{"_id":"67fe2e7a61c91ff5bd0e3071","slug":"4-detained-for-staging-fake-crime-scene-to-create-social-media-content-for-viral-2025-04-15","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"कार्रवाई: वायरल होने के लिए बना रहे थे ऐसे वीडियो, पुलिस ने चार को उठाया","category":{"title":"Social Network","title_hn":"सोशल नेटवर्क","slug":"social-network"}}
कार्रवाई: वायरल होने के लिए बना रहे थे ऐसे वीडियो, पुलिस ने चार को उठाया
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Tue, 15 Apr 2025 03:31 PM IST
विज्ञापन
सार
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में इन लोगों ने कबूल किया कि उन्होंने यह नाटक महज सोशल मीडिया पर ध्यान आकर्षित करने और अपने लैपटॉप बिजनेस के प्रचार के लिए किया था, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस डरावनी हरकत और लैपटॉप बिक्री के प्रचार के बीच क्या संबंध है।

पुलिस
- फोटो : अमर उजाला डिजिटल

Trending Videos
विस्तार
वायरल होने के लिए आज लोग किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं। सोशल मीडिया का चस्का लोगों को ऐसा लगा है कि लोग कुछ भी कर गुजर जा रहे हैं। अब सोशल मीडिया पर फर्जी क्राइम सीन रचने के आरोप में नवी मुंबई पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है।
विज्ञापन
Trending Videos
पुलिस के मुताबिक, सोमवार रात करीब 8:45 बजे सानपाड़ा इलाके में एक सफेद कार देखी गई, जिसकी डिक्की से एक इंसानी हाथ बाहर निकला हुआ नजर आ रहा था। वीडियो और फोटो रात में ही सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस चौंकाने वाले नजारे को देखकर एक व्यक्ति ने तुरंत सानपाड़ा पुलिस को इसकी सूचना दी, क्योंकि उसे शक था कि यह कोई अपहरण या हत्या का मामला हो सकता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए गाड़ी को ट्रैक किया और उसके ड्राइवर समेत चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। जांच में पता चला कि उनमें से एक व्यक्ति नवी मुंबई के कोपरखैरने इलाके में एक लैपटॉप की दुकान चलाता है और यह सब सोशल मीडिया पर अपने बिजनेस का प्रमोशनल वीडियो यानी 'रील' बनाने के लिए किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में इन लोगों ने कबूल किया कि उन्होंने यह नाटक महज सोशल मीडिया पर ध्यान आकर्षित करने और अपने लैपटॉप बिजनेस के प्रचार के लिए किया था, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस डरावनी हरकत और लैपटॉप बिक्री के प्रचार के बीच क्या संबंध है।
अधिकारी ने कहा, "गाड़ी की डिक्की से इंसानी हाथ लटकता देख हर कोई सकते में आ गया और यह दृश्य किसी भी आम आदमी के लिए चिंता का कारण बन सकता है, हालांकि इनका मकसद पब्लिसिटी था, लेकिन इसका तरीका बेहद गैरजिम्मेदाराना और डर पैदा करने वाला था।
पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 184 के तहत मामला दर्ज किया है, जो लापरवाही और खतरनाक ड्राइविंग से जुड़ा हुआ है। नवी मुंबई पुलिस ने आम जनता और खासतौर पर कंटेंट क्रिएटर्स से अपील की है कि वे ऐसे स्टंट करने से बचें, जो डर या अफवाह फैलाने का कारण बन सकते हैं।