{"_id":"6953c5ad157f791c24038b84","slug":"udaipur-news-mp-mannalal-rawat-says-i-was-attacked-received-death-threats-reaction-to-rajkumar-rot-2025-12-30","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rajasthan: उदयपुर सांसद बोले- मुझे थप्पड़ मारने की कोशिश की गई, जान से मारने की मिली धमकी; रोत को लेकर यह कहा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rajasthan: उदयपुर सांसद बोले- मुझे थप्पड़ मारने की कोशिश की गई, जान से मारने की मिली धमकी; रोत को लेकर यह कहा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उदयपुर
Published by: हिमांशु प्रियदर्शी
Updated Tue, 30 Dec 2025 05:59 PM IST
विज्ञापन
सार
Udaipur News: उदयपुर में दिशा बैठक के दौरान हुए विवाद के बाद उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत और बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत आमने-सामने आ गए हैं। थप्पड़ मारने की कोशिश और धमकी जैसे आरोपों को रोत ने खारिज किया है।
भाजपा सांसद मन्नालाल रावत और बीएपी सांसद राजकुमार रोत
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
उदयपुर जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक के दौरान हुए विवाद को लेकर उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत और बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत आमने-सामने आ गए हैं। दोनों सांसदों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे मामला राजनीतिक रूप से गरमा गया है।
Trending Videos
मन्नालाल रावत ने लगाए गंभीर आरोप
उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने जारी अपने लिखित बयान में आरोप लगाया कि दिशा बैठक के दौरान बीएपी सांसद राजकुमार रोत और आसपुर विधायक उमेश डामोर ने उनके खिलाफ अशोभनीय टिप्पणियां कीं। रावत का कहना है कि बैठक के दौरान उनके साथ थप्पड़ मारने की कोशिश की गई और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई।
विज्ञापन
विज्ञापन
अलगाववाद को लेकर बयान
डॉ. रावत ने आरोप लगाया कि सांसद राजकुमार रोत डूंगरपुर को अलगाववाद का टापू बनाना चाहते हैं और आदिवासी अंचल के विकास से उनका कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि रोत स्कूलों में मिड-डे मील योजना बंद कराने का षड्यंत्र कर रहे हैं, जो बच्चों और गरीब परिवारों के हितों के खिलाफ है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अपमान का आरोप
सांसद रावत ने कहा कि राजकुमार रोत ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भ्रष्ट बताते हुए यह टिप्पणी की कि वे राशन सामग्री गुजरात ले जाकर बेच देती हैं। रावत के अनुसार यह बयान सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का अपमान है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।
दिशा बैठक के उद्देश्य पर सवाल
डॉ. रावत ने कहा कि दिशा बैठक केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित 101 बिंदुओं पर आधारित होती है, जिसका मकसद जनकल्याण और विकास कार्यों की समीक्षा करना है। उनका आरोप है कि बैठक के दौरान सांसद रोत विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय राजनीतिक छींटाकशी करते रहे, जो एक जनप्रतिनिधि के आचरण के अनुरूप नहीं है।
उदयपुर सांसद ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा गांवों की समस्याओं के समाधान के लिए जनकल्याणकारी शिविर लगाए जा रहे हैं, जिससे आम लोगों को राहत मिल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद रोत इन शिविरों में टेंट और भोजन के खर्च को लेकर सवाल उठाते रहे, जबकि यह विषय बैठक के एजेंडे में शामिल ही नहीं था।
यह भी पढ़ें- Rajasthan News: डूंगरपुर में दो सांसद चलती बैठक में भिड़े, तू-तड़ाक की आ गई नौबत; माहौल गर्माया
राजकुमार रोत ने किया पलटवार
वहीं, बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने अपने बयान में डॉ. रावत के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। रोत ने कहा कि उदयपुर सांसद बैठक में पहले से योजना बनाकर आए थे और उनका उद्देश्य जानबूझकर विवाद खड़ा करना था।
विकास मुद्दों को उठाने का दावा
सांसद रोत के अनुसार, बैठक में उन्होंने विकास कार्यों की गुणवत्ता, वन विभाग के पट्टों और आम जनता की समस्याओं से जुड़े मुद्दे उठाए थे। उन्होंने कहा कि लोग पट्टों के लिए भटक रहे हैं, लेकिन डॉ. रावत बार-बार उनकी बातों में हस्तक्षेप करते रहे।
राजकुमार रोत ने आरोप लगाया कि पिछली एक दिशा बैठक को लेकर सांसद रावत ने ‘कबाड़ा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसका उन्होंने विरोध किया। रोत का कहना है कि वे मर्यादित भाषा में बात कर रहे थे, लेकिन उन्हें उकसाने की कोशिश की गई और रावत बैठक में लड़ाई और बखेड़ा करने के इरादे से आए थे।