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FIFA WC: हालंद का जलवा, नॉर्वे का 28 साल बाद विश्वकप का टिकट पक्का; इटली पर लगातार तीसरी बार बाहर होने का खतरा
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Mon, 17 Nov 2025 12:15 PM IST
सार
मिलान के मशहूर मैदान में इटली के खिलाफ हुए मुकाबले में नॉर्वे को विश्व कप में पहुंचने के लिए भारी हार से बचना था, लेकिन टीम ने इसके बजाय अपने ग्रुप में सभी मैच जीतकर 24 अंक हासिल किए। इटली पर फिर से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।
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फीफा विश्व कप 2026 में कुल 48 टीमें खेलेंगी
- फोटो : ANI/Instagram
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विस्तार
फुटबॉल दुनिया में रविवार का दिन कई बड़े उलटफेर लेकर आया। एर्लिंग हालंद के दो शानदार गोलों की बदौलत नॉर्वे ने इटली को 4-1 से हराकर 1998 के बाद पहली बार फुटबॉल विश्व कप में जगह बना ली। दूसरी ओर, अफ्रीका में हुए निर्णायक मुकाबले में कांगो ने नाइजीरिया को पेनल्टी शूटआउट में हराकर 2026 विश्व कप की दौड़ से बाहर कर दिया। फीफा विश्व कप 2026 में 48 टीमें हिस्सा लेंगी।
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हालंद ने दिलाया नॉर्वे को 28 साल बाद विश्व कप का टिकट
मिलान के मशहूर मैदान में हुए मुकाबले में नॉर्वे को विश्व कप में पहुंचने के लिए भारी हार से बचना था, लेकिन टीम ने इसके बजाय अपने ग्रुप में सभी मैच जीतकर 24 अंक हासिल किए। हालंद ने 78वें और 79वें मिनट में लगातार दो गोल दागे। अब तक पूरे अभियान में हालंद ने 16 गोल किए, जो यूरोप में सबसे अधिक हैं। नॉर्वे के कोच स्टेल सोलबेक्कन ने कहा, 'हमने अपना काम शानदार तरीके से पूरा किया है, अब आगे की रणनीति तय होगी।' बता दें कि 1998 में जब नॉर्वे विश्व कप खेला था, तब हालंद के पिता टीम का हिस्सा थे।
मिलान के मशहूर मैदान में हुए मुकाबले में नॉर्वे को विश्व कप में पहुंचने के लिए भारी हार से बचना था, लेकिन टीम ने इसके बजाय अपने ग्रुप में सभी मैच जीतकर 24 अंक हासिल किए। हालंद ने 78वें और 79वें मिनट में लगातार दो गोल दागे। अब तक पूरे अभियान में हालंद ने 16 गोल किए, जो यूरोप में सबसे अधिक हैं। नॉर्वे के कोच स्टेल सोलबेक्कन ने कहा, 'हमने अपना काम शानदार तरीके से पूरा किया है, अब आगे की रणनीति तय होगी।' बता दें कि 1998 में जब नॉर्वे विश्व कप खेला था, तब हालंद के पिता टीम का हिस्सा थे।
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हालंद
- फोटो : Twitter
इटली की मुसीबत फिर बढ़ी, अब टिके हैं प्ले-ऑफ के सहारे
इटली के लिए यह हार बेहद निराशाजनक रही। 11वें मिनट में इटली ने गोल किया, लेकिन इसके बाद 63वें मिनट में नुसा ने बराबरी की। उसके बाद हॉलैंड ने दो गोल दागे। इंजरी समय में नॉर्वे के जॉर्गन लार्सन ने चौथा गोल ठोक दिया। इससे इटली लगातार तीसरी बार विश्व कप से बाहर होने के कगार पर खड़ा है। टीम 2018 और 2022 में भी फीफा विश्व कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई थी। इटली अब मार्च में होने वाले निर्णायक दौर में खेलेगा। इटली टीम के कोच गेन्नारो गट्टूसो ने कहा, 'यह चिंता की बात है, क्योंकि हमारा अगला मैच तीन महीने बाद होगा।'
इटली के लिए यह हार बेहद निराशाजनक रही। 11वें मिनट में इटली ने गोल किया, लेकिन इसके बाद 63वें मिनट में नुसा ने बराबरी की। उसके बाद हॉलैंड ने दो गोल दागे। इंजरी समय में नॉर्वे के जॉर्गन लार्सन ने चौथा गोल ठोक दिया। इससे इटली लगातार तीसरी बार विश्व कप से बाहर होने के कगार पर खड़ा है। टीम 2018 और 2022 में भी फीफा विश्व कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई थी। इटली अब मार्च में होने वाले निर्णायक दौर में खेलेगा। इटली टीम के कोच गेन्नारो गट्टूसो ने कहा, 'यह चिंता की बात है, क्योंकि हमारा अगला मैच तीन महीने बाद होगा।'
