हाल ही में वैज्ञानिकों ने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाने के लिए मुंह में पाई जाने वाली लार का इस्तेमाल किया है। लार का परीक्षण करके अब हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता का पता लगाया जा सकेगा। खास बात यह है कि लार परीक्षण से जीवाणु संक्रमण को कम करने और टीकाकरण के आकलन में मदद मिलेगी।