Guru Tegh Bahadur Ke Anmol Vichar: जीवन में सही राह दिखाते हैं गुरु तेग बहादुर के ये अनमोल विचार
Guru Tegh Bahadur Ke Anmol Vichar: सिखों के 9वें गुरु तेग बहादुर एक महान विचारक, योद्धा और अध्यात्मिक व्यक्तित्व के धनी थे। आदर्श और सिद्धांतों के अपने प्राणों की आहुति देने वाले आध्यात्मिक गुरु तेग बहादुर को इतिहास में अद्वितीय स्थान प्राप्त है।
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Guru Tegh Bahadur Ke Anmol Vichar: सिखों के 9वें गुरु तेग बहादुर एक महान विचारक, योद्धा और अध्यात्मिक व्यक्तित्व के धनी थे। आदर्श और सिद्धांतों के अपने प्राणों की आहुति देने वाले आध्यात्मिक गुरु तेग बहादुर को इतिहास में अद्वितीय स्थान प्राप्त है। तेग बहादुर जी का जन्म 1621 में हुआ था। 24 नवंबर 1675 को मुगल शासक औरंगजेब के आदेश पर गुरु तेग बहादुर की हत्या कर दी गई थी। कहा जाता है कि औरंगजेब ने उनको सिख धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म स्वीकार करने का दबाव डाला था, लेकिन गुरु तेग बहादुर जी उसके दबाव के आगे नहीं झुके। उन्होंने धर्म परिवर्तन की बजाय शहादत को चुना। तभी से उन्हें हर साल एक योद्धा गुरु के रूप में भी याद किया जाता है। उन्होंने अपने सर्वोच्च बलिदान से सभी के लिए धार्मिक स्वतंत्रता का बड़ा संदेश दिया। गुरु तेग बहादुर के विचार आज भी लोगों को नई राह दिखाते हैं। यहां पढ़िए गुरु तेग बहादुर के अनमोल विचार-
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गुरु तेग बहादुर जी के अनमोल विचार
- गुरु तेग बहादुर कहते थे कि हर प्राणी के लिए अपने मन में दया का भाव रखना चाहिए। घृणा और नफरत से केवल विनाश होता है।
- गुरु तेग बहादुर जी का कहना था कि व्यक्ति चाहे तो गलतियों को क्षमा कर सकता है, इसके लिए उसके अंदर उनको स्वीकार करने का साहस होना चाहिए।
- गुरु तेग बहादुर ने कहा था कि हार और जीत आपकी सोच पर निर्भर करता है। आप जैसा सोचते हैं, वैसा ही परिणाम आपको मिलता है।
- गुरु तेग बहादुर के मुताबिक एक सज्जन व्यक्ति वह होता है, जो कभी भी जाने या अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाता है।
- गुरु तेग बहादुर का कहना था कि छोटे-छोटे कार्यों से ही महान कार्य बनते हैं।

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