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Bangladesh: पहले शेख हसीना अब यूनुस के खिलाफ छात्र समूह? कल नई पार्टी की होगी लॉन्चिंग, भविष्य की बनेगी रणनीति
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, ढाका
Published by: पवन पांडेय
Updated Thu, 27 Feb 2025 02:15 PM IST
सार
बांग्लादेश के छात्र समूह ने अगस्त 2024 में शेख हसीना को सत्ता से बाहर करने के लिए जो आंदोलन चलाया था, वही समूह शुक्रवार को नई बांग्लादेश की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक नई राजनीतिक पार्टी लॉन्च करेगा। इस समूह के एक प्रमुख नेता, नाहिद इस्लाम, ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से इस्तीफा दे दिया है ताकि वे इस नई पार्टी का नेतृत्व कर सकें।
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सामंता शेरमीन, प्रवक्ता, जातिओ नागोरिक समिति
- फोटो : ANI
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विस्तार
बांग्लादेश में जिस छात्र समूह ने पिछले साल अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने के लिए आंदोलन किया था, वह इस शुक्रवार को एक नया राजनीतिक दल शुरू करने जा रहा है। इस समूह के आयोजकों का कहना है कि उनका उद्देश्य नए बांग्लादेश की आकांक्षाओं को पूरा करना है। इससे पहले इस समूह के प्रमुख नेताओं में से एक, नाहिद इस्लाम, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से इस्तीफा देकर इस नए राजनीतिक दल का नेतृत्व करेंगे। यह पार्टी राजधानी ढाका में संसद भवन के दक्षिण में मौजूद माणिक मिया एवेन्यू से एक भव्य रैली के साथ अपनी यात्रा शुरू करेगी।
'नए बांग्लादेश का सपना' उद्देश्य
जातिओ नागोरिक समिति की प्रवक्ता सामंता शेरमीन ने कहा कि पिछले साल जुलाई 2024 में हुए जन आंदोलन के बाद बांग्लादेश में नई उम्मीदें और सपने जन्मे हैं। इन आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए छात्रों ने एक नया राजनीतिक दल बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने महसूस किया है कि वर्तमान राजनीतिक दलों की विचारधारा पूरे बांग्लादेश की जनता का सही प्रतिनिधित्व नहीं करती। उनका उद्देश्य बांग्लादेश को एक आधुनिक और महत्वपूर्ण देश बनाना है, जो दक्षिण एशिया और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सके।
राज्य दमन और बर्बाद संस्थान
सामंता शेरमीन ने यह भी कहा कि पिछले 53 वर्षों से बांग्लादेश राज्य दमन का शिकार रहा है और सरकारी संस्थानों का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने कहा, 'राजनीतिक और व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए सरकारी संस्थानों को नष्ट कर दिया गया है। हम मानते हैं कि बांग्लादेश के लोगों के कुछ बुनियादी अधिकार हैं और हमारा राजनीतिक आंदोलन इन अधिकारों के आधार पर आगे बढ़ेगा। हम अधिकार-आधारित राजनीति, सेवा राजनीति और घोषणापत्र आधारित राजनीति की बात कर रहे हैं, जिसमें सभी को साथ लेकर चला जाएगा।'
अगस्त 2024 का छात्र आंदोलन और हसीना सरकार का पतन
अगस्त 2024 में हुए छात्र आंदोलन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया था। हफ्तों तक चले विरोध प्रदर्शन और हिंसा के कारण 1,400 लोगों की मौत होने का अनुमान है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया है। शेख हसीना, जो 76 साल की थीं, भारत चलीं गईं, और उसके बाद एक अंतरिम सरकार बनी, जिसका नेतृत्व नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं। सामंता शेरमीन ने कहा कि डॉ. यूनुस किसी भी राजनीतिक दल जैसे जमात-ए-इस्लामी या बीएनपी का प्रतिनिधित्व नहीं करते। वह और उनकी सरकार के सलाहकार केवल जन आंदोलन का प्रतिनिधित्व करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव की संभावित यात्रा
बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक और सुरक्षा तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस मार्च के मध्य में बांग्लादेश का दौरा कर सकते हैं। यह दौरा बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बांग्लादेश के सेना प्रमुख की चेतावनी
वहीं मंगलवार को बांग्लादेश के सेना प्रमुख, जनरल वाकर-उज-जमान ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश की जनता आपसी मतभेद नहीं सुलझाती और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप बंद नहीं करती, तो देश की संप्रभुता खतरे में पड़ सकती है।
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'नए बांग्लादेश का सपना' उद्देश्य
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राज्य दमन और बर्बाद संस्थान
सामंता शेरमीन ने यह भी कहा कि पिछले 53 वर्षों से बांग्लादेश राज्य दमन का शिकार रहा है और सरकारी संस्थानों का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने कहा, 'राजनीतिक और व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए सरकारी संस्थानों को नष्ट कर दिया गया है। हम मानते हैं कि बांग्लादेश के लोगों के कुछ बुनियादी अधिकार हैं और हमारा राजनीतिक आंदोलन इन अधिकारों के आधार पर आगे बढ़ेगा। हम अधिकार-आधारित राजनीति, सेवा राजनीति और घोषणापत्र आधारित राजनीति की बात कर रहे हैं, जिसमें सभी को साथ लेकर चला जाएगा।'
अगस्त 2024 का छात्र आंदोलन और हसीना सरकार का पतन
अगस्त 2024 में हुए छात्र आंदोलन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया था। हफ्तों तक चले विरोध प्रदर्शन और हिंसा के कारण 1,400 लोगों की मौत होने का अनुमान है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया है। शेख हसीना, जो 76 साल की थीं, भारत चलीं गईं, और उसके बाद एक अंतरिम सरकार बनी, जिसका नेतृत्व नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं। सामंता शेरमीन ने कहा कि डॉ. यूनुस किसी भी राजनीतिक दल जैसे जमात-ए-इस्लामी या बीएनपी का प्रतिनिधित्व नहीं करते। वह और उनकी सरकार के सलाहकार केवल जन आंदोलन का प्रतिनिधित्व करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव की संभावित यात्रा
बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक और सुरक्षा तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस मार्च के मध्य में बांग्लादेश का दौरा कर सकते हैं। यह दौरा बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बांग्लादेश के सेना प्रमुख की चेतावनी
वहीं मंगलवार को बांग्लादेश के सेना प्रमुख, जनरल वाकर-उज-जमान ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश की जनता आपसी मतभेद नहीं सुलझाती और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप बंद नहीं करती, तो देश की संप्रभुता खतरे में पड़ सकती है।
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