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Nainital: बारिश-बर्फबारी न होने से बढ़ी चिंता...नैनीझील का जलस्तर 50 फीसदी से अधिक गिरा

संवाद न्यूज एजेंसी, नैनीताल Updated Thu, 23 Feb 2023 06:30 PM IST
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सार

बीते साल बरसात के सीजन में कम बारिश व इसके बाद सर्द मौसम में बर्फबारी न होने से नैनीझील के जल स्तर का संतुलन चुनौती बना हुआ है।

Nainital: Naini Lake water level dropped by more than 50 percent
नैनीझील - फोटो : अमर उजाला
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तालों में नैनीताल बाकी सब तलैया... गीत वर्तमान में नैनीताल झील के हालात के विपरीत सटीक बैठता है। इस साल इंद्रदेव के रुठने और बर्फबारी के भी न होने से झील के गिरते जलस्तर ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। 22 फरवरी को जलस्तर पांच फीट दस इंच पहुंच चुका है जो उच्चतम 12 फीट के जलस्तर से छह फीट दो इंच नीचे है। ऐसे में बारिश नहीं होने पर मई के पहले पखवाड़े में जलस्तर के शून्य होने की आशंका है।

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बीते साल बरसात के सीजन में कम बारिश व इसके बाद सर्द मौसम में बर्फबारी न होने से नैनीझील के जल स्तर का संतुलन चुनौती बना हुआ है। बीते साल 2022 में नगर में 1675 (मिलीमीटर) एमएम वर्षा हुई। इसके बाद जनवरी व फरवरी में दो बार कुछ देर बर्फ के फाहे ही गिर सके लेकिन वर्षा व बर्फबारी न के बराबर हुई। वर्ष 2021 में 2434 एमएम वर्षा हुई। इसके बाद के सर्द मौसम में अब तक सात बार बर्फबारी हो चुकी थी। इसमें से तीन फरवरी को ऊंचाई वाले क्षेत्र में डेढ़ फीट व नगर में छह इंच बर्फबारी हुई। जिसने 23 से 24 वर्ष के रिकार्ड ध्वस्त किए थे।

प्रतिमाह डेढ़ से ढाई फीट की पेयजल खपत
नगर को पानी की सप्लाई ट्यूबवेल के माध्यम से की जाती है लेकिन इसके चलते झील का जलस्तर भी गिरता है। जलस्तर में ऑफ सीजन में प्रतिमाह डेढ़ तो सीजन में ढाई फीट की गिरावट होती है। ऐसे में यह गिरावट जारी रही तो आने वाले दिनों में पेयजल संकट भी परेशानी बढ़ा सकता है।

26 मीटर है नैनीताल झील की गहराई
नैनीताल झील की गहराई करीब 26 मीटर है लेकिन ब्रिटिश शासन के दौर से यहां झील के निकासी द्वार के पास लगे 12 फीट के मानक को इसका उच्चतम स्तर माना गया है। 12 फीट की तलहटी को शून्य स्तर माना जाता है क्योंकि इसके बाद निकासी स्वयं समाप्त हो जाती है। जलस्तर शून्य होेने के बाद भी नैनीझील में लगभग 22 मीटर पानी रहता है।
22 फरवरी को बीते सालों का जलस्तर और फरवरी में बारिश का रिकॉर्ड

वर्ष जल स्तर वर्षा
2023 5.10 फीट 24 एमएम
2022 8.07 फीट 105 एमएम
2021 3.07 फीट 50 एमएम
2020 5.09 फीट 152 एमएम
2019 5.07 फीट 131 एमएम
2018 2.08 फीट 32 एमएम
2017 (माइनस) 09 इंच 109 एमएम
2016 (माइनस) 04 इंच 20 एमएम
2015 4.04 फीट 260 एमएम
2014 4.04 फीट 66 एमएम

इस साल बारिश और बर्फबारी की कमी की चलते नैनीझील के जलस्तर में आंशिक कमी आई है। बारिश और बर्फबारी की कम संभावनाओं को देखते हुए जलस्तर का संतुलन चुनौती है।
नीरज तिवारी, अवर अभियंता, सिंचाई विभा
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