सीनियर रेजिडेंट भर्ती में बदलाव: विषयवार होगी बनेगी मेरिट, सही प्रश्न पर चार अंक, निगेटिव मार्किंग होगी
सीनियर रेजिडेंट डाॅक्टर भर्ती प्रक्रिया में इस बार बड़ा बदलाव हुआ है। 389 पदों पर इस बार सीधी भर्ती हो रही है।
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हिमाचल प्रदेश में सीनियर रेजिडेंट डाॅक्टर भर्ती प्रक्रिया में इस बार बड़ा बदलाव हुआ है। 389 पदों पर इस बार सीधी भर्ती हो रही है। इसमें परीक्षा के साथ अन्य कई नए प्रावधान जोड़े गए हैं। केवल न्यूनतम क्वालीफाइंग अंक हटाना ही नहीं, बल्कि पूरी चयन प्रणाली को अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए कई ठोस बदलाव किए गए हैं। अटल मेडिकल एवं रिसर्च यूनिवर्सिटी (एएमआरयू) हिमाचल प्रदेश सत्र 2025-26 के लिए यह भर्ती पहली बार नई रेजिडेंट डॉक्टर नीति के तहत कराई जा रही है।
नई व्यवस्था के अनुसार चयन पूरी तरह प्रवेश परीक्षा आधारित होगा। परीक्षा में 50 एमसीक्यू प्रश्न पूछे जाएंगे और कुल समय 90 मिनट रहेगा। हर सही उत्तर के लिए चार अंक और हर गलत उत्तर पर एक अंक की निगेटिव मार्किंग तय की गई है। परीक्षा का सिलेबस नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से निर्धारित संबंधित ब्रॉड स्पेशिलिटी या सुपर स्पेशिलिटी के अनुसार होगा। खास बात यह है कि अब कोई न्यूनतम पासिंग नंबर नहीं रखे गए हैं, बल्कि सभी अभ्यर्थियों को उनके प्राप्त अंकों के आधार पर विषयवार मेरिट सूची में शामिल किया जाएगा। भर्ती प्रक्रिया में आयु सीमा भी स्पष्ट की गई है। सीनियर रेजिडेंट के लिए अधिकतम आयु 45 वर्ष निर्धारित की गई है, जबकि आरक्षित वर्गों को राज्य सरकार की नीति के अनुसार छूट मिलेगी।
एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जो अभ्यर्थी पहले ही हिमाचल प्रदेश के किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंसी का एक पूरा कार्यकाल कर चुके हैं, उन्हें तभी अवसर मिलेगा, जब संबंधित विषय में पहली बार आवेदन करने वाले सभी पात्र उम्मीदवारों का समायोजन हो जाएगा। काउंसलिंग प्रक्रिया भी केंद्रीकृत रखी गई है। मेरिट सूची के आधार पर फिजिकल काउंसलिंग अटल मेडिकल एवं रिसर्च यूनिवर्सिटी परिसर नेरचौक में होगी। सीट आवंटन मेरिट-कम-च्वाइस के आधार पर किया जाएगा और पहले राउंड में अपग्रेडेशन की सुविधा नहीं दी जाएगी। दूसरे राउंड की काउंसलिंग केवल रिक्त या नई सीटों के लिए होगी। आरक्षण का लाभ केवल बोनाफाइड हिमाचली उम्मीदवारों को ही मिलेगा।
नई नीति के तहत ही कई नए प्रावधान हैं। इनके अनुसार ही यह भर्ती प्रक्रिया होगी। सीट आवंटन मेरिट-कम-च्वाइस के आधार पर किया जाएगा। - डॉ. प्रवीण कुमार शर्मा, परीक्षा नियंत्रक, एएमआरयू