सब्सक्राइब करें

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त

कर्पूरगौरं करूणावतारं मंत्र का क्या है अर्थ, पूजा के बाद क्यों किया जाता है इसका उच्चारण

धर्म डेस्क, अमर उजाला Published by: Shashi Shashi Updated Mon, 08 Jun 2020 06:02 PM IST
विज्ञापन
Why is the Karporgaurun Karunavataram mantra chanted after every worship

सनातन धर्म में पूजा के समय और उसके बाद मंत्रो का उच्चारण किया जाता है। इसलिए हम अक्सर देखते हैं कि मंदिर में जब भी पूजा अर्चना की जाती है तो मंत्रो का उच्चारण किया जाता है। वैसे तो सभी देवी देवताओं के लिए अलग-अलग मंत्रों का उच्चारण किया जाता है, लेकिन कर्पूरगौरं एक ऐसा मंत्र है, जिसका उच्चारण आरती के बाद आवश्यक रूप से किया जाता है। इस मंत्र का उच्चारण मंत्र के तौर पर कम बल्कि स्तुति के तौर पर ज्यादा किया जाता है।


भगवान शिव से जुड़ी हर एक चीज सिखाती है जीवन जीने का सही तरीका
                                            

Trending Videos
Why is the Karporgaurun Karunavataram mantra chanted after every worship
भगवान शिव (प्रतीकात्मक तस्वीर) - फोटो : Social media

मंत्र एवं उसका अर्थ

कर्पूरगौरं करूणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबंभवानी सहितं नमामि।।  
अर्थात
कर्पूर के समान गौर वर्ण वाले। जो साक्षात करूणा के अवतार हैं। जो समस्त सृष्टि के सार हैं। जो सर्पों को माला की तरह अपने गले में धारण करते हैं। जो शिव माता पार्वती सहित मेरे हृदय में निवास करते हैं मेरा उनको नमन है।

विज्ञापन
विज्ञापन
Why is the Karporgaurun Karunavataram mantra chanted after every worship
भगवान शिव - फोटो : Pixabay

ये भगवान शिव का मंत्र है आरती करने के बाद सदैव यही मंत्र बोला जाता है। इस मंत्र को स्तुति के रूप में उच्चारित किया जाता है। भगवान शिव की यह स्तुति भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के समय भगवान विष्णु के द्वारा गाई हुआ मानी जाती है। शिव जी श्मशान में निवास करते है और अपने शरीर पर भस्म लगाते हैं लेकिन इस मंत्र में भगवान शिव के दिव्य स्वरूप का वर्णन किया गया है। ब्रह्मा, विष्णु महेश में महेश अर्थात् शिव सबसे बड़े हैं इसलिए भी आरती के बाद इस मंत्र का उच्चारण किया जाता है।
रोजाना शंख बजाने से नकारात्मकता दूर होने के साथ सेहत में भी होता है फायदा

विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें
सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें आस्था समाचार से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। आस्था जगत की अन्य खबरें जैसे पॉज़िटिव लाइफ़ फैक्ट्स,स्वास्थ्य संबंधी सभी धर्म और त्योहार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़।
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed