{"_id":"7da3056aeac8888e48ffe3ccd4b35852","slug":"google-become-seventeen-years-old-hindi-news","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"ये देखिए, गूगल ने किस खास अंदाज में मनाया अपना जन्मदिन","category":{"title":"Tech Diary","title_hn":"टेक डायरी","slug":"tech-diary"}}
ये देखिए, गूगल ने किस खास अंदाज में मनाया अपना जन्मदिन
Updated Sun, 27 Sep 2015 09:14 AM IST
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आज रविवार का दिन गूगल के लिए कुछ खास है। दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल आज अपना 17वां जन्मदिन मना रहा है। गूगल ने अपने 17वें जन्मदिन पर एक आकर्षक डूडल तैयार किया है।
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गूगल के जन्मदिन को लेकर साल 2005 तक काफी बहस छिड़ी रहती थी। जब इस सर्च इंजन ने आधिकारिक तौर पर अपनी मौजूदगी पूरी दुनिया में दर्ज कराई थी तब इसने अपना पहला जन्मदिन 07 सितंबर, 1998 को मनाया था।
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इसी साल गूगल 4 सितंबर को अस्तित्व में आया था, लेकिन आगे चलकर गूगल ने साल 2005 में 27 सितंबर को अपने जन्मदिन के रूप में चुना और उसके बाद वो अपना जन्मदिन आज ही के दिन मनाता आ रहा है।
गूगल का असल नाम

गूगल की स्थापना लैरी पेज और सर्जी ब्रिन ने की थी। इस सर्च इंजन को बनाने का मकसद यह था कि दुनिया भर की हर एक छोटी-बड़ी जानकारी और सूचनाओं को एक साथ एक जगह पेश किया जा सके और पूरी दुनिया में लोग इसे जान सकें।
अंग्रेजी में लिखा जाता है google आप जानते होंगे, लेकिन असल में यह googol की गलत स्पेलिंग है। पेज और ब्रेन ने पहले इसका नाम बैकरब रखा था। जब 15 सितंबर 1997 को इसके डोमेन रजिस्ट्रेशन का समय आया तो लैरी ने इसका नाम गूगल कर दिया।
इसके पीछे कारण यह था कि लैरी की गणित में रुचि थी। 4 सितंबर 1998 को आधिकारिक रुप से गूगल कंपनी की शुरुआत हुई। गूगल की शुरूआत में लैरी की कल्पना थी कि एक ऐसा सर्च इंजन बनाया जाए जो विभिन्न वेबसाइटों के आपसी संबंध का विश्लेषण कर सके।
अंग्रेजी में लिखा जाता है google आप जानते होंगे, लेकिन असल में यह googol की गलत स्पेलिंग है। पेज और ब्रेन ने पहले इसका नाम बैकरब रखा था। जब 15 सितंबर 1997 को इसके डोमेन रजिस्ट्रेशन का समय आया तो लैरी ने इसका नाम गूगल कर दिया।
इसके पीछे कारण यह था कि लैरी की गणित में रुचि थी। 4 सितंबर 1998 को आधिकारिक रुप से गूगल कंपनी की शुरुआत हुई। गूगल की शुरूआत में लैरी की कल्पना थी कि एक ऐसा सर्च इंजन बनाया जाए जो विभिन्न वेबसाइटों के आपसी संबंध का विश्लेषण कर सके।
कर्मचारियों को ड्रिंक नहीं

गूगल के ऑफिस में जब पहली बार कंपनी की तरफ से स्नैक्स का ऑर्डर किया गया था तो यह 'स्वीडिश फिश' थी। उस समय गूगल की तरफ से अपने कर्मचारियों को ड्रिंक नहीं दी गई थी।
हालांकि यह गूगल की तरफ से की जाने वाली एक छोटी पार्टी जैसी थी, आज के समय में इंडस्ट्री में गूगल अपने कर्मचारियों को मुफ्त स्नेक्स और मुफ्त ड्रिंक देने के मामले में मशहूर है।
हालांकि यह गूगल की तरफ से की जाने वाली एक छोटी पार्टी जैसी थी, आज के समय में इंडस्ट्री में गूगल अपने कर्मचारियों को मुफ्त स्नेक्स और मुफ्त ड्रिंक देने के मामले में मशहूर है।
गूगल का लोगो

गूगल लोगो का दिलचस्प राज यह है कि 31 मार्च 2001 को यह होम पेज पर सेंटर में शामिल नहीं था। 31 मार्च 2001 के बाद इसे होम पेज पर सेंटर में जगह दी गई।
साल 1998 से 2001 तक इसकी प्लेसिंग बायीं तरफ थी। गूगल सर्च इंजन में दूसरे नंबर पर कायम याहू की स्टाइल में गूगल लिखने के बाद एक्सक्लेमेंट्री मार्क भी लगाता था।
लीगो ने बनाया पहला स्टोरेज
सर्च इंजन के मामले में दुनिया की नंबर 1 कंपनी गूगल का पहला स्टोरेज LEGO (लीगो) ने 1996 में बनाया था। उस समय गूगल का नाम बैकरब था। बैकरब की स्टोरेज क्षमता 40 GB थी।
साल 1998 से 2001 तक इसकी प्लेसिंग बायीं तरफ थी। गूगल सर्च इंजन में दूसरे नंबर पर कायम याहू की स्टाइल में गूगल लिखने के बाद एक्सक्लेमेंट्री मार्क भी लगाता था।
लीगो ने बनाया पहला स्टोरेज
सर्च इंजन के मामले में दुनिया की नंबर 1 कंपनी गूगल का पहला स्टोरेज LEGO (लीगो) ने 1996 में बनाया था। उस समय गूगल का नाम बैकरब था। बैकरब की स्टोरेज क्षमता 40 GB थी।