Hanumangarh News: परिवहन कर्मचारियों ने किया नए मोटर व्हीकल एक्ट का विरोध, नायब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
Hanumangarh: प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी गईं तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। बढ़ती महंगाई, श्रम कानूनों में बदलाव और परिवहन पर भारी करों के बोझ ने परिवहन क्षेत्र की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

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हनुमानगढ़ में ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय आह्वान पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कार्यकर्ताओं ने मोटर व्हीकल एक्ट 2023 की बीएनएस धारा 106 (1) और (2) को वापस लेने की मांग को लेकर चक्का जाम किया।

प्रदर्शनकारियों ने भारत माता चौक पर आयोजित सभा में सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि परिवहन क्षेत्र गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहा है। ई-रिक्शा, ऑटो, टैक्सी, ट्रक, निजी बस और राज्य परिवहन के कर्मचारी आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं।
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एक अप्रैल से लागू होने वाले नए एक्ट के तहत ड्राइवर को दस साल की सजा और मालिक को बीस लाख रुपये तक का जुर्माना प्रस्तावित है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यह कानून कॉरपोरेट घरानों के हित में बनाया गया है। उन्होंने 22 सूत्री मांगपत्र में रोडवेज में 2500 नई बसों की खरीद, 11,500 रिक्त पदों पर भर्ती, अवैध निजी बसों के संचालन पर रोक और श्रम संहिताओं को वापस लेने की मांग की है।
सभा को रामेश्वर वर्मा, आत्मा सिंह, बहादुर सिंह चौहान और शेर सिंह शाक्य ने संबोधित किया। इसके बाद नायब तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। चक्का जाम के कारण कुछ समय के लिए वाहनों की आवाजाही बाधित रही, जिसे यातायात पुलिस ने बाइपास मार्ग से डायवर्ट किया। टाउन थाना प्रभारी सुभाष कच्छावा के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा।