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Balotra News: युवक की मौत, परिजनों का आरोप- गलत इंजेक्शन लगाया, सांसद बेनीवाल ने परिवार संग रातभर दिया धरना
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालोतरा
Published by: जैसलमेर ब्यूरो
Updated Fri, 29 Aug 2025 05:03 PM IST
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सार
मामले को लेकर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. प्रकाश विश्नोई ने कहा, मरीज को बुधवार सुबह भर्ती किया गया था। हाथ में फ्रैक्चर होने पर ऑपरेशन किया गया। इसके बाद वह करीब तीन से चार घंटे तक पूरी तरह सामान्य रहा, बाद में तबीयत बिगड़ी तो जोधुपर रेफर कर दिया था।

धरने पर बैठे परिजन।
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विस्तार
बालोतरा के पचपदरा रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत से हालात तनावपूर्ण हो गए। गुरुवार को मृतक के परिजनों ने डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए शव को अस्पताल परिसर में रखकर धरना शुरू कर दिया। देखते ही देखते बड़ी संख्या में समाजजन और ग्रामीण भी वहां जुट गए। जिससे अस्पताल के बाहर मुख्य मार्ग जाम कर हो। देर रात तक प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की ओर से वार्ता की कोशिशें चलती रहीं, लेकिन कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई।
परिजनों के अनुसार, अकदड़ा बायतु निवासी मालाराम गोदारा बाइक से गिर गया था, जिससे उसके हाथ-पैर में चोटें आई थीं। बुधवार सुबह परिजन उसे पचपदरा रोड स्थित सिटी लाइट अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसके हाथ में फ्रैक्चर बताया और ऑपरेशन करने की बात कही। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद मालाराम की तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने डॉक्टर को जानकारी दी तो डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के कुछ ही मिनट बाद मरीज की हालत और ज्यादा गंभीर हो गई। आनन-फानन में अस्पताल प्रबंधन ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही मालाराम ने दम तोड़ दिया। इससे गुस्साए परिजन शव वापस अस्पताल लाए और काउंटर के पास बर्फ पर रख दिया। इसके बाद अस्पताल के मुख्य द्वार और सड़क पर धरना शुरू कर दिया गया। सूचना पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और समझाइश का प्रयास किया, लेकिन परिजन डॉक्टरों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। धरना बढ़ता देख मौके पर जाट समाज के प्रबुद्धजन, ग्रामीण और स्थानीय नेता भी पहुंच गए। मृतक के रिश्तेदार ने आरोप लगाया कि गलत इंजेक्शन के कारण मालाराम की मौत हुई। धरनास्थल पर पूर्व विधायक मदन प्रजापत, आरएलपी नेता थानसिंह डोली, छात्र नेता गिरधारीलाल, पूर्व प्रधान लक्ष्मणराम डेलू, जोगाराम डूडी, प्रहलादराम और घमंडाराम धतरवाल सहित कई समाजजन मौजूद रहे।
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सांसद ने धरनास्थल पर बिताई रात
मामले ने तूल पकड़ने के बाद गुरुवार रात करीब 9 बजे बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल भी धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों की बात सुनी, इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की। हालांकि, देर रात तक चली वार्ता के बावजूद सहमति नहीं बन सकी। बेनीवाल ने आक्रोशित परिजनों के साथ रात भर धरनास्थल पर समय बिताया और निष्पक्ष जांच की मांग की। धरना शांत कराने के लिए डीएसपी सुशील मान और नाहटा अस्पताल पीएमओ संदीप देवात ने परिजनों से कई दौर की बातचीत की। उन्होंने परिजनों को समझाने और आश्वासन देने की कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। परिजन लगातार डॉक्टर पर कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग पर अड़े रहे।
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ऑपरेशन के बाद मरीज सामान्य था
मामले को लेकर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. प्रकाश विश्नोई ने कहा, मरीज को बुधवार सुबह भर्ती किया गया था। हाथ में फ्रैक्चर होने पर ऑपरेशन किया गया। इसके बाद वह करीब तीन से चार घंटे तक पूरी तरह सामान्य रहा, अस्पताल परिसर में टहलता भी रहा। बाद में अचानक तबीयत बिगड़ी तो उसे प्राथमिक उपचार देकर जोधपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।

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परिजनों के अनुसार, अकदड़ा बायतु निवासी मालाराम गोदारा बाइक से गिर गया था, जिससे उसके हाथ-पैर में चोटें आई थीं। बुधवार सुबह परिजन उसे पचपदरा रोड स्थित सिटी लाइट अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसके हाथ में फ्रैक्चर बताया और ऑपरेशन करने की बात कही। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद मालाराम की तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने डॉक्टर को जानकारी दी तो डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के कुछ ही मिनट बाद मरीज की हालत और ज्यादा गंभीर हो गई। आनन-फानन में अस्पताल प्रबंधन ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही मालाराम ने दम तोड़ दिया। इससे गुस्साए परिजन शव वापस अस्पताल लाए और काउंटर के पास बर्फ पर रख दिया। इसके बाद अस्पताल के मुख्य द्वार और सड़क पर धरना शुरू कर दिया गया। सूचना पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और समझाइश का प्रयास किया, लेकिन परिजन डॉक्टरों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। धरना बढ़ता देख मौके पर जाट समाज के प्रबुद्धजन, ग्रामीण और स्थानीय नेता भी पहुंच गए। मृतक के रिश्तेदार ने आरोप लगाया कि गलत इंजेक्शन के कारण मालाराम की मौत हुई। धरनास्थल पर पूर्व विधायक मदन प्रजापत, आरएलपी नेता थानसिंह डोली, छात्र नेता गिरधारीलाल, पूर्व प्रधान लक्ष्मणराम डेलू, जोगाराम डूडी, प्रहलादराम और घमंडाराम धतरवाल सहित कई समाजजन मौजूद रहे।
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सांसद ने धरनास्थल पर बिताई रात
मामले ने तूल पकड़ने के बाद गुरुवार रात करीब 9 बजे बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल भी धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों की बात सुनी, इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की। हालांकि, देर रात तक चली वार्ता के बावजूद सहमति नहीं बन सकी। बेनीवाल ने आक्रोशित परिजनों के साथ रात भर धरनास्थल पर समय बिताया और निष्पक्ष जांच की मांग की। धरना शांत कराने के लिए डीएसपी सुशील मान और नाहटा अस्पताल पीएमओ संदीप देवात ने परिजनों से कई दौर की बातचीत की। उन्होंने परिजनों को समझाने और आश्वासन देने की कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। परिजन लगातार डॉक्टर पर कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग पर अड़े रहे।
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ऑपरेशन के बाद मरीज सामान्य था
मामले को लेकर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. प्रकाश विश्नोई ने कहा, मरीज को बुधवार सुबह भर्ती किया गया था। हाथ में फ्रैक्चर होने पर ऑपरेशन किया गया। इसके बाद वह करीब तीन से चार घंटे तक पूरी तरह सामान्य रहा, अस्पताल परिसर में टहलता भी रहा। बाद में अचानक तबीयत बिगड़ी तो उसे प्राथमिक उपचार देकर जोधपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।