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ग्रेटर नोएडा: अमर उजाला संवाद में सेक्टर निवासी, तीन साल से वाटर पार्क की फाइल टेबल पर घूम रही
नोएडा ब्यूरो
Updated Sun, 02 Nov 2025 04:32 PM IST
सेक्टर में प्रवेश करते ही दो वॉटर पार्क बने हुए हैं, लेकिन तीन साल से इन पार्कों में फब्बारे चल नहीं पाए हैं। हर बार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की ओर से भरोसा दिया जाता है कि बजट तैयार हो गया है। जल्द काम शुरू हो जाएगा। आरोप है कि वॉटर पार्क की फाइल एक टेबल से दूसरे टेबल पर घूम रही है। सेक्टर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। इन सभी मुद्दों को सेक्टर स्वर्णनगरी के निवासियों ने रविवार को अमर उजाला संवाद में उठाया। निवासियों ने बताया कि ड्रेनेज की सफाई नहीं होने के कारण हर ब्लॉक में सीवर का पानी भर जाता है। इसके साथ ही सीवर की लाइन काफी पुरानी हो गई है, जिसके कारण हर घर के निवासियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। निवासियों ने बताया कि महिलाओं को मंदिर जाने के लिए दूसरे सेक्टर की ओर देखना होता है। यदि सेक्टर में मंदिर बन जाए तो उन्हें काफी आसानी होगी। उन्होंने बताया कि ग्रीन बेल्ट की सफाई नहीं होने के कारण उन्हें बदबू आ रही है। निवासियों की मदद से ग्रीन बेल्ट में हजारों पौधे लगवाएं जाते हैं, लेकिन प्राधिकरण उन्हें पानी भी मुहैया नहीं करा पा रहा है। पानी की लाइन आए दिन टूट जाती है। कई बार जल विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन कोई कदम नहीं उठाए गए। पार्कों में सीनियर सिटीजन के बैठने के लिए बेंच तक की कोई व्यवस्था नहीं है। ओपन जिम का निर्माण हाल ही में कराया गया, लेकिन उसमें उपकरण इतने खराब लगाए गए कि वह टूट चुके हैं। निवासियों का आरोप है कि सेक्टर में लावारिस कुत्तों के आतंक से सब परेशान हो चुके हैं। हाल ही में एक दर्जन से अधिक लोगों को कुत्ते अपना शिकार बन चुके हैं। प्राधिकरण से कई बार कहने के बावजूद लावारिस कुत्तों को नहीं पकड़ा जा रहा है। कुत्तों को तत्काल शेल्टर होम्स में भेजा जाए। वहीं उन्होंने बताया कि पार्कों में बनी सब हट टूट चुकी हैं। वह कभी भी गिर सकती हैं। उन्हें तत्काल नया बनाया जाए। वरना किसी भी दिन सेक्टर में कोई हादसा हो सकता है।
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