ओरछा गेट बाहर मदकखाना निवासी अजमत (3) पुत्र नासिर की दो नवंबर को मौत हो गई थी। उसकी बुआ रुकसाना ने बताया कि लगातार कई दिनों से बुखार आ रहा था। इसके अलावा अजमत का भाई अलपेश (1) भी बुखार, उल्टी, दस्त से पीड़ित है। रुकसाना का पुत्र आईत (4) भी पिछले आठ-दस दिनों से बीमार चल रहा है। उसे भी बुखार बना हुआ है। ये सभी एक ही मकान में रहते हैं। वहीं, बाहर सैंयर गेट निवासी आसिफ की पुत्री सनाया (2) को कई दिनों से बुखार, उल्टी आ रही थी। आसिफ ने बताया कि शनिवार को बीमारी से जूझते-जूझते उसकी मौत हो गई।
आसिफ की मौसी सायना ने बताया कि उनकी पुत्री सना (3) को भी 20 दिन पहले टाइफाइड हो गया था। लगातार बीमार रहने के बाद दो नवंबर को उसकी मौत हो गई। इसी मकान में रहने वाली आसिफ के मामा की बेटी रानी को भी 15 दिनों से बुखार आ रहा है। कभी उतर जाता है, तो कभी दोबारा आ जाता है। कालीबाई तालपुरा निवासी शहनाज का पुत्र रेहान (12) की बीते आठ नवंबर को मौत हो गई। उसे बुखार आने के साथ-साथ उल्टी, दस्त की भी शिकायत थी। शहनाज ने बताया कि जैसे ही हालत बिगड़ी परिजन उसे रात में जिला अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया लेकिन कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। रिहान के घर के आसपास भी जबरदस्त गंदगी और बदबू फैली हुई है।
टूटी पड़ा नाले का स्लैब, मर चुका बच्चा
कालीबाई तालपुरा क्षेत्र में एक चौड़े नाले के ऊपर का आधा स्लैब टूटा पड़ा है। क्षेत्रवासी नवाब कुरैशी ने बताया कि स्लैब को टूटे हुए चार साल से अधिक समय हो चुका है। इसके बावजूद इसे सुधारा नहीं गया। दो महीने पहले बारिश के दौरान जब सड़क लबालब भरी हुई थी, उस समय क्षेत्र के मुकीम अपने पुत्र के साथ मोटरसाइकिल से नाले के ऊपर से गुजरे। पानी भरा होने के कारण वह टूटा स्लैब नहीं देख सके और नाले में गिर पड़े। इससे उनके बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कई और बच्चे इस नाले में गिर चुके हैं। यदि इसे जल्द सुधरवाया नहीं गया तो और लोगों की जान जा सकती हैं।