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London Protests: 'लोगों को शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार', ब्रिटिश PM ने पुलिस पर हमले और नस्लवाद की भी निंदा की
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Published by: दीपक कुमार शर्मा
Updated Sun, 14 Sep 2025 11:38 PM IST
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सार
लंदन में 'यूनाइट द किंगडम' रैली में करीब 1.10 लाख लोगों ने आप्रवासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। कुछ प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प में 26 अफसर घायल हुए और 25 लोग गिरफ्तार हुए। पीएम कीर स्टार्मर ने शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का समर्थन किया, लेकिन पुलिस पर हमले और नस्लवाद की निंदा की।

लंदन में विरोध प्रदर्शन
- फोटो : एएनआई/रॉयटर्स
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विस्तार
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने शनिवार (स्थानीय समयानुसार) को हुई 'यूनाइट द किंगडम' रैली के बाद लोगों के शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का समर्थन किया। हालांकि, प्रधानमंत्री ने पुलिसकर्मियों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की।
पीएम स्टार्मर ने देश में नस्लवाद की निंदा करते हुए सहिष्णुता की अपील की। उन्होंने एक्स पर लिखा 'लोगों को शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार है। यह हमारे देश के मूल्यों का हिस्सा है। लेकिन हम पुलिस अधिकारियों पर हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और न ही किसी को उनकी पृष्ठभूमि या त्वचा के रंग की वजह से डराया-धमकाया जाएगा। ब्रिटेन सहिष्णुता, विविधता और सम्मान पर गर्व से खड़ा देश है। हमारा झंडा हमारी विविधता का प्रतीक है और हम इसे कभी उन लोगों के हाथों में नहीं जाने देंगे जो इसे हिंसा, डर और नफरत का प्रतीक बनाना चाहते हैं।'
राजधानी लंदन में शनिवार को आव्रजन के खिलाफ करीब 1,10,000 लोग सड़कों पर उतरे। यह ब्रिटेन की अब तक की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी रैलियों में से एक बताई जा रही है। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई, जिसमें कम से कम 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
'यूनाइट द किंगडम' रैली में हिंसा तब हुई जब पुलिस ने मध्य लंदन के व्हाइट हॉल में इकट्ठा हुए लगभग 5,000 विरोधी प्रदर्शनकारियों के एक समूह से दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों को अलग रखने की कोशिश की।
ये भी पढ़ें: China: 'टैरिफ-प्रतिबंध युद्ध का समाधान नहीं...', चीन ने रूसी तेल आयात पर अमेरिकी प्रस्ताव को किया खारिज
टॉमी रॉबिन्सन ने किया था रैली का आयोजन
लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि रैली का आयोजन आप्रवासी विरोधी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन ने किया था। अनुमान है कि इसमें 1,10,000 से 1,50,000 लोग शामिल हुए। पुलिस ने कहा कि कई प्रदर्शनकारी केवल शांतिपूर्ण विरोध के लिए आए थे, लेकिन बड़ी संख्या में लोग हिंसा फैलाने की नीयत से मौजूद थे। पुलिस अधिकारियों पर गंभीर हमले किए गए, जिनमें कई को चोटें आईं। इनमें दांत टूटना, नाक और सिर की चोट आदि शामिल हैं।
हिंसा के सिलसिले में अब तक 25 लोग गिरफ्तार
सहायक आयुक्त मैट ट्विस्ट ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी भी दी कि और भी गिरफ्तारियां होंगी। उन्होंने कहा, 'हम उन लोगों की पहचान कर रहे हैं, जो इस उपद्रव में शामिल थे, और आने वाले दिनों और हफ्तों में उन पर कड़ी पुलिस कार्रवाई की उम्मीद की जा सकती है।' ब्रिटेन की गृह राज्य मंत्री शबाना महमूद ने भी पुलिसकर्मियों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि अपराध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और इस्राइल के झंडे भी लहराए
