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5G In India: एक साल में भारत के लगभग हर शहर में पहुंचा 5G, जानें कैसे कई यूजर्स के लिए बना समस्या

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: विशाल मैथिल Updated Sun, 29 Oct 2023 01:47 PM IST
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सार

एक साल में आप अधिकांश भारतीय शहरों में अपने फोन पर 5जी मार्क देख सकते हैं। लेकिन क्या आप 5G का उपयोग और अनुभव उस तरह कर सकते हैं जैसा कि वादा किया गया है? नहीं, अब तक, भारत में 5G रोलआउट यूजर्स के लिए एक आपदा रहा है।

5G In India every city in one year but it became a problem for many users
5G In India - फोटो : सोशल मीडिया
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भारत में 5G रोलआउट को करीब एक साल हो गया है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5जी रोलआउट की उद्घाटन किया था। उद्घाटन के ठीक बाद एयरटेल और Jio ने अपनी 5G सेवाओं की घोषणा की। एक साल में आप अधिकांश भारतीय शहरों में अपने फोन पर 5जी मार्क देख सकते हैं।  लेकिन क्या आप 5G का उपयोग और अनुभव उस तरह कर सकते हैं जैसा कि वादा किया गया है? नहीं, अब तक, भारत में 5G रोलआउट यूजर्स के लिए एक आपदा रहा है।

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भारत में 5G
पीएम मोदी ने 27 अक्तूबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2023 कार्यक्रम का उद्घाटन किया और कहा कि भारत ने पिछले साल 5जी रोलआउट से दुनिया को चौंका दिया था। उन्होंने कहा कि 5जी की सफलता के बाद भारत रुका नहीं और इसे हर व्यक्ति तक पहुंचाने पर काम किया।
 
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उन्होंने बताया कि भारत ने 4 लाख 5G बेस स्टेशन विकसित किए हैं जो 97 प्रतिशत से अधिक शहरों और 80 प्रतिशत आबादी को कवर करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की औसत मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड एक साल के भीतर तीन गुना बढ़ गई है और ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत 118वें स्थान से 43वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत न केवल अपने 5जी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है बल्कि 6G तकनीक में भी अग्रणी बन रहा है।

कई यूजर्स समस्या बना 5G
5G देश में चर्चा का विषय है, और स्पीड टेस्टिंग के रिजल्ट नेटवर्क प्रदाताओं के लिए घमंड का एक बड़ा सोर्स रहे हैं, सच्चाई यह है कि भारत में 5G की रियर वर्ल्ड पहुंच बहुत सीमित है। गति परीक्षणों से परे वास्तविकता बहुत अलग है।

यदि आप 5G नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको पता होगा कि 5G के रोलआउट के बाद से, नेटवर्क एक साल पहले की तुलना में धीमे और कमजोर हो गए हैं। व्यक्तिगत रूप से, 5G को शुरुआती तौर पर अपनाने वाले के रूप में, जब से देश में 5G का रोलआउट पूरी ताकत से शुरू हुआ है, तब से बहुत अधिक कॉल ड्रॉप और नेटवर्क एरर का अनुभव किया जा सकता है। 

उदाहरण के लिए जो यूजर्स नोएडा में रहते हैं और दिल्ली एनसीआर में यात्रा करते हैं। ऐसे में उनका फोन लगातार 4 जी और 5 जी नेटवर्क के बीच स्विच कर रहा होता है, जो नेटवर्क एरर तो करता ही है साथ ही फोन की बैटरी लाइफ और परफॉर्मेंस भी खराब करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब 4G उपलब्ध था, तब केवल 4G ही उपलब्ध था।

इस नेटवर्क और उस नेटवर्क के बीच कोई निरंतर, मिनट-दर-मिनट स्विच नहीं होता था। अब फोन हमेशा नेटवर्क पर टैप-डांस करता रहता है। एक मिनट यह 5जी पर होता है, अगले ही मिनट यह 4जी पर स्विच हो जाता है क्योंकि 5जी पर्याप्त रूप से स्टेबल नहीं है। नतीजा, कई बार कॉल ड्रॉप होती है, शायद हर बार स्विच बदलने पर। या फिर ब्राउजिंग बीच में ही रुक जाती है और डाउनलोड भी रुक जाती है।
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