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Bangladesh: भारत से रिश्ते सुधारने की कोशिश, मस्कट में जयशंकर और बांग्लादेश के विदेश सलाहकार की मुलाकात संभव
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, ढाका
Published by: बशु जैन
Updated Mon, 10 Feb 2025 05:27 PM IST
सार
16-17 फरवरी को नई दिल्ली के शोध संस्थान इंडिया फाउंडेशन और ओमान के विदेश मंत्रालय के सहयोग से मस्कट में आठवां हिंद महासागर सम्मेलन होगा। भारतीय विदेश मंत्री ने बांग्लादेश के विदेश सलाहकार को इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच सम्मेलन के दौरान मुलाकात हो सकती है।
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तौहीद हुसैन और एस जयशंकर (फाइल फोटो)
- फोटो : एएनआई
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विस्तार
विदेश मंत्री एस जयशंकर और बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन की मस्कट में जल्द मुलाकात हो सकती है। एक रिपोर्ट में कहा गया कि तौहीद हुसैन द्विपक्षीय संबंध में बढ़ रहे तनाव को रोकने का प्रयास करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से अगले सप्ताह ओमान में होने वाले हिंद महासागर सम्मेलन में मुलाकात कर सकते हैं।
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बताया जाता है कि 16-17 फरवरी को नई दिल्ली के शोध संस्थान इंडिया फाउंडेशन और ओमान के विदेश मंत्रालय के सहयोग से मस्कट में आठवां हिंद महासागर सम्मेलन होगा। भारतीय विदेश मंत्री ने बांग्लादेश के विदेश सलाहकार को इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच सम्मेलन के दौरान मुलाकात हो सकती है। करीब पांच महीने पहले भी विदेश मंत्री एस जयशंकर और बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में मुलाकात की थी।
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जब प्रचंड विरोध के कारण शेख हसीना को छोड़ना पड़ा बांग्लादेश
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में बड़े पैमाने पर सरकार-विरोधी प्रदर्शनों के चलते तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था। हसीना के भारत में शरण लेने के कुछ दिनों बाद ही यूनुस ने अंतरिम सरकार की बागडोर संभाल ली थी। पड़ोसी देश में हुए घटनाक्रम के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव आ गया।
हिंदुओं पर हमलों और चिन्मय दास की गिरफ्तारी से तनाव
इसके बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों और हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद दोनों देशों के संबंध और भी तनावपूर्ण हो गए। त्रिपुरा के अगरतला में बांग्लादेश उप उच्चायोग में प्रदर्शनकारियों के जबरन घुसने के मामले पर भी दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ा। पिछले कुछ हफ्तों में पड़ोसी देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के साथ-साथ मंदिरों पर हमलों की घटनाएं हुई हैं, जिसे लेकर नयी दिल्ली द्वारा गहरी चिंता जताई गई है। दिसंबर में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जैसिमउद्दीन से मुलाकात की थी।