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Jaipur News: लॉरेंस-गोदारा गैंग का जैक पंडित अमेरिका में पकड़ा गया, भारत लाने की तैयारी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर
Published by: जयपुर ब्यूरो
Updated Wed, 15 Oct 2025 12:51 PM IST
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सार
अमेरिका में पकड़ा गया गैंगस्टर अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित, लॉरेंस विश्नोई-रोहित गोदारा गैंग से था जुड़ा, भारत लाने की प्रक्रिया शुरू

गैंगस्टर अमित
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) को बड़ी सफलता मिली है। कुख्यात गैंगस्टर अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित जो लॉरेंस विश्नोई और रोहित गोदारा गैंग से जुड़ा हुआ था, को अमेरिकी एजेंसियों (US Agencies) ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई राजस्थान पुलिस की सूचना पर सीबीआई इंटरपोल शाखा के माध्यम से की गई। अब उसे भारत लाने की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
एडीजी अपराध एवं एजीटीएफ प्रमुख दिनेश एम. एन. के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। जांच में सामने आया कि अमित शर्मा विदेश में बैठकर गैंग के लिए फाइनेंस (Finance) का काम देखता था। वह एक्सटॉर्शन मनी को विदेशों में हवाला और अन्य माध्यमों से प्राप्त कर गैंग के सदस्यों तक पहुंचाता था। इसके अलावा, जो अपराधी भारत से भागकर विदेशों में छिपते थे, उन्हें शरण, पैसा और फर्जी दस्तावेज उपलब्ध करवाने का काम भी वही करता था।
अमित शर्मा श्रीगंगानगर जिले के मटीली राठान का निवासी है और कई गंभीर मामलों में वांछित चल रहा था। जानकारी के अनुसार, वह पहले दुबई, फिर स्पेन होते हुए अमेरिका पहुंचा। उसके खिलाफ पहले से रेड कॉर्नर नोटिस जारी था। एजीटीएफ ने उसके विदेशी नेटवर्क और वित्तीय गतिविधियों का पूरा रिकॉर्ड जुटाकर अमेरिकी एजेंसियों को भेजा, जिसके बाद उसे डिटेन किया गया।
पुलिस के अनुसार, अमित शर्मा ने कई उपनाम—जैक, सुल्तान, डॉक्टर, पंडित जी, अर्पित—का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छिपाई। वह न सिर्फ फिरौती और फाइनेंसिंग में सक्रिय था बल्कि ड्रग्स ट्रेड (Drugs Trade) में भी शामिल था।
अमित शर्मा की भूमिका कई वारदातों में सामने आई है। 2022 में श्रीगंगानगर में अमोद कुमार भगत के घर पर हुई फायरिंग में उसने हथियार और वाहन उपलब्ध करवाए थे। इसके अलावा 2024 में अबोहर बाईपास पर 6 पिस्टल और 84 कारतूस बरामदगी प्रकरण में भी वह वांछित है।
वह सुनील शर्मा मर्डर अटेम्प्ट केस में भी नामजद है, जिसमें अनमोल विश्नोई और अन्य शूटर शामिल थे।
एजीटीएफ अब उन लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी में है जो देश-विदेश से इस गैंग को फाइनेंशियल सपोर्ट दे रहे हैं। इनके खिलाफ BNS धारा 111 के तहत केस दर्ज किए जाएंगे। राजस्थान पुलिस का यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय अपराधियों के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है।

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एडीजी अपराध एवं एजीटीएफ प्रमुख दिनेश एम. एन. के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। जांच में सामने आया कि अमित शर्मा विदेश में बैठकर गैंग के लिए फाइनेंस (Finance) का काम देखता था। वह एक्सटॉर्शन मनी को विदेशों में हवाला और अन्य माध्यमों से प्राप्त कर गैंग के सदस्यों तक पहुंचाता था। इसके अलावा, जो अपराधी भारत से भागकर विदेशों में छिपते थे, उन्हें शरण, पैसा और फर्जी दस्तावेज उपलब्ध करवाने का काम भी वही करता था।
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अमित शर्मा श्रीगंगानगर जिले के मटीली राठान का निवासी है और कई गंभीर मामलों में वांछित चल रहा था। जानकारी के अनुसार, वह पहले दुबई, फिर स्पेन होते हुए अमेरिका पहुंचा। उसके खिलाफ पहले से रेड कॉर्नर नोटिस जारी था। एजीटीएफ ने उसके विदेशी नेटवर्क और वित्तीय गतिविधियों का पूरा रिकॉर्ड जुटाकर अमेरिकी एजेंसियों को भेजा, जिसके बाद उसे डिटेन किया गया।

पुलिस के अनुसार, अमित शर्मा ने कई उपनाम—जैक, सुल्तान, डॉक्टर, पंडित जी, अर्पित—का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छिपाई। वह न सिर्फ फिरौती और फाइनेंसिंग में सक्रिय था बल्कि ड्रग्स ट्रेड (Drugs Trade) में भी शामिल था।
अमित शर्मा की भूमिका कई वारदातों में सामने आई है। 2022 में श्रीगंगानगर में अमोद कुमार भगत के घर पर हुई फायरिंग में उसने हथियार और वाहन उपलब्ध करवाए थे। इसके अलावा 2024 में अबोहर बाईपास पर 6 पिस्टल और 84 कारतूस बरामदगी प्रकरण में भी वह वांछित है।
वह सुनील शर्मा मर्डर अटेम्प्ट केस में भी नामजद है, जिसमें अनमोल विश्नोई और अन्य शूटर शामिल थे।
एजीटीएफ अब उन लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी में है जो देश-विदेश से इस गैंग को फाइनेंशियल सपोर्ट दे रहे हैं। इनके खिलाफ BNS धारा 111 के तहत केस दर्ज किए जाएंगे। राजस्थान पुलिस का यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय अपराधियों के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है।
(घटना की जानकारी देते हुए एडीजी क्राइम दिनेश एमएन)