को 30 नवंबर तक बंद करने का ऐलान करते हुए केंद्र सरकार के पास अपना विरोध दर्ज करवाया।
कालाबाजारी की मिल रही खबरें
भट्ठा मालिक एसोसिएशन के प्रधान कुलदीप सिंह मक्कड़ ने बताया कि जिले में भट्ठा मालिक एसोसिएशन के सदस्यों ने जब अपने भट्ठों को बंद करने का फैसला लिया है, तब से मार्केट के अंदर ईंट की खरीदारी को लेकर होने वाली काला बाजारी की खबरें सामने आने लगी हैं। अभी तक भट्ठा मालिकों की ओर से 6200 रुपये प्रति हजार ईंट बेची जा रही है, लेकिन दिनों दिन कम होती खपत और बढ़ती मांग ने बाजार में प्रति हजार ईंट के दाम को 7 हजार के पार कर दिया है। बाजार में कालाबाजारी न हों, इसके लिए एसोसिशन की ओर से एक बैठक बुलाने का फैसला लिया है और बैठक में पंजाब सरकार को ज्ञापन देने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
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भट्ठा मालिक एसोसिएशन के प्रधान कुलदीप सिंह मक्कड़ ने बताया कि जिले में भट्ठा मालिक एसोसिएशन के सदस्यों ने जब अपने भट्ठों को बंद करने का फैसला लिया है, तब से मार्केट के अंदर ईंट की खरीदारी को लेकर होने वाली काला बाजारी की खबरें सामने आने लगी हैं। अभी तक भट्ठा मालिकों की ओर से 6200 रुपये प्रति हजार ईंट बेची जा रही है, लेकिन दिनों दिन कम होती खपत और बढ़ती मांग ने बाजार में प्रति हजार ईंट के दाम को 7 हजार के पार कर दिया है। बाजार में कालाबाजारी न हों, इसके लिए एसोसिशन की ओर से एक बैठक बुलाने का फैसला लिया है और बैठक में पंजाब सरकार को ज्ञापन देने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।