प्रदर्शनकारियों ने रैली में ब्रिटेन के झंडे के साथ अमेरिका और इस्राइल के झंडे भी लहराए। कुछ प्रदर्शनकारी 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन या MAGA' की टोपी पहने दिखे। उन्होंने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की आलोचना करते हुए नारे लगाए और तख्तियां लिए हुए थे, जिनमें से कुछ पर लिखा था, 'उन्हें घर भेजो।'
ये भी पढ़ें: Charlie Kirk: चार्ली किर्क की हत्या की जांच तेज, यूटा गर्वनर बोले- हिरासत में सहयोग नहीं कर रहा हत्यारा
रॉबिन्सन ने रैली को सांस्कृतिक क्रांति की शुरुआत बताया
रॉबिन्सन ने रैली को 'देशभक्ति की ऐतिहासिक एकजुटता' बताया और कहा कि यह 'सांस्कृतिक क्रांति की शुरुआत' है। रॉबिन्सन ने अपने समर्थकों से कहा, 'आज ग्रेट ब्रिटेन में एक सांस्कृतिक क्रांति की चिंगारी भड़की है। यह हमारा क्षण है।'

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राजधानी लंदन में शनिवार को आव्रजन के खिलाफ करीब 1,10,000 लोग सड़कों पर उतरे। यह ब्रिटेन की अब तक की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी रैलियों में से एक बताई जा रही है। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई, जिसमें कम से कम 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
'यूनाइट द किंगडम' रैली में हिंसा तब हुई जब पुलिस ने मध्य लंदन के व्हाइट हॉल में इकट्ठा हुए लगभग 5,000 विरोधी प्रदर्शनकारियों के एक समूह से दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों को अलग रखने की कोशिश की।
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टॉमी रॉबिन्सन ने किया था रैली का आयोजन
लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि रैली का आयोजन आप्रवासी विरोधी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन ने किया था। अनुमान है कि इसमें 1,10,000 से 1,50,000 लोग शामिल हुए। पुलिस ने कहा कि कई प्रदर्शनकारी केवल शांतिपूर्ण विरोध के लिए आए थे, लेकिन बड़ी संख्या में लोग हिंसा फैलाने की नीयत से मौजूद थे। पुलिस अधिकारियों पर गंभीर हमले किए गए, जिनमें कई को चोटें आईं। इनमें दांत टूटना, नाक और सिर की चोट आदि शामिल हैं।
हिंसा के सिलसिले में अब तक 25 लोग गिरफ्तार
सहायक आयुक्त मैट ट्विस्ट ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी भी दी कि और भी गिरफ्तारियां होंगी। उन्होंने कहा, 'हम उन लोगों की पहचान कर रहे हैं, जो इस उपद्रव में शामिल थे, और आने वाले दिनों और हफ्तों में उन पर कड़ी पुलिस कार्रवाई की उम्मीद की जा सकती है।' ब्रिटेन की गृह राज्य मंत्री शबाना महमूद ने भी पुलिसकर्मियों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि अपराध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और इस्राइल के झंडे भी लहराए
प्रदर्शनकारियों ने रैली में ब्रिटेन के झंडे के साथ अमेरिका और इस्राइल के झंडे भी लहराए। कुछ प्रदर्शनकारी 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन या MAGA' की टोपी पहने दिखे। उन्होंने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की आलोचना करते हुए नारे लगाए और तख्तियां लिए हुए थे, जिनमें से कुछ पर लिखा था, 'उन्हें घर भेजो।'
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रॉबिन्सन ने रैली को सांस्कृतिक क्रांति की शुरुआत बताया
रॉबिन्सन ने रैली को 'देशभक्ति की ऐतिहासिक एकजुटता' बताया और कहा कि यह 'सांस्कृतिक क्रांति की शुरुआत' है। रॉबिन्सन ने अपने समर्थकों से कहा, 'आज ग्रेट ब्रिटेन में एक सांस्कृतिक क्रांति की चिंगारी भड़की है। यह हमारा क्षण है।'