नोएडा में बनने वाला जेवर एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट है । आपको बता दें कि नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को वर्किंग एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया है यानी एयरपोर्ट बनानें का पूरा काम यहीं करेंगे।
इसके निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी में 2021 में ₹2000 का बजट दिया था। इसे पूरा होने में लगभग 29 हजार 650 करोड़ रुपए की लागत आ सकती है। जेवर एयरपोर्ट का निर्माण 5 हजार 8 सौ 45 हेक्टेयर जमीन पर हो रहा है।
इसकी क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाइए कि यहां एक साथ कम से कम डेढ़ सौ से ज्यादा विमान उड़ान भर सकेंगे। जेवर एयरपोर्ट पर कुल 5 रन वे होंगे और शुरुआत में 40 लाख यात्रियों की आवाजाही का अनुमान है।
अब आपको बताते हैं कि बनने के बाद की क्या खासियत होगी। सूत्र कह रहे हैं कि जेवर एयरपोर्ट पर सुपरफास्ट मेट्रो एयरपोर्ट टैक्सी के लिए स्पेशल कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके अलावा इस जेवर एयरपोर्ट नोएडा से यमुना बैंक स्टेशन तक एलिवेटेड ट्रैक बनेगा और यमुना बैंक से नई दिल्ली तक अंडरग्राउंड कॉरिडोर भी तैयार होगा। पश्चिमी यूपी के 30 जिले सीधे से जुड़ेंगे। इसके साथ ही चार बड़े एक्सप्रेस वे से इसकी सीधी कनेक्टिविटी होगी। जेवर एयरपोर्ट की तमाम खूबियों के बीच आपको यह भी बता दें कि एक लाख लोगों को जेवर एयरपोर्ट पर काम मिलेगा इसके साथ ही सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट मेंटिनेस सेंटर भी यही होगा। 2024 में इसके बन कर तैयार होने की उम्मीद है।
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