नाइजीरिया का सपना टूटा
अफ्रीकन क्वालिफायर्स के अंतिम मुकाबले में कांगो रिपब्लिक ने नाइजीरिया को 4-3 से पेनल्टी में हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया। मुकाबला 1-1 से बराबर रहने के बाद एक्स्ट्रा टाइम तक गया। बारिश और दबाव के बीच कांगो के कप्तान शांसल मबेंबा ने बेहतरीन खेल दिखाया। एक ही शूटआउट में चार पेनल्टी रोकी गईं। कांगो के दूसरे गोलकीपर, जो आखिरी मिनट में उतारे गए थे, उन्होंने दो पेनल्टी बचाईं। कांगो 1974 के बाद पहली बार विश्व कप के करीब पहुंचा है। तब देश का नाम जैरे था।
अफ्रीकन क्वालिफायर्स के अंतिम मुकाबले में कांगो रिपब्लिक ने नाइजीरिया को 4-3 से पेनल्टी में हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया। मुकाबला 1-1 से बराबर रहने के बाद एक्स्ट्रा टाइम तक गया। बारिश और दबाव के बीच कांगो के कप्तान शांसल मबेंबा ने बेहतरीन खेल दिखाया। एक ही शूटआउट में चार पेनल्टी रोकी गईं। कांगो के दूसरे गोलकीपर, जो आखिरी मिनट में उतारे गए थे, उन्होंने दो पेनल्टी बचाईं। कांगो 1974 के बाद पहली बार विश्व कप के करीब पहुंचा है। तब देश का नाम जैरे था।
नाइजीरिया की बढ़त भी काम न आई
मुकाबले की शुरुआत नाइजीरिया ने बेहतरीन की। तीसरे मिनट में फ्रैंक ओन्येका के प्रहार से टीम ने बढ़त बनाई, लेकिन 32वें मिनट में मेचक एलिया ने बराबरी कर दी। नाइजीरिया के सबसे मजबूत खिलाड़ी विक्टर ओसिमेन पहले हाफ में ही चोटिल होकर बाहर हो गए। उनके बाहर होने के बाद टीम का अटैक कमजोर पड़ गया। अब कांगो अगले राउंड में हिस्सा लेगा, जहां छह टीमें दो स्थानों के लिए भिड़ेंगी।
मुकाबले की शुरुआत नाइजीरिया ने बेहतरीन की। तीसरे मिनट में फ्रैंक ओन्येका के प्रहार से टीम ने बढ़त बनाई, लेकिन 32वें मिनट में मेचक एलिया ने बराबरी कर दी। नाइजीरिया के सबसे मजबूत खिलाड़ी विक्टर ओसिमेन पहले हाफ में ही चोटिल होकर बाहर हो गए। उनके बाहर होने के बाद टीम का अटैक कमजोर पड़ गया। अब कांगो अगले राउंड में हिस्सा लेगा, जहां छह टीमें दो स्थानों के लिए भिड़ेंगी।
फीफा विश्व कप 2026: सबसे बड़ा संस्करण
अगला फीफा विश्व कप अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में आयोजित होगा। यह पहली बार होगा जब 48 टीमें इसमें हिस्सा लेंगी। पिछले यानी 2022 फीफा विश्व कप में 32 टीमों ने हिस्सा लिया था। अफ्रीका से अब तक नौ टीमें सीधे जगह बना चुकी हैं। इनमें अल्जीरिया, केप वर्डे, मिस्र, घाना, आइवरी कोस्ट, मोरक्को, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका और ट्यूनीशिया शामिल हैं।
अगला फीफा विश्व कप अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में आयोजित होगा। यह पहली बार होगा जब 48 टीमें इसमें हिस्सा लेंगी। पिछले यानी 2022 फीफा विश्व कप में 32 टीमों ने हिस्सा लिया था। अफ्रीका से अब तक नौ टीमें सीधे जगह बना चुकी हैं। इनमें अल्जीरिया, केप वर्डे, मिस्र, घाना, आइवरी कोस्ट, मोरक्को, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका और ट्यूनीशिया शामिल हैं।
अब तक कुल 32 टीमें फीफा विश्व कप 2026 के लिए क्वालिफाई कर चुकी हैं। आइए उनके नाम जानते हैं-
- मेजबान देश: कनाडा, मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका
- एशिया: ऑस्ट्रेलिया, ईरान, जापान, जॉर्डन, कतर, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, उज्बेकिस्तान
- अफ्रीका: अल्जीरिया, केप वर्ड, मिस्र, घाना, आइवरी कोस्ट, मोरक्को, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका, ट्यूनीशिया
- यूरोप: क्रोएशिया, इंग्लैंड, फ्रांस, नॉर्वे, पुर्तगाल
- ओशिनिया: न्यूजीलैंड
- दक्षिण अमेरिका: अर्जेंटीना, ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर, पराग्वे, उरुग्वे